अज्ञात कारणों के चलते 25 वर्षीय विवाहिता ने गले में फांसी का फंदा लगाकर की खुदकुशी
गदरपुर, 4 नवंबर। (दर्पण संवाददाता)। अज्ञात कारणों के चलते 25 वर्षीय विवाहिता ने गले में फांसी का फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और तहसीलदार की मौजूदगी में पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवाया है।प्राप्त जानकारी के अनुसार निकटवर्ती ग्राम गुरुनाकपुर में राजवीर सिंह के मकान में रहने वाले रोहन उर्फ बबलू की 25 वर्षीय पत्नी दीपा ने प्रातः 8:00 बजे गले में फांसी का फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। बताया जाता है कि जिस समय दीपा ने फांसी का फंदा लगाया उस समय रोहन उर्फ बबलू अपनी मां परमेश्वरी के पास ग्राम सुख शांति नगर स्थित घर आया हुआ था, और अपनी छोटी बहन निशा को साथ लेकर घर पर पहुंचा जहां उसे दीपा कमरे के अंदर छत में लगे कुंडे में फांसी के फंदे पर झूलती हुई नजर आई, जिसे देखकर बहदवास हुए रोहन उर्फ बबलू और निशा की चीख पुकार सुनकर पास के गुरुद्वारे में रहने वाले ग्रंथि प्रीतम सिंह मौके पर पहुंचे और उन्होंने फांसी के फंदे पर झूल रही दीपा के गले में बंधे दुपट्टे को डराती से काटा और चारपाई पर लिटा दिया, लेकिन तब तक दीपा के प्राण पखेरू उड़ चुके थे। रोहन उर्फ बबलू ने घटना के बारे में अपने पिता रमेश को जानकारी दी जो ग्राम गोविंदपुर निवासी तिलकराज गंभीर के यहां नौकरी करता है। उन्होंने घटना के बारे में ग्राम प्रधान धनपुर विजयपुर को अवगत कराया जिन्होंने घटना की जानकारी पुलिस को दी। सूचना मिलने पर प्रभारी थानाध्यक्ष प्रकाश भट्ट पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और उन्होंने घटनास्थल का मौका मुआयना किया और दीपा की मृत्यु के संबंध में तहसीलदार गदरपुर भूपेंद्र सिंह चौहान को भी जानकारी दी। इस बीच मृतका दीपा की मां मीना देवी और भाई बबलू सहित तमाम परिजन एवं रिश्तेदार भी मौके पर पहुंच गए। तहसीलदार भवन भूपेंद्र सिंह चौहान की मौजूदगी में पुलिस टीम ने मृतका दीपक के शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवाया है। पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में रोहन उर्फ बबलू ने बताया कि बीते सोमवार को दीपा अपने मायके ग्राम हजीरा बाजपुर से घर लौटी थी। दीपा की एक 2 वर्ष की पुत्री आरुषि भी है, जो अपनी नानी मीना देवी के घर पर ही रह रही है। उसका कहना था कि वह सुबह करीब 7:00 बजे दीपा को सकुशल घर छोड़कर गया था लेकिन उसको यह इल्म नहीं था कि उसकी गैरमौजूदगी में दीपा फांसी लगाकर खुदकुशी कर लेगी। वहीं, मृतका दीपा की मां मीना देवी ने बताया कि सुबह करीब 7:10 बजे दीपा ने उसे फोन किया था लेकिन फोन कट जाने की वजह से ज्यादा बात नहीं हो सकी। उन्होंने बताया कि दीपा अपने ससुराल में खुशहाल रहे, यह सोचकर ही उन्होंने बीते सोमवार को रोहन उर्फ बबलू के साथ उसको घर भेजा था। मृतका दीपा छह बहन भाइयों में तीसरे नंबर की थी। दीपा की असामयिक मौत से दोनों ही परिवारों में शोक की लहर बनी हुई है। दीपा का 1 वर्ष पूर्व ही रोहन उर्फ बबलू के साथ विवाह हुआ था और वह करीब 5 माह पूर्व लॉकडाउन के चलते कामकाज बंद होने की वजह से बेंगलुरु से घर लौटे थे।