नरभक्षी गुलदार ने किशोर और युवती को बनाया निवाला,पिथौरागढ़ में मासूम को खाने वाला तेंदुआ ढेर
झूलाघाट। उत्तराखंड जिले जिले की सीमा से सटे नेपाल के बैतड़ी और डडेलधुरा जिलों की सीमा पर नरभक्षी गुलदार ने एक किशोर और युवती को अपना निवाला बनाया है। घटना के बाद से ही पिथौरागढ़ जिले में भी दहशत का माहौल है। अभी बीते रविवार की देर रात ही पिथौरागढ़ में चर्चित शिकारी जाॅय हुकिल ने मासूम को अपना शिकार बनाने वाले तेंदुए का ढेर किया है। वहीं अब सीमा पर एक साथ दो घटनाओं ने लोगों को दहशत में ला दिया है। जिले वासियों ने वनविभार से पुख्ता निगरानी की अपील की है। नेपाल के बैतड़ी जिले के डीएसपी नारायण प्रसाद अधिकारी ने बताया कि रविवार को भागेश्वर में 12 वर्षीय बालक और सोमवार को शिवनाथ गांव पालिका चार बगार निवासी ममता उम्र 18 वर्ष जंगल में सुबह के घास काटने गए थे। उसी समय घात लगाए बैठे तेंदुए ने उनपर हमला बोलकर शिकार किया। सूचना के अनुसार सोमवार सुबह ममता जब घास काट रही थी तो नरभाक्षी ने उस पर हमला कर बुरी तरह लहूलुहान कर दिया। युवती के चिल्लाने पर गांव पालिका के अध्यक्ष करण सिंह साउद ग्रामीणों के साथ मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक युवती की मौत हो गई थी। नेपाल के दो जिलो बैतड़ी और डडेलधुरा की सीमा पर तेंदुआ के सक्रिय होने से दहशत बनी है। दोनों जिलों के ग्रामीणों ने अपने प्रशासन से तेंदुए को मारने की मांग की है। बता दें कि नेपाल में तेंदुए को चितवा कहा जाता है।
पिथौरागढ़ में मासूम को खाने वाला तेंदुआ ढेर
पिथौरागढ़। पिथौरागढ़ जिले के बेरनाग में छह साल की मासूम को निवाला बनाने वाले आतंक के पर्याय बने आदमखोर तेंदुआ ढेर कर दिया गया है। बीती देर रात चर्चित शिकारी जाॅय हुकिल की बंदूक से निकली एक ही गोली से आदमखोर मारा गया। जाॅय ने जीवन के 40वें आदमखोर को ढेर किया है। बेरीनाग नगर पंचायत के भट्टðीगांव वार्ड में आदमखोर तेंदुआ सक्रिय था। बीते माह सात अक्टूबर को तेंदुआ ने भट्टðी गांव में सायं साढ़े छह बजे भगत राम की छह वर्षीय पुत्री हिमानी को मारा था। घर के बाहर घात लगाए तेंदुआ ने हिमानी के घर से दरवाजे से उठाया था। परिजनों द्वारा हो हल्ला मचाए जाने पर आसपड़ोस के लोगों द्वारा पीछा किए जाने पर सौ मीटर दूर बच्ची का शव मिला था। इस घटना के बाद गांव में बच्ची के परिजनों सहित ग्रामीण दहशत में थे। इस बीच एक युवती पर भी तेंदुआ ने झपट्टðा मारा था। इस घटना के बाद तेंदुए को पकडने के लिए वन विभाग ने पिंजरा लगाया लेकिन आदमखोर पिंजरे में नहीं फंसा। विलंब होने से ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ता जा र”ा था । जिसे देखते हुए वन विभाग ने बीते दिनों तेंदुए को आदमखोर घोषित किया और शिकारी तैनात कर दिया। राज्य के प्रमुख शिकारी जाॅय हुकील अपने सहायक के साथ तेंदुए को मारने पहुंचे। शिकारी जाॅय हुकील अपने साथियों के साथ घटनास्थन पर डेरा डाले हुए थे। रविवार रात्रि लगभग नौ बजकर बीस मिनट पर जब सर्च लाइट के माध्यम से गश्त की जा रही थी तो तेंदुआ दिखाई दिया। मंजे हुए शिकारी जाॅय हुकील ने एक ही गोली में उसे ढेर कर दिया। जाॅय हुकील ने बताया कि आदमखोर तेंदुआ सात साल की मादा है और उसकी लंबाई भी सात फीट है और उसके जबड़े में चोट थी। तेंदुए के मारे जाने की पुष्टि करते हुए वन रेंजर चंदा महरा ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से तेंदुआ सात अक्टूबर को जिस स्थान पर उसने घटना को अंजाम दिया था उसी स्थल के आसपास नजर आ रहा था। जिसे देखते हुए इस स्थान पर लगातार नजर रखी जा रही थी। रेंजर चंदा महरा ने बताया कि तेंदुए को लेकर ग्रामीणों को लगातार जागरू क किया जा रहा था। रविवार की रात आदमखोर ढेर कर दिया गया है। तेंदुए के मारे जाने से क्षेत्रवासियों ने राहत की सांस ली है। तेंदुएके शव का पोस्टमार्टम किया जा रहा है। गश्त लगाने वाले वन कर्मियों में डिप्टी रेंजर हरीश चंद्र सती, गंगा सिंह बोरा, हयात सिंह रावत, दिनेश चैहान, राजेंद्र कार्की ,ज्योति वर्मा, पुलिस थाने से सुरेंद्र दानू , मोहन रसवाल और उपेंद्र मेहता आदि शामिल थे। बेरीनाग के भट्टðी गांव में मारा गया आदमखोर तेंदुए प्रदेश के मशहूर शिकारी जाॅय हुकील का चालीसवां शिकार है। इससे पूर्व उन्होंने जिले में मुवानी घाटी में भी एक आदमखोर को मारा था। शिकारी जाॅय हुकील ने कहा कि मारा गया तेंदुए आदमखोर है। इसकी पुष्टि की गई । उन्होंने कहा कि उनके व उनकी टीम द्वारा तेंदुए के आदमखोर होने की पुष्टि की गई। उसका जबड़ा कमजोर था।