एडिटर अर्नब गोस्वामी के समर्थन में उतरे भाजपा नेता

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देहरादून। रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के एडिटर अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी पर अब सियासी बयानबाजी शुरू हो गई है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि यह अभिव्यत्तिफ और प्रेस की आजादी पर कुठाराघात है।अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी पर उत्तराखंड में भी तीखी प्रतिक्रिया नजर आई। खासकर, भाजपा ने इस पर खुलकर स्टैंड लिया। तमाम भाजपा नेताओं ने ट्वीट कर इसकी निंदा की। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ट्वीट कर कहा कि अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी आपातकाल की याद दिलाने वाला काम है और यह कांग्रेस संस्कृति का परिचायक है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में ईमानदार पत्रकारिता करने वालों की आवाज इस तरह बंद करने की वह भत्र्सना करते हैं। नैनीताल से भाजपा सांसद अजय भट्टð ने ट्वीट कर कहा कि अर्नब गोस्वामी को जिस तरह मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया, वह निंदनीय है। उन्होंने कहा कि बदले की भावना से महाराष्ट्र सरकार ने लोकतंत्र की हत्या और अभिव्यत्तिफ की आजादी पर हमला किया है। महाराष्ट्र की हिटलरशाही सरकार ने आपातकाल को दोहराया है। आपको बता दें कि अर्नब गोस्वामी को मुंबई पुलिस ने दो साल पुराने एक मामले को लेकर गिरफ्तार किया है। इसके बाद से ही उत्तराखंड में भी आक्रोश है। जगह-जगह इस मामले को लेकर प्रदर्शन हो रहे हैं। अखिल भारतीय परिषद ने भी इसकी निंदा करते हुए महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। साथ ही सरकार का पुतला फूंका। वहीं अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी को लेकर उत्तराखंड में भी जगह-जगह विरोध-प्रदर्शन हो रहा है। राजधानी देहरादून में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने महाराष्ट्र सरकार का पुतला फूंका। अभाविप के कार्यकर्ता संगठन के करनपुर स्थित कार्यालय से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उ(व ठाकरे के खिलाफ नारेबाजी करते हुए डीएवी चैक पहुंचे। यहां पर मुख्यमंत्री के पुतले को आग के हवाले कर दिया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांत संगठन मंत्री प्रदीप शेखावत ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उ(व ठाकरे ने अभिव्यत्तिफ की स्वतंत्रता पर हमला किया है। देश के चैथे स्तंभ की आजादी पर यह नियोजित हमला है। अभाविप परिषद के प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. कौशल कुमार ने कहा कि एक वरिष्ठ पत्रकार और देश के टीवी चैनल के संपादक को गिरफ्तार करना देश के चैथे स्तंभ पर हमला है।

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