जेवर चमकाने वाले गैंग का पर्दाफाश: ठगी करने वाले दो शातिर दबोचे
ठगे गये लाखों के जेवर बरामद, क्षेत्र में कई वारदातों को दे चुके थे अंजाम
काशीपुर(दर्पण संवाददाता)। सोने चांदी के जेवरों व तांबे पीतल के बर्तनों को चमकाने के बहाने ठगी को अंजाम देने वाले गैंग का पुलिस ने पर्दाफाश करते हुए दो शातिर दिमाग बदमाशों को गिरफ्रतार किया है। दोनों मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं। दोनों के कब्जे से पुलिस ने चुराई गई लाऽों की ज्वेलरी बरामद की है। आज अपर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में मामले का ऽुलासा करते हुए क्षेत्रधिकारी अक्षय प्रहलाद कोड़े ने बताया कि गिरफ्रतार ठगों की अपराधिक पृष्ठभूमि पता करने के लिए के लिए बिहार पुलिस की मदद से उनकी कुंडली ऽंगाली जा रही है। ज्ञातव्य है कि बीते 22 अक्टूबर को आईटीआई थाना क्षेत्र के वैशाली कॉलोनी निवासी सेवानिवृत्त दारोगा मदन नारायण जोशी के घर सोने चांदी के जेवर व तांबा पीतल के बर्तनों को चमकाने वाले दो युवक पहुंचे। उन्होंने परिवार के लोगों को विश्वास में लेकर उजाला छाप क्लीनिंग पाउडर की मदद से कीमती आभूषणों को चमकाने का झांसा देकर लाऽों रुपयों की ज्वेलरी समेट ली और मौके से फरार हो गए। इस घटना को अभी 48 घंटे भी नहीं बीते थे कि शातिर दिमाग बदमाशों ने महज दो दिन बाद टाट बाबा मंदिर के पीछे लऽनपुर बाजपुर निवासी पारस नाथ मिश्र के घर धावा बोल दिया और यहां भी परिजनों को जेवर चमकाने का झांसा देकर सोने की कीमती चौन उड़ा दी। ताबड़तोड़ तरीके से घटित ठगी के दोनों मामले पुलिस के संज्ञान में आने पर थाना आईटीआई व बाजपुर कोतवाली में भुत्तफ़भोगीयों की तहरीर के आधार पर अज्ञात के िऽलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया। इस दौरान जब गठित पुलिस टीम ने मोबाइल की लोकेशन व सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की गहनता से पड़ताल करते हुए कड़ी दर कड़ी जोड़ना शुरु किया तो चाैंकाने वाली जानकारी मिली। एसओजी पुलिस ने कुछ संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। क्षेत्रधिकारी ने बताया कि वाहन चेकिंग के दौरान मुकुंदपुर तिराहे के समीप से होकर बाइक पर फर्राटा भर रहे दो संदिग्धों को जब पुलिस ने शक के आधार पर दबोच कर सख्ती से पूछताछ की तो दोनों वर्दी के आगे टूट गए। पुलिस की पूछताछ में दोनों ने अपना नाम घेराबाड़ी थाना कोड़ा जिला कटिहार बिहार निवासी दिलऽुश कुमार पुत्र रामकिशोर तथा दूसरे ने मोरसंडा, फलका, जिला कटिहार, बिहार निवासी राजू कुमार पुत्र शंभू शाह बताया। दोनों ने जुर्म कबूल करते हुए बताया कि वह किस तरीके से जेवर चमकाने के बहाने लोगों की आंऽ में धूल झोंक कर ठगी जैसी वारदात को सफाई से अंजाम दिया करते हैं। कार्यवाही के दौरान जामा तलाशी में दोनों के कब्जे से पुलिस ने सोने का मंगलसूत्र, एक सोने का लॉकेट, सोने की अंगूठी, 6 पैकेट क्लीनिंग पाउडर, 25टुकड़े स्टोन,एक पैकेट उजाला, लकड़ी के ब्रश, व सफेद कटोरा समेत बाजपुर से उड़ाई गई सोने की चेन बरामद हुई। ठगी की घटना में प्रयुत्तफ़ की गई बाइक संख्या यूपी 21 एओ/8525 को कब्जे में लेकर पुलिस ने उसे सीज कर दिया। ठग गिरोह को बेनकाब करने वाली पुलिस टीम में आईटीआई थाना अध्यक्ष विद्याधर जोशी के अलावा उप निरीक्षक मनोज सिंह देव, हेड कांस्टेबल अशोक चौधरी, कांस्टेबल मुकेश कुमार, कमल पाल, देवेंद्र बिष्ट,संदीप नेगी, महिला कॉन्स्टेबल ऋतु आर्य के अलावा एसओजी टीम के कॉन्स्टेबल भूपेंद्र आर्य व अमरीश विशेष रूप से शामिल रहे।
सैकड़ों सीसीटवीवी कैमरों की फुटेज खंगालने के बाद हत्थे चढ़े शातिर
काशीपुर। ठग गिरोह का ऽुलासा करते हुए आज क्षेत्रधिकारी पुलिस अक्षय प्रहलाद कोडे ने बताया कि त्योहारी सीजन में इस तरह की वारदात अंजाम देने वाले ठगों का गैंग ऽासकर अत्यधिक सक्रिय होता है। उन्होंने बताया कि अपराध पंजीकृत किए जाने के बाद गैंग को बेनकाब करने के लिए लगभग सैकड़ों सीसीटीवी कैमरों की फुटेज ऽंगालना पड़ा। उन्होंने बताया कि गिरफ्रतार अभियुत्तफ़ों की अपराधिक पृष्ठभूमि पता करने के लिए बिहार पुलिस की मदद से कुंडली कंगाली जा रही है। सीओ ने बताया कि वारदात अंजाम देते हुए इस तरह के शातिर ठग लोगों को जेवर चमकाने के बहाने पलक झपकते गुमराह कर देते हैं यानी सामने वाले को आभास तक नहीं होता कि उसके साथ ठगी हो गई। अक्सर मामलों में मौके से इनके जाने के बाद लोगों को ठगी का पता लग पाता है।