बड़ी खबर : राजनीतिक संघर्ष का अखाड़ा बना उत्तराखंड,सिसौदिया की चुनौती को कौशिक का चैलेंज
खुले मंच पर बिजली, पानी, स्वास्थ्य,शिक्षा और रोजगार जैसे मुद्दों पर बातचीत की खुली चुनौती
देहरादून(दर्पण ब्यूरो)। देश की सबसे बड़ी सियासी पार्टी भाजपा और सबसे पुरानी कांग्रेस के मुकाबले सियासी जंग में सबसे नयी आम आदमी पार्टी ने अब उत्तराखंड की राजनीतिक जमीन पर जगह पाने के लिये सियासी संघर्ष तेज कर दिया है। उत्तराखंड में आगामी 2022 के विस चुनाव से पूर्व आम आदमी पार्टी ने अब प्रदेश से जुड़े जनमुद्दों के साथ ही मौजूदा सत्तासीन भाजपा सरकार के विकास कार्यों पर खुली चर्चा और बहस को बड़ा मुद्दा बनाने मे जुट गई है। इतना ही नहीं दिल्ली के डिप्टी सीएम जहां सीएम अरविंद केजरीवाल सरकार की योजनाओं को राज्य की जनता के समक्ष साझा करेंगे वहीं दिल्ली के मुकाबले उत्तराखंड में त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार के कार्यकाल में विकास कार्यों पर खुली चर्चा के लिये भाजपा सरकार के फायरब्रांड नेता व कैबिनेट मंत्री भी मनीष सिसौदिया की चुनौती को चैलेंज करते हुए खुद दिल्ली पहुंचकर बहस की तैयारी में जुट गये है। बता दें कि हाल ही में उत्तराखंड के कुमाऊ और फिर देहरादून दौरे पर आए दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के पांच काम के सवाल पर उत्तराखंड में सियासत गरमाई हुई थी। एक ओर, मनीष सिसोदिया ने इस मुद्दे पर बहस के लिए जगह और समय बताने को कहा था, तो दूसरी ओर शासकीय प्रवत्तफा एवं कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने दिल्ली या उत्तराखंड में आमने-सामने बैठकर जवाब देने की बात कही थी। मंत्री कौशिक ने कहा था कि हमारी सरकार ने जनहित में पांच नहीं 500 से ज्यादा योजनाएं शुरू कीं। इन सभी योजनाओं पर बहस करने के लिए दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया चाहे तो यहां आ जाएं या फिर हमें दिल्ली बुला लें। हम हर सवाल का जवाब देंगे।इसके बाद मनीष सिसोदिया ने स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, पानी और रोजगार के मुद्दे पर कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक के खुली बहस के निमंत्रण को स्वीकार किया था। साथ ही ट्वीट कर बहस के लिए आने का आग्रह भी किया था। दूसरी ओर शनिवार को हरिद्वार के एक कार्यक्रम में भाग लेने पहुचे कैबिनेट मंत्री एवं सरकार के प्रवत्तफा मदन कौशिक ने कहा कि दिल्ली एवं उत्तराखंड के विकास को लेकर जब चर्चा होगी तो पूरे माॅडल पर होगी। दिल्ली बदहाल है। कोरोना के कारण सबसे अधिक मृत्यु दिल्ली में ही हुई है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के स्कूल एवं अस्पतालों की बदहाल स्थिति किसी से छिपी नहीं है। उन्होंने कहा कि दिल्ली का माॅडल पूरी तरह से विफल है। उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर है। कौशिक ने कहा कि दिल्ली के उप मुख्यमंत्री द्वारा बहस की तारीख तय करने से क्या होता है। मैं पहले कह चुका हूं कि तारीख हम तय करेंगेे और इसके लिए खुद दिल्ली जाएंगे। देहरादून में प्रदेश कार्यालय में आप की प्रदेश उपाध्यक्ष रजिया बेग ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मनीष सिसोदिया चार जनवरी को दिन में 11 बजे देहरादून के सर्वे चैक स्थित आइआरडीटी सभागार में कैबिनेट मदन कौशिक के साथ बहस करेंगे। इसके लिए कैबिनेट मंत्री