उत्तराखंड में सड़कों पर उतरे विपक्षी दल ,काला कृषि कानून वापस लेने की मांग,चप्पे-चप्पे पर पुलिस मुस्तैद

0

राजधानी में भारत बंद का मिलाजुला असर : पल्टन बाजार में  दुकानों को बंद कराने पंहुचे कांग्रेसी 
देहरादून/रूद्रपुर/गदरपुर/काशीपुर/ जसपुर/किच्छा/नानकमत्ता/गूलरभोज/ हल्द्वानी/रामनगर/ नैनीताल(दर्पण ब्यूरो)। कृषि बिलों को वापस लेने की मांग को लेकर किसानों ने आज भारत बंद का आ“वान किया है। उत्तराखंड में भी किसानों के इस बंद को राजनीतिक दलों के साथ ही विभिन्न संगठनों का समर्थन भी मिल रहा है। राजधानी में भारत बंद का कोई खास असर नही दिखा । हाँ इसे लेकर राजनीति जरूर तेज होती दिख रही है। भारत बंद को समर्थन दे चुकी कांग्रेस इसे सफल कराने में जुटी दिखी। पल्टन बाजार में खुली दुकानों को बंद कराने कांग्रेसी पंहुचे जहाँ व्यापारियों से भी दुकानदारों की नोंकझोंक हुई वहीं पहले से मुस्तैद सिटी पुलिस ने भी कांग्रेसियों को ऐसा करने से रोका। विरोध स्वरूप कुछ कांग्रेसियो ने घंटाघर पर धरना देते हुये केंद्र सरकार व नये कृषि कानून के खिलाफ नारेबाजी भी की है। कांग्रेस ने देहरादून में किसानों के समर्थन में रैली निकाली और धरना देककर घंटाघर में जाम लगा दिया।किसानों के राष्ट्रव्यापी बंद को लेकर डोईवाला में भी बंद का मिलाजुला असर दिखाई दिया। इस दौरान डोईवाला चैक पर कांग्रेस किसान सभा और भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने इसे काला कानून बता धरना-प्रदर्शन भी किया। इससे पहले प्रदर्शनकारियों ने मिल गेट से देहरादून रोड तक जुलूस भी निकाला और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। सुरक्षा की दृष्टि से स्थानीय पुलिस-प्रशासन भी मौजूद रहा। प्रदर्शनकारियों में कांग्रेस के जिला अध्यक्ष गौरव चैधरी, गन्ना समिति के चेयरमैन मनोज नौटियाल, किसान यूनियन के पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी उपस्थित थे। रायवाला और आसपास ग्रामीण क्षेत्र के बाजार पर कोई असर नहीं दिखा। सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठान रोजाना की तरह लगभग 10ः30 बजे खुले। सड़क पर ट्रैफिक भी सामान्य है। अभी तक किसी बंद समर्थक किसी दल के द्वारा दुकानों को बन्द करवाने की कोशिश भी नहीं की गई। हालांकि आम आदमी पार्टी ने दुकानें बंद करवाने की घोषणा की थी, लेकिन उसका भी कोई असर नहीं देखा जा रहा है। वहीं, शांति व सुरक्षा के मद्देनजर प्रमुख जगहों पर पुलिस भी तैनात हैं। पुलिस की गश्ती टीम भी लगातार राउंड पर है।

हल्द्वानी में नेता प्रतिपक्ष डा. इंदिरा हृद्येश ने किसानों की मांगों के समर्थन में कांग्रेस नेताओं के साथ धरना दिया। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि मोदी सरकार ने किसानों, महिलाओं और युवाओं को गुमराह करने का काम किया है। भाजपा सरकार की जुमलेबाजी से आज आम जनता बेहाल हो चुकी है। श्रीमती इंदिरा ने कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों का कर्ज माफ करने का वायदा किया था लेकिन आज किसान दिल्ली की सड़कों पर रात गुजार रहे लेकिन पीएम मोदी खामोश है और भाजपा के नेता विपक्ष पर गुमराह करने का आरोप थोप रहे है। आगामी चुनाव में भाजपा को जनता सबक सिखाने के लिये तैयार हो गई है। इस दौरान कांग्रेस के वक्ताओं ने केंद्र सरकार से तीन कृषि कानून को वापिस लेने की माग दोहराते हुए जमकर नारेबाजी की।
