ऊधमसिंह नगर जिले के एक हजार पांच सौ किसानों पर मुकदमा दर्ज!
देहरादून से किसानों का जत्था गाजीपुर बाॅर्डर के लिए रवाना हुआ
ऊधमसिंहनगर/देहरादून। दिल्ली बार्डर पर आंदोलित किसानों को समर्थन देने के आह्वान के बाद दिल्ली कूच के दौरान शुक्रवार को उत्तराखंड की सीमा पर किसानों द्वारा बैरिकेडिंग तोड़ने और पुलिस से अभद्रता करने के मामले में पुलिस ने शनिवार को बड़ी कार्रवाई की है। बताया जा र हा है कि ऊधमसिंह नगर पुलिस ने करीब 1000-1500 किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। वहीं कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली और देश के विभिन्न हिस्सों में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में शनिवार को देहरादून से एक जत्था गाजीपुर बाॅर्डर के लिए रवाना हुआ। राज्य महामंत्री व जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष काॅमरेड गंगाधर नौटियाल ने जत्थे को रवाना किया। यह जत्था सुबह नौ बजे राजपुर रोड स्थित कार्यालय से रवाना किया गया। बता दें कि कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली कूच करने के लिए शुक्रवार को तड़के से ही ऊधमसिंह नगर जिले से किसान रवाना होने लगे, लेकिन जगह-जगह पुलिस भी किसानों को रोकने के लिए मुस्तैद रही। बैरियरों पर किसानों की पुलिस से तीखी झड़प हुई। सितारगंज में ट्रैक्टर चढ़ाकर बैरिकेडिंग तोड़ दिए, इस बीच झनकईया थानाध्यक्ष, एसएसआई और एक कांस्टेबल घायल हो गया। सिसईखेड़ा में बैरिकेडिंग तोड़कर आए ट्रैक्टर-ट्राॅली से नानकमत्ता के थानाध्यक्ष कमलेश भट्ट के दाहिने हाथ और बायें पैर पर चोट लगी। नानकमत्ता में झड़प के दौरान एसओ की वर्दी फट गई। बाजपुर में भी बैरिकेडिंग तोड़कर किसानों के 400 वाहनों का जत्था दिल्ली कूच कर गया। इसके अलावा कई जगहों पर पुलिस के रोके जाने पर किसान अपने वाहन छोड़कर पैदल ही चल दिए। उधम सिंह नगर में पुलिस को उस वक्त भारी पड़ा जिस बक्त दिल्ली जाने वाले किसानों को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन ने बाजपुर के यूपी और उत्तराखंड बाॅर्डर को पूरी तरह से रोकने की कोशिश विफल साबित हो गईै। लेकिन किसानों के हुजूम ने सभी बेरिकेट्स को तोड़ते हुए उत्तरप्रदेश में की सीमा में प्रवेश कर गया। किसानों के हंगामे ने बेरिकेटिंग के लिए लगाई ट्राली ओर सीमेंट के बने डिवाइडर रैली में शामिल ट्रैक्टरों से तोड़ फोड़ करते हुए सभी को हटा दिया ओर पुलिस के साथ धक्का मुक्की करते हुए दिल्ली को रवाना हो गए। वहीं एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने कहा कि पुलिस प्रशासन ने पूरे घटनाक्रम की वीडियोग्राफी करवाई है जिसके बाद प्रदर्शनकारियों और पुलिस पर हमला करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा। बता दें कि किसानों ने कृषि कानून के विरोध में दिल्ली में चल रहे आंदोलन को बल देने के लिए हजारों की संख्या में किसान दिल्ली सिख गुरद्वारा मैनेजमेंट कमिटी के अध्यक्ष और शिरोमणि अकाली दल के सदस्य मनजिंदर सिंह सिरसा और भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कर्म सिंह के नेतृत्व में दोराहा रोड स्थित एक मैरिज पैलेस में एकत्र हुए। जिसके बाद किसान विशाल जुलूस निकालते हुए दोराहा बाॅर्डर पर पहुंचे जहां किसानों को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद था। किसानों ने पुलिस से दिल्ली जाने देने का निवेदन किया लेकिन पुलिस ने किसानों की एक न सुनी। जिसके बाद आक्रोशित किसानो ने ट्रैक्टर से पुलिस प्रशासन द्वारा लगाए गए बैरिकेडिंग को तोड़कर ध्वस्त कर दिया। जिसके बाद किसान पुलिस के साथ धक्का-मुक्की करते हुए दिल्ली रवाना हुए। किसानों के आक्रोश के सामने पुलिस बोनी नजर आई। वही किसानों द्वारा की गई तोड़फोड़ के दौरान कई पुलिसकर्मियों को हल्की चोटें आई हैं। भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष कर्म सिंह ने कहा कि किसान शांतिपूर्ण तरीके से अपना आंदोलन करना चाहता है जिसके लिए सर्वाेच्च न्यायालय ने भी किसानों को अनुमति दी है लेकिन पुलिस प्रशासन सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन करते हुए किसानों को जबरन दिल्ली ना जाने देने की बात कर रहा है। वहीं भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कर्म सिंह ने कहा कि किसान हर हालत में दिल्ली पहुंच कर रहेंगे चाहे किसानों को पुलिस की लाठियों का भी सामना क्यों ना करना पड़े।