को आमंत्रित किया गया है। इसके अलावा कौशिक को छह जनवरी को दिल्ली माॅडल पर डिबेट और दिल्ली के विकास को दिखाने के लिए दिल्ली आमंत्रित किया गया है। रजिया बेग ने बताया कि सिसोदिया ने मदन कौशिक को लिखे पत्र में कहा है कि मैं उम्मीद करता हूं कि आप अपने निमंत्रण से पीछे नहीं हटेंगे और चार जनवरी को देहरादून में और छह जनवरी को दिल्ली में मेरे साथ खुली चर्चा के लिए समय निकालेंगे। शनिवार को प्रदेश प्रवत्तफा समित टिक्कू और प्रदेश उपाध्यक्ष बसन्त कुमार ने कहा कि चार जनवरी को दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसौदिया देहरादून पहुँचेंगे। जहां उन्होंने प्रदेश के वरिष्ठ मंत्री मदन कौशिक को दिल्ली व उत्तराखंड की सरकारों के कामकाज को लेकर बहस के लिए निमंत्रण दिया है। कालाढूंगी रोड स्थित पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में प्रदेश प्रवत्तफा समित टिक्कू ने कहा कि उत्तराखंड की जनता के लिए बड़ा मौका होगा। क्योंकि खुले मंच पर बिजली, पानी, स्वास्थ्य-शिक्षा और रोजगार जैसे मुद्दों पर बात होगी। पिछले बीस साल में किसी सियासी दल ने ऐसा करने की हिम्मत नहीं जुटाई। डिप्टी सीएम द्वारा डिबेट को लेकर प्रदेश सरकार को पत्र भेजा गया है। पत्र में कहा कि दिल्ली आने में पूरे सम्मान के साथ मंत्री मदन कौशिक को सरकारी स्कूलों में हुए ऐतिहासिक परिवर्तन, अस्पताल, महिला सुरक्षा, आर्थिक प्रगति और ईमानदार राजनीति का माॅडल भी दिखाया जाएगा। हालांकि प्रदेश सरकार ने अब तक आप के निमंत्रण को स्वीकार नहीं किया गया। आप पार्टी के वरिष्ठ नेता व दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया त्रिवेंद्र सरकार के पांच कामों पर खुली बहस करने के लिए तीन जनवरी को देहरादून पहुंचेंगे। उन्होंने चार जनवरी को सर्वे चैक स्थित आईआरडीटी आॅडिटोरियम में त्रिवेंद्र माॅडल पर चर्चा में भाग लेने के लिए कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक से आग्रह किया है। मनीष सिसोदिया ने सोशल मीडिया पर ट्वीट किया कि उत्तराखंड में त्रिवेंद्र सरकार की ओर से शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी और रोजगार के क्षेत्र में किए पांच कामों पर खुली बहस के लिए तीन जनवरी को दून आऊंगा । चार जनवरी को आईआरटीडी आॅडिटोरियम में उत्तराखंड सरकार के विकास माॅडल पर चर्चा के लिए भीमौजूद रहूंगा। उन्होंने प्रदेश के कैबिनेट मंत्री व शासकीय प्रवत्तफा मदन कौशिक को चर्चा में भाग लेने का आग्रह किया है। छह जनवरी को दिल्ली में कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक को केजरीवाल माॅडल के बारे में बताऊंगा। सिसोदिया ने कहा कि कैबिनेट मंत्री निमंत्रण से पीछे नहीं हटेंगे और छह जनवरी को दिल्ली में मेेरे साथ सभी विषयों पर चर्चा के लिए समय निकालेंगे। कांग्रेस बिना पायलट वाला जहाज,कुनबे की चिंता करे: भगत
देहरादून। नेता प्रतिपक्ष डाॅ. इंदिरा हृदयेश के उस बयान के बाद सियासत गर्मा गई है, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि भाजपा के कुछ विधायक कांग्रेस के संपर्क में हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने इस पर पलटवार करते हुए कांग्रेस पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि बिना पायलट के जहाज पर सवार कांग्रेस को भाजपा नहीं, बल्कि अपने कुनबे को लेकर चिंता करनी चाहिए। वजह ये कि कांग्रेस में अभी एक और बगावत के आसार हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भगत ने कहा कि कांग्रेस अब अफवाहों की सियासत कर रही है और उसे चारों तरफ अंधेरा ही अंधेरा दिखाई पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश बगावत की भविष्यवाणी कर रही हैं और दावा कर रहीं कि कई नेता और विधायक उनके संपर्क में हैं। अलबत्ता, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष को इसकी भनक तक नहीं है। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत भी सुनी-सुनाई बातों को लेकर गाल बजा रहे है। उन्हें कभी लोकतंत्र की चिंता है तो कभी बगावत का इंतजार। भगत ने कहा कि कांग्रेस बिना पायलट वाला जहाज लग रहा है। कांग्रेस को भाजपा नहीं अपने कुनबे को लेकर चिंता करने की जरुरत है, क्योंकि कांग्रेस में अभी एक बगावत और होने के आसार हैं। भगत ने यह भी कहा कि कांग्रेस में हताशा और निराशा है। इसी कारण कांग्रेस अब अफवाहों के बूते अपना भविष्य तलाश रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा पूरी तरह एकजुट है और प्रदेश में हो रहे विकास कार्यों के चलते जनता एक बार फिर भाजपा को सत्ता सौंप रही है। बेहतर होगा कि कांग्रेस पहले अपने दल में तालमेल रखे और रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाए।
प्रदेश में भ्रष्टचार और बेरोजगारी पर भ्रम फैला रही भाजपा: प्रीतम सिंह
देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने पार्टी में बगावत को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत की टिप्पणी पर तीखा पलटवार किया। उन्होंने कहा कि भाजपा को पहले सरकार के अंतद्र्वंद की सुध लेनी चाहिए। नसीहत देते हुए कहा, जिनके घर शीशे के होते हैं, दूसरों के घरों पर पत्थर नहीं फेंकते। कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक और आप के नेता व दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के बीच छिड़ी बहस पर उन्होंने कहा कि दोनों के बीच नूरा कुश्ती चल रही है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में आप का कोई भविष्य नहीं है। राजीव भवन में शनिवार को मीडिया से बातचीत में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि भाजपा और सरकार के भीतर अंतद्र्वंद को पूरा प्रदेश देख रहा है। मुख्यमंत्री, मंत्रियों और विधायक एकदूसरे को कठघरे में खड़ा कर रहे हैं। इससे चिंतित भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अपने कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोलने में जुटे हुए हैं। संसदीय कार्यमंत्री मदन कौशिक और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत रोजगार के आंकड़ों को लेकर भ्रम पैदा कर रहे हैं। हरिद्वार में महाकुंभ में निर्माण कार्यों के लिए धनराशि कम दी गई, इससे संत समाज भी नाराज है। इस राशि से होने वाले काम में भ्रष्टाचार की शिकायत केंद्रीय शिक्षा मंत्री कर रहे हैं। कांग्रेस 2022 में बनाएगी सरकारएक सवाल के जवाब में प्रीतम सिंह ने कहा कि 2017 में कांग्रेस को महज 11 सीटों पर सिमट जाना कटु सत्य है। तब पार्टी कई सीट बहुत कम मार्जिन से हारी थी। अब प्रदेश की जनता सरकार के नकारेपन से दुखी है। 2022 में जनता सरकार को सबक सिखाएगी। कांग्रेस भारी बहुमत के साथ सरकार का गठन करेगी। आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी मुस्तैदी से तैयारी में जुटी है।