रूद्रपुर- कृषि बिलों को वापस लेने की मांग को लेकर किसानों ने भारत बंद का आज रूद्रपुर में व्यापक असर रहा। जबकि जिले भर में बंद का मिला जुला असर देखने को मिला। बंद के दौरान जिला मुख्यालय पर कांग्र्रेस, प्रांतीय उद्योग व्यापार मण्डल, देवभूमि व्यापार मण्डल, गुरूद्वारा सिंह सभा सहित विभिन्न संगठनों ने सड़कों पर उतरकर किसानों के आंदोलन का समर्थन किया और कृषि बिलों को वापस लेने की पुरजोर मांग की। इस दौरान केन्द्र सरकार का पुतला भी फूंका गया। गौरतलब है कि नये कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से आंदोलन कर रहे किसानों ने आज भारत बंद का ऐलान किया था। जिसका आज उधम सिंह नगर में मिला जुला असर देखने को मिला। जिला मुख्यालय पर मुख्य बाजार में सुबह से सन्नाटा पसरा रहा। छिटपुट खुली दुकानों को आंदोलन के समर्थन में उतरे लोगों ने बंद करा दिया। गुरूद्वारा सिंह सभा, देवभूमि व्यापार मण्डल, प्रांतीय उद्योग व्यापार मण्डल सहित विभिन्न संगठनों से जुड़े तमाम लोग आज गुरूद्वारा सिंह सभा में एकत्र हुए। यहां से भारत बंद के समर्थन में भगत सिंह चैक, सब्जी मण्डी, विधवानी मार्केट, नेशनल हाईवे, अग्रवाल धर्मशाला, काशीपुर बाईपास, गल्ला मण्डी, गोल मार्केट होते हुए बाटा चैक जुलूस निकाला गया और छिटपुट खुली दुकानो को शांतिपूर्वक बंद करा दिया। इससे पूर्व प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी के बीच केन्द्र सरकार का पुतला भी फूंका। प्रदर्शनकारियों ने कृषि कानूनों को वापस लेने की पुरजोर मांग की। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि केन्द्र सरकार ने किसान विरोधी कानून लाकर किसानों के साथ विश्वास घात किया है। किसानों की आय दुगनी करने के नाम पर उनके साथ दल किया गया है। इसे अन्नदाता बर्दाश्त नहीं करेगा। इस दौरान पूर्व मंत्री तिलकराज बेहड़ ने कहा कि भारत को कृषि प्रधान देश कहा जाता है, आज उसी देश का किसान सड़कों पर उतरने को मजबूर हो रहा है ।किसानों का हाल बद से बदतर होता जा रहा है । किसान फसलों की कीमत न मिलने पर उसे ओने पोने दामों पर बेचने को मजबूर हो रहा है। केंद्र सरकार किसानों की मांगों को अनदेखा कर रही है।उन्होंने कहा की जिस तरह से किसान सर्दियों में दिल्ली बाॅर्डर इतने दिनों से आन्दोलन कर रहें हैं उसपर केंद्र सरकार को शर्म आनी चाहिए। वहीं महाराजा रणजीत सिंह पार्क में गुरूद्वारा सिंह सभा ने सभा का आयोजन किया। सभा में वक्ताओं ने केन्द्र सरकार द्वारा लाये गये कृषि बिलों के खिलाफ जमकर गुबार निकाला। वक्ताओं ने कहा कि किसान बिल किसानों को आर्थिक रूप से खोखला करने वाले हैं। इन्हें किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। वहीं भारत बंद के समर्थन में कांग्रेस कार्यकर्ता पूर्व मंत्री तिलकराज बेहड़ के नेतृत्व में बाटा चैक पर एकत्र हुए जहां भारत सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई और किसानों पर थोपा गया काला कानून वापस लेने की