हाईकोर्ट के आदेशाें की खुलेआम उड़ रही धज्जियां
शिशु मंदिर इंटर कालेज के सामने सड़क हुई बदहाल,बच्चे परेशान,बड़े हादसों के इंतजार में सरकारी सिस्टम
रूद्रपुर । प्रदेश के शहरी जनपदों में यातायात व्यवस्थाओं की खुलेआम धज्जियां उड़ायी जा रही हैं। सीपीयू दस्ते की तैनाती होने के बावजूद शहरों में नियमों को नजरअंदाज किया जा रहा है। तो क्या शासन प्रशासन की यह लापरवाही किसी बड़े हादसों का इंतजार कर रही है। हाईकोर्ट के आदेशों के बावजूद शासन प्रशासन के अधिकारियों की नींद नहीं टूट रही है। बारिश के दौरान सड़के जहां तालाब का रूप ले लेती हैं वहीं जगह जगह गहरे गढ़ढे हो गये हैं। आये दिन सड़क हादसे की घटनायें हो रही है लेकिन अधिकारी इन गढ़डो को भरना तो दूर मॉनिटरिंग तक नहीं कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ सड़कों के किनारे बने फुटपाथ अब पूरी इस तरह से अतिक्रमण से पटे हुए है जो चलने के लिये तो दूर नजर भी नहीं आते। यातायात नियमों की खुलेआम धाज्जियां उड़ते हुए रसूखदार और अमीर घराने के लोग बेखौफ होकर वाहनों को खड़ा कर देते हैं। इस लापरवाही का शिकार राह गुजरते लोगों के साथ ही स्कूली बच्चों को भी होना पड़ता है। आये दिन सड़क हादसों का मुख्य कारण सड़क किनारे पर्याप्त जगह नहीं होने से छोटे वाहन नहीं निकल पाते है जबकि इससे जाम की स्थिति बनी रहती है। नगर के बीचों बीच स्थित सरस्वती शिशु मंदिर इंटर कालेज के सामने सड़कों पर बने बड़े-बड़े गड्ढे हादसे का सबब बन सकते हैं। रोजाना इस सड़क से विभिन्न सरकारी और निजी स्कूली बच्चे गुजरते हैं। विद्यालय के आगे बारिश के दौरान इतनी भयानक स्थित हो जाती है कि स्कूल के गेट तक पहुंचना बच्चों के लिये मुश्किल हो जाता है। नाली का गंदा पानी स्कूल परिसर में घुसता है जिससे जलभराव की समस्या बनी रहती है। अभिभावक छोटे बच्चों को गोद में उठाकर बमुश्किल स्कूल के अंदर पहुंच पाते हैं। आस पास के लोगों का कहना है कि कई बार निगम को नालियों की सफाई के लिये कहा लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया। पूर्व में मेयर ने इस सड़क का निरीक्षण भी किया था और सड़कों को ठी करने के लिये निर्देश दिये थे लेकिन फि़र भी यहां कोई देख्चाने तक नहीं आया। लोगों का कहना है कि यह गड्ढे पिछले वर्ष के बने हुए। जबकि इस माग के आसपास कई प्रतिष्ठित संस्थानेां के कार्यालय, लोगों के घर,काम्पलेक्स, बैंक के साथ ही अस्पताल भी बने हुए है। यहां से रोजना कई मरीजों का आना जाना रहता है।ऐसे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता हैं। सड़क पर जहां जगह जगह गड्डे बने हुए है वहीं सड़क के दोनों तरफ वाहनों का जमावड़ा लगा रहता है। स्थिती इतनी बदहाल हो गई है कि राहगीरों को वाहनों के साथ रेंगना पड़ता है। जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। गौर हो कि इस सड़क के ठीक सामने प्रतिष्ठित होटल भी है जहां प्रदेश के कई सत्तासीन नेताओं के कार्यक्रम अक्सर आयोजित होते रहते है। कई बड़े नेताओं की गाड़ियां भी इसी सड़क से होकर गुजरती हैं। लेकिन इन गड्ढों पर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है। बहरहाल रसूखदार लोगों द्वारा की जा रही इस तरह की लापरवाहियों को नजर अंदाज किया गया और सड़क की हालत नहीं सुधारी गई तो स्कूली बच्चों के साथ ही आम लोगो को भी हादसों का शिकार होना पड़ सकता है।