काशीपुर में किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने झोंकी ताकत
काशीपुर। कृषि बिल के खिलाफ चल रहे आंदोलन में शामिल होने के लिए दिल्ली की ओर रवाना हो रहे किसानों के भारी-भरकम को सुबह पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने रोकने का तमाम प्रयास किया लेकिन प्रशासन मंसूबे में कामयाब नहीं हो सका । हजारों की तादात में वाहनों में भरे किसान राज्य की सीमा पार कर गंतव्य की ओर कूच कर गए। किसानों और पुलिस के बीच काशीपुर के आईजीएल मोड़ और परमानंदपुर में तीखी नोकझोंक भी हुई। पुलिस ने किसानों को रोकने में पूरी ताकत झोंक दी। ट्रैक्टर आगे बढ़ा रहे किसानों का ट्रैक्टर पुलिस ने हाथों से पीछे धकेलने का प्रयास किया। एसओ आईटीआई विद्यादत्त जोशी ट्रैक्टर के सामने बैठ गए। ट्रैक्टर आगे बढ़ाने की जिद पर अड़े किसानों का ट्रैक्टर कई बार पुलिस कर्मियों के ऊपर चढ़ते-चढ़ते बचा। घंटों की मशक्कत के बाद भी पुलिस किसानों को रोकने में नाकाम रही और किसान यहां से बाजपुर की ओर कूच कर गए। किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए भारी संख्या में किसान ट्रैक्ट-ट्राली और चार पहिया वाहनों से शुक्रवार सुबह काशीपुर से निकले। पुलिस ने बाजपुर रोड स्थित आईजीएल मोड़ व परमानंदपुर में भारी बैरिकेडिंग कर रखी थी। सुबह लगभग 8ः30 बजे आईजीएल मोड़ पर पहुंचे किसानों की पुलिस से नोकझोंक शुरू हो गई। काफी देर तक पुलिस किसानों को रोककर समझाने का प्रयास करती रहे, लेकिन किसान नहीं माने। काफी जद्दोजहद के बाद किसान आगे बढ़ गए। इसके बाद पुलिस ने परमानंदपुर में किसानों के वाहनों को रोक दिया। काफिला रुकने के बाद भी किसान आगे जाने की जिद पर अड़े रहे। इस दौरान एसओ आईटीआई विद्या दत्त जोशी किसानों के ट्रैक्टर के आगे बैठ गए, लेकिन किसान फिर भी नहीं माने और ट्रैक्टर आगे बढ़ाते रहे। ट्रैक्टर आगे बढ़ता देख पुलिस कर्मियों ने हाथों से ट्रैक्टर को पीछे धकेलने का प्रयास किया। इस दौरान कई पुलिसकर्मी किसानों के ट्रैक्टर के नीचे आते-आते बचे। काफी देर तक किसानों और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच चली जद्दोजहद के बाद किसानों का भारी-भरकम कारवां बाजपुर के लिए कूच कर गया । भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र सिंह राणा से इस बारे में बातचीत करने पर उन्होंने बताया कि समूचे कुमाऊं भर के हजारों हजार किसानों को दिल्ली में चल रहे आंदोलन में शामिल होने से अब कोई रोक नहीं सकता । यानी उप जिलाधिकारी सुंदर सिंह क्षेत्राधिकारी अक्षय प्रहलाद के अलावा सर्किल के 4 थानों की कोट्स किसानों के बढ़ते कदम को रोक नहीं सकी और देखते ही देखते उन्होंने राज्य की सीमा पारकर उत्तर प्रदेश की सीमा में प्रवेश कर लिया।