पुरजोर मांग की गई इसके बाद महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जगदीश तनेजा प्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी की वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्रीमती मीना शर्मा मंडी समिति के पूर्व अध्यक्ष अरुण पांडे किसान नेता मोहनखेड़ा आदि के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पूरे शहर में घूम घूम कर बाजार बंद का जायजा लिया और भारत बंद में रुद्रपुर के व्यापारियों के योगदान के लिए उनका धन्यवाद दिया। प्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी की वरिष्ठ उपाध्यक्ष मीना शर्मा ने अपने हाथ में किसानों के प्रतीक के रूप में हल पकड़ रखा था । इस अवसर पर श्रीमती शर्मा ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार को किसानों के खिलाफ लाए गए काले कानून को वापस लेना ही होगा उन्होंने कहा कि किसान देश के अन्नदाता हैं जिन का अपमान और शोषण किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विरोध प्रदर्शन के दौरान जगह जगह पुलिस फोर्स तैनात रही। विरोध प्रदर्शन और बाजार बंद कराने वालों में गुरूद्वारा सिंह सभा के अध्यक्ष राम सिंह बेदी, सिख सेंटल कमेटी के अध्यक्ष सुरमुख सिंह, देवभूमि व्यापार मण्डल जिलाध्यक्ष गुरमीत सिंह, नगर अध्यक्ष विकास शर्मा, व्यापार मण्डल संजय जुनेजा, सुशील गाबा, अभिषेक शुक्ला अंशु, हरविंदर सिंह हरजी, संदीप संधू, प्रतिपाल सिंह, सुरमुख सिंह विर्क, बलविंदर सिंह विर्क, राजू सीकरी, हरीश अरोरा , सौरभ शर्मा, मोहन खेड़ा, रछपाल सिंह बेदी,प्रीतम सिंह चावला, गुरमीत सिंह बठला, दिलराज सिंह,बीर सिंह,हरविंदर सिंह,साहब सिंह,भूपेंद्र सिंह,अवतार सिंह, सुभाष नारंग, सुनील झाम, विक्की आहूजा, डायमण्ड, दिलीप अधिकारी, मीना शर्मा, अनिल शर्मा, विकास मलिक, मोहन कुमार, कैलाश राठौर, रंजीत तिवारी, विक्की सिंह, सुशील मण्डल, उमर अली, अमीर हुसैन, इन्द्रजीत सिंह, राजीव कामरा, अरूण पाण्डे अमनदीप विर्क,ब्लाक अध्यक्ष दिनेश पन्त, नबाब सिंह मनदीप सिंह, युवा नेता सौरभ बेहड़,पार्षद मोहन भारद्वाज, राजेश कुमार,अमित, मिश्रा बिट्टðू, अषित बाला,अबरार अहमद,दलजीतसिंह संधू,बाबू खान, सचिन मुंजाल, उमा सरकार, संजीव रस्तोगी, बेबी सिकदार,मोनिका ढाली, हरजीत सिंह ,कमलेश गुप्ता,रवि कठेरिया,रामधारी गंगवार,राकेश यादव,प्रदीप यादव, निर्मल सिंह, रविंदर सिंह, किसान नेता वीर सिंह,विक्रमजीत सिंह, दलराज बाजवा, राॅबिन बिश्वास,कावल सिंह, प्रीतम सिंह,विक्की प्रधान आदि कार्यकर्ता शामिल थे।गदरपुर- किसान आंदोलन के समर्थन में भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले विभिन्न राजनीतिक, व्यापारिक और सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों द्वारा भारत बंद के तहत अपने प्रतिष्ठानों को बंद रखा। भारत बंद के दौरान फल, सब्जी, क्लीनिक, मेडिकल स्टोर एवं पेट्रोल पंप जैसी आवश्यक सेवाओं को छोड़कर अन्य प्रतिष्ठान और दुकानें पूर्णता बंद रहे। मंगलवार की प्रातः से ही भारतीय किसान यूनियन के ब्लाॅकध्यक्ष राजेंद्र सिंह मक्कड़ के नेतृत्व में किसान यूनियन से जुड़े पदाधिकारियों द्वारा विभिन्न राजनीतिक, व्यापारिक