लोकसभा अध्यक्ष पंचायत प्रतिनिधियों के परिचय कार्यक्रम का उद्घाटन
देहरादून। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की पहल पर पंचायत सदस्यों को संसद की कार्यप्रणाली और लोकतांत्रिक सिद्धांतों से परिचित कराने के उद्देश्य से उत्तराखंड की पंचायती राज संस्थाओं के लिए देहरादून में आज एक परिचय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल, पंचायती राज मंत्री अरविंद पांडे मौजूद रहे। वहीं, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत वर्चुअल तरीके से शिरकत की। कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि मैने अपने कार्यकाल का हर कार्यक्रम देवभूमि उत्तराखंड से शुरू किया है। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत से लेकर देश की संसद तक लोकतंत्र को मजबूत बनाना है। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि देश की जनता की आशाओं, अपेक्षाआंे को पूरा करना है। भारत का लोकतंत्र सबसे पुराना लोकतंत्र है। हमारा लोकतंत्र मजबूत भी है और सशक्त भी है। समूचे विश्व को दिशा देने का काम भारत ने किया है। हमारे संविधान की मूल अवधारणा गणराज्य की थी। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि देश में आजादी के बाद से अब तक 17 लोकसभा के चुनाव 300 से ज्यादा विधानसभा चुनाव हो चुके हैं। जनता का मतदान का प्रतिशत लगातार बढ़ा है। इस दौरान सत्ता का हस्तांतरण भी हुआ है, जो हमारे लोकतंत्र की खूबसूरती है। उन्होंने कहाकि महात्मा गांधी ने कहा था कि हिंदुस्तान की आत्मा गांव में बस्ती है।गांव मजबूत होगा तो देश मजबूत होगा। इस दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पहाड़ की महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बड़ा बयान दिया। सीएम ने कहा कि अगले 5 साल में महिलाओं के साथ होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने की सरकार कोशिश करेगी। सीएम ने कहा कि जंगल से घास लाते समय महिलाओं अक्सर दुर्घटनाओं का शिकार हो जाती हैं। कई महिलाएं पेड़ से गिरने या जंगली जानवरों का शिकार हो जाती है जिनको बचाने के लिए सरकार काम करेगी। सीएम ने कहा कि हमारा टारगेट महिलाओं के सर से बोझ कम करना है। अगले पांच साल में हम इस पर टारगेट लेकर काम करेंगे। सीएम त्रिवेंत्र सिंह रावत ने कहा कि इसके लिए सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। हर साल घास काटने, लकड़ी लाने के दौरान होने वाली माँ- बहनें जंगली जानवरों का शिकार होती है जिनको बचाने के लिए सरकार काम करेगी।