कोविड वैक्सीन टीकाकरण के क्रियान्वयन की तैयारियों को लेकर मुख्य सचिव ने दिये दिशा निर्देश
रूद्रपुर । मुख्य सचिव ओम प्रकाश की अध्यक्षता में कोविड-19 वैक्सीन टीकाकरण क्रियान्वयन हेतु गठित राज्य स्तरीय स्टेरिंग समिति की सभी जिलाधिकारियों एवं मुख्य चिकित्साधिकारी के साथ बैठक आयोजित हुई। उन्होने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि प्रत्येक दुकान, माॅल, पार्क, होटल , ढाबा इत्यादि में सामाजिक दूरी का विशेष ध्यान रखा जाये। उन्होने कहा कि प्रत्येक प्रतिष्ठान के बाहर दूरी बनाये रखने हेतु गोल सर्कल के माध्यम से स्थान चिन्हित करें, साथ ही सेनेटाईजर व मास्क अनिवार्य रूप से उपलब्ध हो। उन्होने कहा कि आगामी एक-दो माह में कोरोना बढ़ने की सम्भावना अधिक है। इसके दृष्टिगत ऐतिहात बरतने की आवश्यकता है। उन्होने कहा कि मैदानी जिलों में सैम्पलिंग बढ़ाने की जरूरत है, स्वास्थ्य विभाग इस पर विशेष ध्यान दें। उन्होने कहा कि आशा कार्यकर्ती व आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों को बेहतर से बेहतर प्रशिक्षण दिया जाना सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि ग्रामीण व दूरस्थ क्षेत्रों में विशेष फोकस किया जायें। उन्होने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना वैक्सीन के ट्रांसपोर्ट हेतु वैक्सीन वैन की व्यवस्था कराना सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि वैक्सीन के टीकाकरण हेतु खण्ड वार बूथ बनाने के लिए स्कूल, पंचायत घर आदि स्थानों का चयन कर लें, व नियमों के अनुसार बूथ तैयार किया जाऐ, एवं बूथ में बिजली, पानी, आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि मुख्य चिकित्साधिकारी वैक्सीन लगाने के लिए कुशल टीमों का गठन करें एवं उन्हे प्रशिक्षण दे, ताकि आम जनता को वैक्सीन लगाई जायें। उन्होने कहा कि वैक्सीन लगाते समय नियमों के अनुरूप ही वैक्सीन लगाई जायें। उन्होने कहा कि सभी सीएसी एवं पीएसी को वीसी के माध्यम से बैठक के लिए प्रशिक्षित किया जाए, एवं वीसी के लिए उत्तफ विभाग को आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराई जाऐं। उन्होने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जनपद स्तर पर वैक्सीन से सम्बन्धित जो भी तैयारियां की जाये उससे शासन को भी अवगत कराया जाये। उन्होने कहा कि शोसल मीडिया पर भी विशेष ध्यान दिया जायें ताकि किसी भी प्रकार की फेक न्यूज प्रसारित न हो। उन्होने कहा कि नुक्कड़ नाटक, शोसल मिडिया के माध्यम से एवं जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाये। उन्होने कहा कि गांवों में आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ती एवं एनजीओ के माध्यम से बूथ निर्माण में सहयोग लिया जाये। जिलाधिकारी श्रीमति रंजना राजगुरू ने मुख्य सचिव को अवगत कराया कि जनपद में पब्लिक हैल्थ फैसेलिटि मैपिंग 92.3 प्रतिशत, प्राईवेट हैल्थ फैसेलिटि मैपिंग 94.0 प्रतिशत, वैक्सीनेटर एवं सुपरवाईजर 99.1 प्रतिशत, सेंशन साईट 86.3 प्रतिशत के साथ पब्लिक एवं प्राईवेट फैसेलिटि का डाटा अपलोडिंग 11.7 प्रतिशत है। उन्होने बताया कि जनपद में लगातार सैम्पलिंग निर्धारित मानकों से अधिक की जा रही है, व साथ ही जनपद की सीमाओं पर भी हाईरिस्क जोन से आने वाले लोगों की रेन्डमली जांाच की जा रही है। उन्होने कहा कि जनपद में ब्लाॅक टास्क फोर्स की भी बैठक आयोजित हो चुकी है, जिसमें सम्बन्धित अधिकारियों को नियमानुसार आवश्यक दिशा निर्देश दिये जा चुके है। इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डी एस पंचपाल, एसीएमओ डाॅ हरेन्द्र मलिक, उपस्थित थे।