और सामाजिक संगठनों से जुड़े प्रतिनिधियों के साथ बाजार में पैदल भ्रमण कर व्यापारियों से शांतिपूर्ण तरीके से अपने-अपने प्रतिष्ठानों को बंद रखने की अपील की गई। भारतीय किसान यूनियन के भारत बंद का प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष राजकुमार भुîóी, व्यापार मंडल अध्यक्ष पंकज सेतिया, महामंत्री मनीष फुटेला, तराई सिख संगठन के अध्यक्ष गुरनवीत सिंह विर्क हैप्पी, एआईसीसी मेंबर राजेंद्र पाल सिंह, मंडी समिति के पूर्व चेयरमैन प्रीत ग्रोवर, सतीश मुंजाल, महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष रीना कपूर, युवक कांग्रेस के प्रदेश प्रवत्तफा वरुण कपूर, प्रदेश सचिव मोहनीश कुमार उर्फ मन्नू चैधरी, जिला सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष सुभाष बेहड़, कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव इंद्रपाल सिंह संधू, ग्राम प्रधान संघ के अध्यक्ष गुरविंदर सिंह विर्क, कांग्रेस कमेटी के ब्लाॅक अध्यक्ष नासिर हुसैन, किसान कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव राजीव ग्रोवर सहित तमाम जनप्रतिनिधियों द्वारा समर्थन किया गया। वत्तफाओं ने कहा कि किसान देश का अन्नदाता है और उसकी किसी भी समस्या के निराकरण के लिए वे हर संभव सहयोग करने के लिए तैयार हैं। इससे पूर्व भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक और व्यापारिक संगठनों से जुड़े प्रतिनिधियों द्वारा गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा के परिसर में एक बैठक का भी आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे जनप्रतिनिधियों किसानों व्यापारियों और सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों ने किसान आंदोलन का पुरजोर समर्थन करते हुए केंद्र सरकार से पारित किए गए कृषि अध्यादेशों को तत्काल रद्द किए जाने की मांग की गई। इस अवसर पर किसान यूनियन के अशोक सेठी, गुलाब राम कंबोज, विनोद गुंबर, ज्ञान चंद कंबोज दलजीत सिंह परविंदर बत्रा गब्बर, परमिंदर सिंह विर्क, हरविंदर सिंह टिंकू, शैलेंद्र शर्मा, जकी उल्ला खां, मुनव्वर अली, इंद्रजीत सिंह पूनिया, बाबा रिंकू, कुलजिंदर सिंह, ज्ञान पाल सिंह, धर्मवीर सिंह, रेशम सिंह, जोगिंदर सिंह, देवेंद्र सिंह चुघ, सौरभ बेहड़, सचिन बजाज, मनजीत सिंह, चंचल सिंह, विकास तनेजा, मंगतराम बत्रा एवं राजेश बाबा शहीद तमाम लोग मौजूद थे। वहीं, भारत बंद के मद्देनजर पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक इंतजाम किए गए थे इस अवसर पर उप जिलाधिकारी एपी वाजपेई, पुलिस क्षेत्राधिकारी बाजपुर दीपशिखा अग्रवाल, पुलिस क्षेत्राधिकारी महेश चंद्र बिंजोला, थानाध्यक्ष अरविंद चैधरी एवं एलआईयू आॅफ यूनिट के प्रभारी उपनिरीक्षक मोहम्मद रिजवान खान भारी पुलिस फोर्स के साथ मौजूद रहे।

