बेरोजगार ग्रामीण ने तंग आकर तीन बच्चों और बैलों को भी खिला दिया जहर
खुद भी जहर खाया चारों की हालत गंभीर, जहर से दोनों बैलों की मौत
रामनगर/अल्मोड़ा। अल्मोड़ा जनपद के सराईंखेत क्षेत्र एक 40 वर्षीय व्यत्तिफ ने अपने 3 बच्चों के साथ जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की है। इतना ही नहीं उसने अपने बच्चों के साथ ही दो बैलों को भी जहर दे दिया। ग्रामीणों को जब इस घटना का पता चला तो ग्राामीणों ने चारों को संयुत्तफ चिकित्सालय रामनगर पहुंचाया। जहां हालत खराब होने पर प्राथमिक उपचार के बाद पूरे परिवार को बेस हाॅस्पिटल हल्द्वानी रेफर कर दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बृहस्पतिवार रात अल्मोड़ा जनपद के सराईंखेत निवासी 40 वर्षीय महिपाल सिंह ने अपनी पुत्री हिमांशी ;9 वर्षद्ध, यशपाल ;12 वर्ष द्ध, हंसपाल ;13 वर्ष द्ध तथा अपने दो बैलों को विषात्तफ पदार्थ खिला दिया। इसकी भनक लगते ही परिजन एवं ग्रामीण चारों को रामनगर के संयुत्तफ चिकित्सालय उपचार हेतु लाए। प्राथमिक उपचार करने के पश्चात चारों की हालत बिगड़ती देख उन्हें बेस हाॅस्पिटल हल्द्वानी रेफर कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि महिपाल सिंह के दोनों बैलों की विषात्तफ पदार्थ खाने से मौत हो गई है। रामनगर संयुत्तफ चिकित्सालय के सीएमएस डाॅ. मणिभूषण पंत ने बताया कि अल्मोड़ा जनपद के सराईंखेत क्षेत्र से विषात्तफ पदार्थ के सेवन करने के कारण 4 लोगों को अस्पताल लाया गया था, यहां उन्हें प्राथमिक इलाज दिया गया। उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें हायर सेंटर रैफर कर दिया गया है। घटना के संबंध में बताया जाता है कि महिपाल सिंह बेरोजगार था और उसकी पत्नी दिल्ली चली गई थी। महिपाल सिंह अपनी पत्नी के दिल्ली चले जाने से नाखुश था, जिसके चलते उसने पूरे परिवार के साथ आत्मघाती कदम उठा लिया। घटना में शामिल सभी लोगों को हल्द्वानी बेस हाॅस्पिटल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है जहां महिपाल सिंह की हालत गंभीर बनी हुई है तथा बच्चों की हालत में सुधार है। साथ मे आये ग्रामीण विपिन सिंह नेगी ने बताया कि महिपाल लाॅक डाउन से पहले दिल्ली में प्राइवेट जाॅब करते थे। मार्च में घर आ गए थे। तब से बेरोजगार थे और खेतीबाड़ी कर रहे थे। खेती से पेट भरने लायक भी नहीं होने से मानसिक रूप से परेशान थे।