बिग ब्रेकिंगः प्रीतम सिंह के बयान से कांग्रेस में भूचाल,अब इंदिरा चलीं ऐकला!
एक दर्जन से अधिक बागी नेताओं के लिये कांग्रेस अध्यक्ष ने खोले द्वार
देहरादून(उद ब्यूरो)। उत्तराखंड में कांग्रेस की पिछली हरीश रावत सरकार में बगावत कर पार्टी छोड़ने वाले लगभग एक दर्जन नेताओं की वापसी के कयासों को लेकर कांग्रेस के दिग्गज आपसी एकराय होती नहीं दिख रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम ने पार्टी से रूठ कर जाने वालों के लिए दरवाजे ऽुले होने के संकेत दिए तो पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव हरीश रावत ने उन्हें ही निशाने पर लेने में देर नहीं लगाई। भले ही प्रदेश कांग्रेस आलाकमान का रूख भाजपा में शामिल कई कांग्रेस के पुराने दिग्गजों की तरफ हो परंतु आगामी विधानसभा के चुनाव से पूर्व बागी हुए अधिकांश नेताओं के मनमुटाव को लेकर भी चर्चाओं का दौर थमा नहीं है। हांलाकि कांग्रेस में आगामी विस चुनाव में मुख्यमंत्री का चेहरा अभी तय नहीं हुआ ऐसे में कभी खुशी तो कभी गम की स्थिति के बावजूद भाजपा की प्रचंड बहुमत की सरकार बनाने में सबसे अहम भूमिका में रहने वाले बागी अब तक खुलकर किसी भी नतीजे पर जाने से कतरा रहे है। गौरतलब है कि उत्तराखंड में राज्य गठन के बाद से ही कांग्रेस और भाजपा के दिग्गजों के अपने अपने स्थानीय गुट बने हुए है। इसका नतीजा राज्य को 20 वर्ष में आठ बार सत्ता परिवर्तन के साथ मुख्यमंत्री बनाये गये। एनडी तिवारी के बाद कांग्रेस एकमात्र मुख्यमंत्री के रूप में हरीश रावत कांग्रेस के सर्वमान्य नेता माने जाते रहे है और पार्टी को गति देने का काम कर रहे है। जबकि लगातार प्रदेश के अधिकांश चुनाव हारने के बाद प्रदेश नेतृत्व में बदलाव की मांग के बावजूद सियासी वर्चस्व की जंग में राजनीतिक वजूद बचाने के लिये पूर्व सीमए हरीश रावत भी पीछे हटने को तैयार नही है। वहीं दूसरी तरफ अब कांग्रेस में दलबदलुओं की वापसी के मुद्दे पर चर्चा छिड़ते ही घमासान छिड़ गया है। आगामी विधानसभा के चुनाव में गेमचेंजर माने जा रहे हरीश रावत के समक्ष अब अपनी ही पार्टी में चुनौती खड़ी हो गई है। इतना ही नहीं नेता प्रतिपक्ष डा- इंदिरा हृद्येश के अनुसार भाजपा में गये कई नेताओं से उनका कोई विरोध नहीं किया जायेगा। वरिष्ठ नेताओं को अपनी राय दूसरों पर नहीं थोपनी चाहिये। एक ओर जहां नेता प्रतिपक्ष डा- इंदिरा हृद्येश ने सम्पूर्ण कुमाऊं मंडल के जिलों में भ्रमण करने का कार्यक्रम तय कर दिया है तो वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह इन दिनों गढ़वाल मंडल के दौरे पर हैं। बीते रोज कोटद्वार में उन्होंने कहा था कि राजनीति में रूठ कर जाने वालों के लिए दरवाजे कभी बंद नहीं किए जाते। हालांकि उन्होंने यह भी कहा था कि राज्य में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले अगर वापसी करते हैं तो इस बारे में केंद्रीय नेतृत्व फैसला लेगा।
मचल कर जब भी आंऽों में ढलक जाते हैं दो आंसू
हरीश रावत का ऐलानः सत्ता में आए तो उत्तराखंड में बिजली मुफ्त
देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत विधानसभा चुनाव में उन्होंने ने कहा कि कांग्रेस सत्ता में लौटी तो 200 यूनिट तक बिजली मुफ्त देंगे। सोशल मीडिया पर अपनी फेसबुक पर लिखी एक पोस्ट में पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस महासचिव हरीश रावत ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के फार्मूले को अपनाने के संकेत दिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक परिवार को 25 लीटर शुद्ध पीने का पानी भी 2024-25 तक मुफ्रत उपलब्ध कराया जाएगा। उनके वायदों को लेकर हमला करने वालों पर तंज कसते हुए उन्होंने गुलजार की पंत्तिफ़यां मचल कर जब भी आंऽों में ढलक जाते हैं दो आंसू, सुना है झरनों को बड़ी तकलीफ होती है। एक अन्य पोस्ट में उन्होंने दल बदलुओं की वापसी को लेकर पार्टी हाईकमान के आदेश का उल्लेऽ करने वाले पार्टी नेताओं को फिर निशाने पर लिया। उन्होंने पूछा कि क्या दलबदलुओं ने कांग्रेस में अर्जी लगाई है। फिर इस प्रसंग में बार-बार हाईकमान का उल्लेऽ क्यों किया जा रहा है। प्रदेश संगठन के मुिऽया के इस बयान पर उनका नाम लिए बगैर ही पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में तंज कसते हुए उन्होंने कहा, उत्तराऽंड की राजनीति धन्य है। देशभर के दलबदलू अब रूठे हुए अपने हो गए हैं। असम, अरुणाचल, मणिपुर, गोवा, तेलंगाना, कर्नाटक, अभी-अभी मध्यप्रदेश के दलबदलू भी अब अपने रूठे हुए कहलाएंगे। उन्हें दलबदलू कहना हमारी भूल है। उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया। न्यायपालिका ने भी इन रूठे हुए व्यत्तिफ़यों को महापापी कह कर उनकी सदस्यता रद कर दी। अब पता चला कि ये लोग तो दूध के धुले हुए 24 कैरेट के सोना हैं। भाजपा को यूं ही कोस रहे हैं। ऽरीद-फरोख्त व लोकतंत्र को ध्वस्त करने का आरोप लगाए जा रहे हैं। उन्होंने तो हमारे रूठे हुए व्यत्तिफ़यों को मात्र छाया दी।
कांग्रेस के पास जनता को बताने के लिए कुछ नहीं : कैंथोला
देहरादून। भाजपा के प्रदेश प्रवत्तफ़ा बिपिन कैंथोला ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के उस बयान पर पलटवार किया है, जिसमें कहा गया है कि कांग्रेस में सबके लिए दरवाजे ऽुले हैं। कैंथोला ने कहा कि इससे यह बात साफ हो जाती है कि कांग्रेस के पास प्रदेश स्तर पर ऐसा कोई बड़ा नेता नहीं है, जो उसका नेतृत्व कर पाए। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस जनता का भरोसा ऽो चुकी है।भाजपा नेता कैंथोला ने कहा कि कांग्रेस विकास की बात तो करती है, लेकिन उसे यह भी बताना चाहिए कि उसने अपने कार्यकाल में राज्य के विकास के लिए क्या किया। उन्होंने कांग्रेस के शासनकाल में हुई भर्तियों पर भी सवाल उठाए और कहा कि तब जो भी भर्तियां हुई, सभी में गड़बड़ी हुई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास जनता को बताने के लिए कुछ नहीं है। कांग्रेस केवल अपने घोटालों के लिए जनता से माफी मांग सकती है।