काशीपुर- कृषि बिल के विरोध में भारत बंद के दौरान भारतीय किसान यूनियन, महानगर कांग्रेस कमेटी समेत व्यापारी संगठनों ने सुबह से ही दर्जनों की तादाद में लामबंद होकर दुकानों के शटर डाउन करा दिए। इस दौरान अपराहन बाद तक काशीपुर के बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा जबकि आबादी वाले मोहल्लों में दुकानें खुली पाई गई। भारत बंद के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए प्रशासन चप्पे-चप्पे पर मुस्तैद रहा। आज सुबह भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र सिंह राणा के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ता जेल रोड पर एकत्रित हुए। यहां से जुलूस की शक्ल में केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध प्रदर्शन करते हुए मार्केट में दुकानें बंद कराते हुए लोगों से भारत बंद में सहयोग की अपील की। इसके उपरांत किसानों का भारी- भरकम कारवां मेन मार्केट थाना कोतवाली तहसील रोड से होते हुए स्टेशन रोड से चलकर टांडा उज्जैन पहुंचा। यहां टांडा उज्जैन में प्रदर्शनकारियों ने दुकानें बंद करा दी। सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए टांडा उज्जैन चैराहे पर भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले एकत्रित किसानों ने भीषण चक्का जाम किया। जाम के कारण मार्ग के चारों ओर वाहनों की लंबी लाइन लग गई। प्रदर्शनकारियों के रौद्र रूप को देखते हुए पर्याप्त मात्रा में फोर्स मौके पर तैनात कर दी गई। प्रदर्शनकारी किसानों का साफ कहना है कि यदि समय रहते सरकार ने नए कृषि कानूनों को वापस नहीं लिया तो भविष्य के परिणाम गंभीर होंगे। ऐसे ही व्यापारी संगठन के पदाधिकारियों ने भी दर्जनों की तादाद में एकजुट होकर लोगों से भारत बंद में समर्थन की अपील की। प्रदर्शनकारियों में भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र सिंह राणा कल्याण सिंह प्रवेश राठी प्रताप विर्क हरजिंदर सिंह गगन कांबोज हरदेव सिंह हैरी जितेंद्र सिंह सहित सैकड़ों लोग शामिल रहे। भारत बंद के दौरान पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारियों की गाड़ियां क्षेत्र में घूम-घूम कर लगातार जायजा लेती रही । किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह सजग व चैकन्ना नजर आया। शहर की व्यवस्था बरकरार रखने को लेकर भारत बंद के दौरान एक एस एच ओ एक एसएसआई ए प्लाटून पीएसी 30 कांस्टेबल के अलावा महिला काॅन्स्टेबल फायर यूनिट लोकल इंटेलिजेंस व एलआईयू कर्मी महत्वपूर्ण स्थानों पर मुस्तैद रहे।

जसपुर- केंद्र सरकार के नए कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर पिछले 12 दिनों से डटे रहे किसान प्रदर्शनकारियों के मंगलवार के भारत बंद के आवाहन पर आज जसपुर में भारतीय किसान यूनियन ब्लाक जसपुर के सभी कार्यकर्ताओं ने विभिन्न सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर आज जसपुर में सुभाष चैक पर पूरे बाजार में रैली निकालते हुए विशाल धरना प्रदर्शन कर लगभग 1 घंटे तक हाइवे जाम किया। भारतीय किसान यूनियन के साथ आज जसपुर में जसपुर कांग्रेस के विधायक आदेश चैहान व कांग्रेस की पूरी टीम इस प्रदर्शन में पूर्ण रूप से किसानों के साथ रही। विधायक आदेश चैहान ने कहा कि अगली फसल और अगली नस्ल के लिए हम किसानों के लिए लाए गए काले कानून का विरोध करते हैं। आदेश चैहान ने कहा कि हमें आने वाली फसलों के लिए और इस देश में आने वाली नस्लों के लिए इस सरकार के खिलाफ अपने आंदोलन को मजबूती के साथ लड़ना होगा। क्योंकि यह सरकार उद्योगपतियों के हित साधने के लिए अपना जमीर बेच कर हमारे अन्नदाता के ऊपर इन काले कानूनों को थोपना चाहती है।