सीएम त्रिवेंद्र की सबसे बड़ी सौगातः ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के विकास के लिए 25 हजार करोड़खर्च करेगी सरकार
देहरादून। उत्तराखंड के 21वें स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के विकास के लिए 25 हजार करोड़ रुपये की सौगात दी। उन्होंने कहा कि श्अगले 10 साल में इस धन से गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी के अनुरूप विकसित किया जाएगा। यहां के सुनियोजित विकास के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में समिति बनाई जाएगी। मुख्यमंत्री ने कर्मचारियों को दीपावली पर बोनस देने का एलान भी किया। समारोह में मुख्यमंत्री ने कई घोषणाएं कीं। गैरसैंण में पहली बार राज्य स्थापना दिवस पर मुख्य समारोह का आयोजन किया गया। इस आयोजन के जरिये संदेश दिया गया कि गैरसैंण सरकार के लिए सिर्फ प्रतीकात्मक राजधानी नहीं है। समारोह से पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गैरसैंण दौरे के दूसरे दिन वीर चंद्र सिंह गढ़वाली के समाधि स्थल कोदिया बगड़ पहुंच कर समाधि स्थल पर पुष्प अर्पित कर श्र(ांजलि दी। उन्होंने समाधि के पास ही एक पौधा भी रापा। सीएम को पहले कर्यक्रम स्थल तक पैदल चल कर पहुंचना था, कहा जा रहा है कि स्वास्थ्य कारणों से चैपर से समाधि स्थल पर पहुंचे। दूधातोली के कोदियाबगड़ में स्वतंत्रता सेनानी वीरचंद्र सिंह गढ़वाली की समाधि है। दूधातोली के में वीर चंद्र सिंह गढ़वाली ने से अपने जीते जी समाधि के लिए सरकार से जमीन मांगीं थी। सीएम को पहले यहां ट्रेकिंग करके जाने था, पूरी तैयारी भी थी। लेकिन, फिर अचानक ही कार्यक्रम को बदल दिया गया। इस मौके पर राज्य मंत्री धन सिंह रावत, कर्णप्रयाग विधायक सुरेंद्र सिंह नेगी, जिलाधिकारी चमोली स्वाति एस भदौरिया, सीडीओ चमोली हंसा दत्त पांडये, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष गंगा पंवार, डाॅ अवतार नेगी व एस डी आर एफ तथा वन विभाग की टीम उपस्थित रहे। विधानसभा भवन के प्रांगण में मुख्यमंत्री ने भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल व उत्तराखंड पुलिस की भव्य परेड की सलामी ली। उन्होंने राज्य निर्माण आंदोलन के शहीदों को श्र(ासुमन अर्पित किए और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए कहा कि यहां की भावनाओं को समझते हुए ही उन्होंने उत्तराखंड के रूप में अलग राज्य का गठन किया। पहाड़ की महिलाओं के जीवट को सलाम करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि श्हम संकल्प लेते हैं कि माता-बहनों के सिर से घास का बोझ हटा देंगे। स्किल डेवलेपमेंट के जरिये उन्हें आर्थिक तौर पर सशत्तफ बनाया जाएगा। सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए रावत ने कहा कि स्वरोजगार को अभियान के तौर पर लिया गया है। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में )ण और अनुदान की व्यवस्था है। जिलों में स्वरोजगार पर जिला योजना का 40 प्रतिशत खर्च करने के निर्देश दिए गए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में एक रुपये में पानी का कनेक्शन दिया जा रहा है। कैम्पा में 10 हजार युवाओं को रोजगार देने की तैयारी है। अटल आयुष्मान योजना में पांच लाख रुपये तक निशुल्क उपचार की सुविधा दी जा रही है। महाविद्यालयों में 94 प्रतिशत फैकल्टी है। 500 स्कूलों में स्मार्ट क्लासेज हैं और 700 में जल्द शुरू कर दी जाएंगी। आशा कार्यकत्र्ताओं के मानदेय, वृ(ावस्था, विधवा व विकलांग पेंशन में वृ(ि की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गैरसैंण पहाड़वासियों की पीड़ा का प्रतीक है। हमारी सरकार पहाड़ के दर्द को समझती है। इसलिए यहां का विकास हमारी प्राथमिकता है। इसी क्रम में सरकार ने रूरल ग्रोथ सेंटर प्रारंभ किए हैं। 104 केंद्र स्वीकृत किए गए हैं और इनमें 40 से अधिक शुरू हो चुके हैं। महिला स्वयं सहायता समूहों को पांच लाख रुपये तक का ब्याजमुत्तफ )ण दिया जा रहा है। समारोह में विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद्र अग्रवाल, कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री धन सिंह रावत, महिला सशत्तिफकरण एवं बाल विकास राज्य मंत्री रेखा आर्य, विधायक सुरेंद्र सिंह नेगी, महेंद्र भट्टð, मुन्नी देवी शाह, भरत सिंह चैधरी और भाजपा जिलाध्यक्ष चमोली रघुवीर सिंह बिष्ट उपस्थित थे।