टीडीसी निरन्तर घाटे में जा रही,रणनीति बदले अधिकारी : रंजना राजगुरु
रूद्रपुर। तराई बीज विकास निगम की प्रबन्ध निदेशक/जिलाधिकारी श्रीमती रंजना राजगुरु की अध्यक्षता में निगम को घाटे से उबारने के लिए निगम के उच्चाधिकारियों के साथ 04 नवम्बर को देर सांय कलक्टेªट सभागार में आवश्यक बैठक आहूत की गई। बैठक में निगम के महाप्रबंधक डा0 अभय सक्सेना ने अवगत कराया कि वर्ष 2018-19 में खरीफ और रबी की फसल के लिए जो उत्पादन किया गया था उसके अनुपात में वर्ष 2019-20 में हुए उत्पादन और भी कम है जिस कारण टीडीसी निरन्तर घाटे में जा रही है। जिलाधिकारी श्रीमती रंजना राजगुरु ने उक्त स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि टीडीसी का निरंतर घाटे में जाना बहुत गम्भीर विषय है, सभी अधिकारियों को अपनी-अपनी जिम्मेदारियों को समझना होगा। अधिकारीगण अपने दायित्व को समझते हुए अपनी रणनीति बदले एवं अपनी कार्यशैली में सुधार लाएं। यदि ऐसा नहीं हुआ तो आगे स्थिति और गम्भीर हो सकती है। संस्था किसी एक कि नहीं अपितु सबकी है इसको आगे लेकर जाना सबकी जिम्मेदारी है। एक योजना बना के लक्ष्य निर्धारित करें और निर्धारित किये गए लक्ष्य को निर्धारित समय में ही पूर्ण करें। निश्चित समय अंतराल पर अपने कार्यों की समीक्षा करते रहे जिससे तय किये गए लक्ष्य की ओर बढ़ते रहे। किसानों को भी प्रेरित करें। जिलाधिकारी ने कड़े निर्देश दिए कि संस्था के अंदर किसी प्रकार की गुटबाजी किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं कि जाएगी। सभी को एक दूसरे का सहयोग करते हुए संस्था के हित में कार्य करना होगा। ऐसा न होने पर जो भी दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ आवश्यक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। जिसका परिणाम उनके परिवार को भी प्रभावित कर सकता है इसीलिए एकजुट होकर संस्था के हित में कार्य करें। तभी परिणाम बेहतर होगा। इस अवसर पर वित्त नियंत्रक श्रीमती आभा गर्खाल, मुख्य बीज उत्पादक अधिकारी डॉ दीपक पाण्डे, अनिसुल रहमान, बीज उत्पादन अधिकारी बीसी बमेडा, उदय राज सिंह, डॉ मिहित शर्मा, डॉ वी के मिश्रा, डॉ अनिल कुमार गुप्ता, श्री एच पी एस चैहान, कुलदीप सिंह राजपूत, नकुल जोशी, डॉ राजेश सिंह आदि मौजूद थे।