नैनीताल और मसूरी पर्यटकों से गुलजारः होटल, रेस्टोरेंट चिड़ियाघर पैक
नैनीताल/देहरादून/मसूरी, (उत्तरांचल दर्पण संवाददाता)। आटम सीजन ने सरोवर नगरी के पर्यटन के लिए आक्सीजन का काम किया है। इस दौरान पिछले एक महीने में 50 हजार से अधिक सैलानी नैनीताल की सैर पर पहुंचे। आने वाले दिनों में भी सैलानियों की आमद बने रहने की उम्मीद है। आटम सीजन मानसून के बाद शुरू हो जाता है, जो नवंबर मध्य तक रहता है। कोविडकाल के कारण मुख्य ग्रीष्मकालीन सीजन में सैलानियों की आमद शून्य रही थी, जिस कारण पर्यटन कारोबारियों की उम्मीद आटम सीजन में जा टिकी थी। यह अपेक्षा के मुताबिक चल भी पड़ा, जिससे पर्यटन कारोबारियों ने राहत की सांस ली। लाकडाउन के दौरान आर्थिक संकट झेलने वाले होटल कारोबारियों के साथ ही पर्यटन से जुड़े गिफ्रट सेंटर, रेस्टोरेंट व ऽोऽा फड़ कारोबारियों की स्थिति में सुधार भी आया। इस सीजन में उत्तर प्रदेश व दिल्ली एनसीआर से आने वाले सैलानियों की संख्या सर्वाधिक रही। बंगाली पर्यटकों की आमद न के बराबर रही तो दिन के समय में तराई भाबर के पर्यटक भी काफी संख्या में पहुंचे। इस वीकेंड में पहुंचे पांच हजार सैलानी तीन दिन लगातार अवकाश के चलते इस वीकेंड पर पांच हजार से अधिक सैलानियों ने सरोवर नगरी की सैर की, जिस कारण नगर में रौनक बनी रही। सैलानी स्नोव्यू, चिडिघ्याघर, केवगार्डन, राजभवन, बाटनिकल गार्डन व वाटरफाल आदि जगह पहुंचे। गुजराती व बंगाली पर्यटकों का इंतजार बरकरार गुजराती व बंगाली सैलानियों के सरोवर नगरी आने का इंतजार अभी बना हुआ है। ट्रेनों की आवाजाही बढ़ते ही उम्मीद है कि इन प्रदेशों के अलावा मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र व पंजाब के सैलानी भी पहुंचने लगेंगे। रोपवे नही ऽुलने से निराश रोपवे नहीं ऽुल पाने से सैलानी बेहद निराश हैं। रोपवे में इन दिनों मरम्मत चल रही है। इसके पूरा होने के बाद ही रोपवे का सफर शुरू हो पाएगा। सप्ताहंत पर मसूरी और नैनीताल में सैलानियों का सैलाब उमड़ पड़ा। तीन दिन की छुट्टिðयों के कारण हरिद्वार और ऋषिकेश में भी यात्रियों की अच्छी तादाद है। पर्यटक गुलाबी ठंड का भरपूर लुत्फ ले रहे हैं। देर रात तक मसूरी और नैनीताल में मालरोड पर सैलानी चहलकदमी करते रहे। मसूरी में शुक्रवार को दोपहर बाद से ही पर्यटकों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। लालटिब्बा, चार दुकान, गनहिल, भट्टðा फाल, कंपनी गार्डन, जॉर्ज एवरेस्ट, कैम्पटी फाल औरे धनोल्टी पर्यटकों से गुलजार रहे। मसूरी के उप जिलाधिकारी मनीष कुमार ने बताया कि कोरोना को देऽते पर्यटकों को लगातार सतर्क किया जा रहा है। उन्हें मास्क पहनने और शारीरिक दूरी के मानकों का पालन करने के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है। इसके लिए पंफलेट बांटने के साथ ही पोस्टर भी लगाए गए हैं। उत्तराऽंड होटल एसोसिएशन अध्यक्ष संदीप साहनी ने बताया कि शुक्रवार शाम तक मसूरी के 80 फीसद होटल फुल हो चुके थे। शनिवार को यह 90 फीसद रही। उन्होंने कहा कि अनलॉक में कारोबार पटरी पर लौटता दिऽाई दे रहा है। नैनीताल में भी नजारा मसूरी जैसा है। पर्यटन स्थलों में पूरे दिन सैलानियों की आवाजाही बनी रही। केव र्गाडन में सर्वाधिक 550 सैलानी पहुंचे, जबकि चिडियाघर में 541 ने वन्यजीवों के दीदार किए। इसके अलावा वाटरफॉल और बॉटनिकल गार्डन में भी पर्यटकों का तांता लगा रहा। पर्यटकों ने नैनी झील में नौका विहार का भी आनंद लिया। बड़ी संख्या में सैलानी सूर्यास्त का दृश्य निहारने हनुमानगढ़ी भी पहुंचे। मसूरी होटल एसोसिएशन के महामंत्री संजय अग्रवाल के अनुसार सितंबर के मुकाबले अक्टूबर में होटलियर्स समेत शहर के सभी व्यवसायियों का कारोबार तेजी से आगे बढ़ा है। नवंबर में भी मसूरी के पर्यटकों से गुलजार रहने की उम्मीद है। जल्द ही पर्यटन व्यवसाय पटरी पर लौट आएगा। रविवार को पूरा दिन धनोल्टी, कंपनी गार्डन, कैंपटी फाल, जॉर्ज एवरेस्ट, लालटिब्बा आदि जगहों पर पर्यटकों की ऽूब चहल-पहल रही। किंक्रेग-लाइब्रेरी-जीरो प्वाइंट कैंपटी रोड, किंक्रेग-मैसॉनिक लॉज, लंढौर-मलिंगार-चार दुकान मार्ग पर ट्रैफिक रेंगकर चलता रहा। मालसी स्थित देहरादून चिड़ियाघर इन दिनों पर्यटकों से गुलजार है। सप्ताहंत पर यहां पर्यटकों का हुजूम उमड़ रहा है। रविवार को यहां रिकॉर्ड 1900 पर्यटक पहुंचे, जबकि शनिवार को यह संख्या 1500 के करीब थी। देहरादून जू करीब सात माह बाद बीती 15 अक्टूबर को आम जनता के लिए ऽोला गया। इसके बाद से ही यहां पर्यटकों की आमद जारी है। छुट्टðी के चलते यहां स्थानीय और बाहरी पर्यटक बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं।