किसानो के समर्थन में हरदा ने दिया धरना
राइस मिलर के पास अपना धान बेचने के लिए मजबूर हो रहा किसान
देहरादून। उत्तराखंड के पूर्व सीएम व अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने किसानों की समस्याओं को लेकर मोर्चा खोल दिया है। सोमवार को प्रदेश के किसानों का धान नहीं खरीद जाने और बकाया भुगतान नहीं होने के कारण सरकार के खिलाफ अपने आवास पर एक दिवसीय सांकेतिक उपवास पर बैठकर विरोध जताया।श्री रावत ने कहा कि राज्य सरकार का रवैया ठीक नहीं है। किसान परेशान हैं, लेकिन सरकार उनकी बातें सुनने और मदद के लिए तैयार नहीं है। पूर्व सीएम हरीश रावत ने उपवास पर बैठने से पूर्व फेसबुक पर एक पोस्ट में उन्होंने लिखा है कि उत्तराखंड में किसानों का धान बड़ी मात्र में खरीद की प्रतीक्षा कर रहा है। सरकार ने खरीद के काफी समय पहले बंद कर दी है। एफसीआई के खरीद केन्द्र दूर हैं। वो धान खरीद का बहाना बना रहे हैं। मजबूर किसान औने-पौने दामों पर राइस मिलर के पास अपना धान बेचने के लिए मजबूर हो रहा है। यह मजबूरी उनकी राज्य सरकार की गलत नीतियों के कारण है। राज्य सरकार के इस रवैये के खिलाफ मैं, अपने देहरादून स्थित आवास पर चारधाम स्थित मंदिर के नीचे सांकेतिक उपवास पर बैठा हूं। तीनों किसान विरोधी कानून वापस लो, किसानों का शोषण बंद करो. इस दौरान किसान कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रसुशील राठी, महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव अनुपमा रावत, मनीष नागपाल, कमल सिंह रावत, संग्राम सिंह पुंडीर, यशपाल सिंह चौधरी, शशांक शर्मा, चंदन सिंह जीना, शैलेंद्र करगेती, अभय दीपक, तेग बहादुर, गुल मोहम्मद, गुलफाम सहित अन्य साथी मौजूद रहे।