जसपुर में बाजार बंद को लेकर व्यापार मंडल ने भी पूर्ण रूप से अपना समर्थन दिया। व्यापार मंडल अध्यक्ष त्रिलोक चंद अरोड़ा ने कहा कि वह 1 दिन पहले ही समस्त व्यापारियों से अपने प्रतिष्ठान बंद रखने का आ“वान कर चुके हैं ,वही इस बंद को जसपुर में समाजवादी पार्टी व्यापार सभा के प्रदेश अध्यक्ष रवि छाबड़ा ने व आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता अजय अग्रवाल ने भी अपना पूर्ण रूप से समर्थन दिया। जसपुर में समस्त व्यापारियों ने स्वता ही पूर्ण रूप से अपने प्रतिष्ठानों को बंद रखकर इस आंदोलन में अपना सक्रिय रूप से भूमिका अदा की। व्यापारियों ने कहा कि अगर अन्नदाता खुशहाल रहेगा तो व्यापारी भी खुशहाल रहेगा क्योंकि व्यापार अन्नदाता के ऊपर निर्भर है। भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं में प्रमुख रूप से सरदार त्रिलोचन सिंह, सरदार शीतल सिंह, दीदार सिंह, सरदार महेंद्र सिंह, सरदार सुखवीर सिंह, कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रवत्तफा डाॅ शुभ चंद्र सिंह, हिमांशु सिंह, गजेंद्र सिंह चैहान, व अन्य सैकड़ों की तादाद में अपने ट्रैक्टरों के साथ व ग्रामीण क्षेत्र को किसानों के साथ उपस्थित रहे।
किच्छा- किसान के भारत बंद को लेकर दर्जनों किसानों, कांग्रेसी नेताओं एवं व्यापार मंडल ने संयुत्तफ रूप से बरेली मार्ग रुद्रपुर मार्ग सहित विभिन्न दुकानदारों से प्रतिष्ठानों के बंद रखने का आव्हान किया। इस दौरान महाराणा प्रताप चैक पर एकत्र हुए किसानों व व्यापारियों ने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि अन्नदाता हमारे जीवन की नींव है, जिसको लेकर देश के प्रत्येक व्यत्तिफ को किसानों के समर्थन में आना चाहिए। इस मौके पर सरवर यार खान, नारायण सिंह बिष्ट, संजीव कुमार सिंह, राजेश प्रताप सिंह, सुरेश पपनेजा, फिरदौस सलमानी, हरीश पनेरू, बंटी पपनेजा, राजकुमार बजाज, मेजर सिंह, गणेश उपाध्याय, अरुण तनेजा, अरुण शुक्ला, निर्मल हंसपाल, साहब संधू, मिस्बाल कुरैशी, प्रवीण सेन, पुनीत यादव, जाकिर अंसारी, महेंद्र अग्रवाल राम बाबू, जगरूप गोल्डी, इम्तियाज मालिक सहित अनेक लोग मौजूद थे।

नानकमत्ता- केंद्र में मोदी सरकार के कृषि कानून के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में मंगलवार को पूर्ण रूप से बाजार बंद रहा है। नगर के विभिन्न संगठनों के लोगों ने भारत बंद का समर्थन किया। ग्रामीण क्षेत्र के किसानों ने कृषि कानून वापस लेने की मांग की। नगर के मुख्य चैराहे पर पुलिस बल तैनात रहा।
गूलरभोज- किसानों के भारत बंद का गूलरभोज में भी मिलाजुला असर देखने को मिला। सुबह दुकानें बंद रही। दोपहर बाद स्थिति सामान्य हो गई किसानों ने बाजार को शांति प्रिय ढंग से बंद कराया। इस अवसर पर नंदा बल्लभ पांडे, मोहित चैहान, जय राम राजभर, सुखविंदर सिंह, किशोर सामंत, गोविंद सिंह, लाखन सिंह, हिमांशु, लच्छू सिंह आदि लोग थे
