भाजपाईयों ने सरदार पटेल की मूर्ति पर माल्यार्पण कर किया नमन

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रूद्रपुर। लौह पुरूष सरदार बल्लभ भाई पटेल की जयंती पर आज आवास विकास स्थित पटेल पार्क में सांसद अजय भट्टð, स्वयं सेवक संघ के पूर्व जिला संघ चालक सुरेश चन्द्र गुप्ता, विधायक राजकुमार ठुकराल, भाजपा जिलाध्यक्ष शिव अरोरा, मेयर रामपाल सिंह, वन विकास निगम के अध्यक्ष सुरेश परिहार समेत तमाम भाजपाईयों ने सरदार पटेल की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया और उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया। इस दौरान सांसद अजय भट्टð ने पटेल पार्क में स्टोन ग्रिल व टाइल्स निर्माण कार्य का लोकार्पण भी किया। इस दौरान सांसद अजय भट्टð ने कहा कि भारत के इतिहास में अपना नाम सुनहरे अक्षरों से दर्ज कराने वाले लौह पुरूष सरदार वल्लभभाई पटेल का योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता। भारत का शिल्पकार माने जाने वाले सरदार बल्लभभाई पटेल ने आजादी के बाद टुकड़ों में बनी 565 रियासतों को जोड़ कर एक अखंड भारत बनाया था। सन् 1928 में ब्रिटिश सरकार ने गुजरात के बारदोली में किसानों पर 22 प्रतिशत लगान लगा दिया था। इस बात पर वल्लभभाई पटेल ने ब्रिटिशर्स के खिलाफ आंदोलन छेड़ा था। आंदोलन भी इतना बडा कि आखिरकार सरकार को ही झुकना पड़ा और लगान घटा कर 6.03 फीसद कर दिया गया। आंदोलन की सफलता से खुश होकर बारदोली की महिलाओं ने वल्लभभाई पटेल को सरदार नाम से सम्मानित किया। भारतीय संघ में रियासतों को यूनाइट करने के लिए सरदार पटेल ने सख्ती से काम लिया था। सांसद भट्टð ने कहा कि सरदार पटेल ने देश को नई दिशा दी थी। उनके विचार आज भी देशवासियों के लिए प्रेरणादायी है। सरदार वल्लभभाई पटेल भारत के पहले गृहमंत्री थे। भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन को वैचारिक एवं क्रियात्मक रूप में एक नई दिशा देने की वजह से सरदार पटेल ने राजनीतिक इतिहास में एक अत्यंत गौरवपूर्ण स्थान पाया। सरदार पटेल अन्याय नहीं सहन कर पाते थे। अन्याय का विरोध करने की शुरुआत उन्होंने स्कूली दिनों से ही कर दी थी। सरदार पटेल गांधीजी के चंपारण सत्याग्रह की सफलता से काफी प्रभावित थे। 1918 में गुजरात के खेड़ा खंड में सूखा पड़ा। किसानों ने करों से राहत की मांग की, लेकिन ब्रिटिश सरकार ने मना कर दिया। गांधीजी ने किसानों का मुद्दा उठाया, पर वो अपना पूरा समय खेड़ा में अर्पित नहीं कर सकते थे इसलिए एक ऐसे व्यक्ति की तलाश कर रहे थे, जो उनकी अनुपस्थिति में इस संघर्ष की अगुवाई कर सके। इस समय सरदार पटेल स्वेच्छा से आगे आए और संघर्ष का नेतृत्व किया। गृहमंत्री के रूप में उनकी पहली प्राथमिकता देसी रियासतों ;राज्योंद्ध को भारत में मिलाना था। इस काम को उन्होंने बिना खून बहाए करके दिखाया। भारत के एकीकरण में उनके महान योगदान के लिए उन्हे भारत का लौहपुरुष के रूप में जाना जाता है। सांसद भट्टð ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी लौह पुरूष सरदार पटेल के सपनों का भारत बनाने के लिए प्रयासरत है। सरदार पटेल के त्याग और बलिदान को याद रखने के लिए ही केंद्र की मोदी सरकार ने गुजरात में नर्मदा के सरदार सरोवर बांध के सामने सरदार वल्लभभाई पटेल की 182 मीटर ऊंची लौह प्रतिमा का निर्माण किया है। आज सरदार पटेल की 137वीं जयंती पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरदार पटेल की इस प्रतिमा को राष्ट्र को समर्पित कर रहे हैं। यह दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है। इस प्रतिमा का नाम एकता की मूर्ति ;स्टेच्यू आॅफ यूनिटीद्ध रखा गया है। कार्यक्रम में विधायक राजकुमार ठुकराल ने कहा कि सरदार पटेल देश के पहले प्रधान मंत्री होते तो आज देश की तस्वीर कुछ और होती। सरदार वल्लभभाई पटेल देश के पहले प्रधानमंत्री होते। वे महात्मा गांधी की इच्छा का सम्मान करते हुए इस पद से पीछे हट गए और नेहरूजी को देश का पहला प्रधानमंत्री बनने का मौका दिया। देश की स्वतंत्रता के पश्चात सरदार पटेल उपप्रधानमंत्री के साथ प्रथम गृह, सूचना तथा रियासत विभाग के मंत्री भी थे। सरदार पटेल के निधन के 41 वर्ष बाद 1991 में भारत के सर्वाेच्च राष्ट्रीय सम्मान भारतरत्न से उन्हें नवाजा गया। विधायक ठुकराल ने सरदार पटेल के आदर्शों को जीवन में उतारने का आहवान किया। कार्यक्रम को अन्य वक्ताओं ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर पार्षद रीना जग्गा, सुरेशन्द्र चैधरी, जयवीर सिंह गंगववार, घनश्याम श्यामपुरिया, राकेश सिंह, राधेश शर्मा, धीरेश गुप्ता, संजय ठुकराल, वेद ठुकराल, पार्षद निमित शर्मा, विधान राय, राजेश जग्गा, नीलम आर्या, नरेश उप्रेती, नीता श्रीवास्तव, शम्मी गुप्ता, तारा देवी, ममता राइौर, कमलेश गंगवा, विक्रम सिंह, जयवीर सिंह, आनन्द गुप्ता, सत्यपला गंगवार, मेवाराम गंगवार, विरेन्द्र तिवारी, मुन्ना लाल, ललित लोहनी, राजेन्द्र शर्मा, गौरव कुशवाहा, राजीव गंगवार, जयवीर गंगवार, सुरेन्द्र चैध्री, राम सिंह गंगवार, तनिष्क गंगवार, प्रियांशी गंगवार, ललित लोहनी आदि समेत तमाम लोग मौजूद थे।

फोटो झा
झा काॅलेज में मनाई पटेल जयन्ती
रुद्रपुर। आदित्य नाथ झा राजकीय इंटर काॅलेज में लौहपुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल की जयन्ती हर्षाेल्लाष के साथ मनाई गई । इस मौके पर प्रधानाचार्य केके शर्मा के नेतृत्व में राष्ट्रीय एकता एवं अखण्डता की शपथ दिलाई ।इसके पश्चात सरदार बल्लभ भाई पटेल के आदर्शों पर चलने के लिए संकल्प लेते हुए उनके चित्र का अनावरण कर पुष्प अर्पित किये । इस अवसर पर एमपी गंगवार , एनएल गंगवार,एसएस पाण्डेय, भरत सिंह,पीडी सिंह,गजेन्द्र सिंह सिकरवार,सुधीर बाजपेई,राजेन्द्र प्रसाद,युगल प्रसाद ,विरेन्द्र ध्यानी , भरत लाल, सुनील कुमार ,वी मंडल , दीपक , सोमपाल, शिव नारायन आदि उपस्थित थे।

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