हल्द्वानी- यहां भारत बंद बेअसर रहा। बाजार पूरी तरह खुले रहे। सदर बाजार मीरा मार्ग, मंगल पड़ाव, कारखाना बाजार, मने रोड पर जगह जगह पुलिस तैनात रही। इस दौरान आ प पार्टी के कार्यकता्रओं ने जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया। वहीं पुलिस प्रशासन ने गौलापार से आ रहे किसानों के टैªक्टरों को रोक दिया। फाटक पर पुलिस के साथ किसानों की नोंक झोंक हुई। उसके बाद उन्हें आगे जाने दिया गया। वहीं कृषि कानूनों के खिलाफ गौलापार में कांग्रेसियों ने फावड़ा पकड़ सांकेतिक प्रदर्शन किया। कहा कि केंद्र सरकार किसानों को कमजोर करने में तुली है। जिला प्रवत्तफा हरेंद्र क्वीरा संग सड़क पर प्रदर्शन करते हुए कांग्रेसियों ने कहा कानून के विरोध में देशभर के किसान दिल्ली के बाॅर्डर पर जुटे हुए हैं। उसके बावजूद सरकार सुनने को तैयार नहीं। ब्लाॅक अध्यक्ष नीरज रैक्वाल ने कहा कि एमसीपी को लेकर सरकार गारंटी देने को तैयार नहीं। ऐसे में किसानों का गुस्सा जायज है।

रामनगर- किसान बिल के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों के भारत बंद का शहर में मिलाजुला असर देखने को मिला। बंद के दौरान रानीखेत रोड और नगर के मुख्य बाजार में जगह जगह पर पुलिस बल तैनात रहा। भारत बंद के आ“वान को लेकर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा भी मुख्य बाजार व रानीखेत रोड में भ्रमण करते हुए सभी व्यापारियों से बंद में अपना समर्थन देने की अपील की। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत के नेतृत्व में मंगलवार को कार्यकर्ताओं ने भारत बंद को लेकर सभी व्यापारियों से अपने प्रतिष्ठान बंद करने की अपील की वहीं कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष रणजीत सिंह रावत ने बताया कि भारत बंद को लेकर रामनगर के व्यापारियों व जनता ने जो अपना सहयोग दिया है उसके लिए उन्होंने सभी का आभार व्यत्तफ किया। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के समय में भी कुछ लोगों ने अंग्रेजों की चापलूसी कर देश की आजादी के आंदोलन में अपना समर्थन नहीं दिया था उन्होंने कहा कि आज के इस बंद से निश्चित तौर पर किसानों के आंदोलन को एक बड़ी मजबूती मिली है और उन्होंने इसे किसान आंदोलन की जीत बताते हुए कहा कि सरकार को अब भी समझ लेना चाहिए कि उनके द्वारा लागू किसान बिल पूरी तरह व्यवहारिक है और सरकार को इसे शीघ्र वापस लेना चाहिए नहीं तो इसके गंभीर परिणाम सरकार को भुगतने होंगे। इस दौरान नगर पालिका अध्यक्ष हाजी मोहम्मद अकरम, अनिल अग्रवाल खुलासा ,अतुल अग्रवाल, विनय पडालिया ,डाॅक्टर निशांत पपनै, नदीम कुरैशी, तस्लीम अहमद, महेंद्र प्रताप सिंह बिष्ट, ममता आर्य, जावेद,अजय मेहता सहित कई लोग मौजूद रहे। वहीं ग्राम पीरुमदारा में बंद पूरी तरह सफल रहा। बंद का मुख्य कारण यह भी रहा कि इस क्षेत्र में अधिकांश किसान लोग रहकर अपनी खेती करते हैं। पीरु मदारा क्षेत्र में सभी व्यापारियों ने अपनी-अपनी दुकानें बंद रखते हुए किसानों के आंदोलन को पूरा समर्थन दिया किसान संघ के अध्यक्ष दीवान कटारिया के नेतृत्व में किसानों ने भारत बंद को लेकर पूर्व से ही अपनी तैयारियां करते हुए इस बंद को सफल बनाने की अपील की थी जो मंगलवार को पूरी तरह सफल भी साबित हुई । किसान संघ के अध्यक्ष दीवान कटारिया ने सहयोग के लिए सभी व्यापारियों का आभार जताते हुए कहा कि बंद के दौरान जहां एक ओर सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे तो वही पान बीड़ी सिगरेट के अलावा चाय के खोखे भी पूरी तरह बंद रहे उन्होंने कहा कि दिल्ली में चल रहे किसानों के आंदोलन में वह अपने कई सहयोगियों के साथ पूर्व में भागीदारी कर चुके हैं उन्होंने कहा कि यदि अब भी सरकार ने इसे वापस नहीं लिया तो वह एक बार फिर से किसानों के समर्थन में धरना स्थल पर जाने के लिए मजबूर होंगे उन्होंने कहा कि किसानों के हित में सरकार को इस बिल को वापस लेना होगा यदि बिल वापस नहीं हुआ तो सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन किया जाएगा। देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल के संरक्षक पूरन शर्मा ने कहा कि आज देश का किसान अन्नदाता के साथ ही भगवान के रूप में पूजा जाता है जब आज देश का किसान ही परेशान होगा तो जनता का क्या हाल होगा सरकार द्वारा पारित बिल में जो प्रावधान बनाए गए हैं उससे किसान अपनी खेती ना करने का मन बना चुके हैं किसान यदि खेती नहीं करेगा तो देश की जनता को अनाज कहां से उपलब्ध होगा उन्होंने सरकार से इस बिल को वापस लेने की मांग करते हुए कहा कि आज इस बंद के दौरान व्यापारियों ने अपना समर्थन देकर अपनी दुकानें बंद रखी है इसके लिए उन्होंने सभी व्यापारियों का आभार व्यत्तफ किया साथ ही उन्होंने कहा कि बंद के चलते इस क्षेत्र से खनन के वाहनों की आवाजाही भी बंद रही साथ ही उन्होंने कहा कि यदि भविष्य में और भी उग्र आंदोलन करने की आवश्यकता होगी तो व्यापारी इससे पीछे नहीं हटेगा । पीरुमदारा में कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत ने पहुंचकर सभी व्यापारियों का आभार जताते हुए किसानों को संबोधित करते हुए सरकार से इस कानून को वापस लेने की मांग की उनके साथ कांग्रेस के कई कार्यकर्ता भी मौजूद रहे। इस दौरान देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल अध्यक्ष दीपक पाल, राकेश चैहान, सतनाम सिंह ,नंदा वल्लभ सती, रणधीर सिंह, गुरुदेव चैधरी, अरुण चैधरी, दौलत कटारिया, प्रदीप सिंह, नरेश कालिया ,भूपेंद्र सिंह, अवतार सिंह ,हरदीप सिंह , हरीश खंतवाल, कुलदीप सल सहित कई लोग मौजूद रहे।
नैनीताल-किसानों व विपक्षी दलों के आ“वान पर भारत बंद का नैनीताल में कोई असर नहीं दिखा। व्यापारी समेत अन्य संगठनों ने कल ही साफ कर दिया था कि बाजार पूरी तरह खुले रहेंगे। जबकि उन्होंने किसानों की मांग का समर्थन किया है। तल्लीताल व्यापार मंडल के अध्यक्ष मारुति साह, महामंत्री अमनदीप सिंह ने बयान जारी कर कहा कि बाजार खुला रहेगा। मल्लीताल व्यापार मंडल अध्यक्ष किशन नेगी के अनुसार बाजार पूरी तरह खुला है। टैक्सी ट्रेवल्स यूनियन के अध्यक्ष नीरज जोशी के अनुसार यूनियन बंद का समर्थन नहीं कर रही। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में वैसे ही टेक्सी संचालन परेशान हैं, बंद में शामिल होकर अपनी परेशानी क्यों बढ़ाएंगे। मंगलवार को शहर के तल्लीताल व मल्लीताल के बाजार, होटल, गेस्ट हाउस समेत अन्य व्यापारिक गतिविधियां पूरी तरह सुचारू रही।

Leave A Reply

Your email address will not be published.