पिथौरागढ़ में आतंक का पर्याय बना गुलदार मारा गया
पिथौरागढ़। पिथौरागढ़ तहसील के चंडाक और छाना गांव क्षेत्रों में आतंक का पर्याय बने गुलदार को आज तड़के मेरठ से पहुंचे शिकारी सैयद अलीविन हादी ने पहली गोली में ही मौत की नींद सुला दिया। तेंदुए के खौफ से मुत्तिफ दलाने वाले शिकारी सैयद अली विन हादी को ग्रामीणों ने खुशी से कंधे पर उठा लिया। गुलदार शिकार करने में अक्षम होने के कारण हिंसक हो गया था।उप प्रभागीय वन अधिकारी नवीन चंद्र पंत ने घटना की पुष्टि की। उन्होंने बतायाक कि सुबह करीब 4ः15 बजे चंडाक क्षेत्र के सुकौली में तेंदुए को मारा जा सका। वाइल्ड लाइफ शूटर सैयद अलीविन हादी ने बताया कि वे मेरठ से सोमवार दोपहर को पिथौरागढ़ पहुंचे थे। गुलदार प्रभावित क्षेत्र में लगातार वाच कर रहे थे। ग्रामीणों से बीती रात को मिली लोकेशन के आधार पर बुधवार को सुबह करीब 4ः15 बजे गुलदार का शिकार संभव हो सका। उन्होंने बताया कि सुबह सुकौली क्षेत्र में जहां इस गुलदार ने 21 सितंबर को पहली घटना को अंजाम दिया था उस जगह से करीब 400 मीटर दूर गुलदार की लोकेशन मिली, जिस पर सटीक निशाना लगाते हुए उन्होंने पहले ही शूट में गुलदार को मौत की नींद सुला दिया।हादी ने बताया कि करीब 10 साल का नर गुलदार शिकार करने में अक्षम हो गया था तथा उसके दांत एवं नाखून भी क्षतिग्रस्त होने लगे थे, जिसके चलते वह ग्रामीण क्षेत्र में आकर के मानव संघर्ष कर रहा था। गौरतलब है कि इस गुलदार ने दो लोगों को अपना निवाला बनाया जबकि एक युवक को बीते रोज बुरी तरह से जख्मी कर दिया था जिसका हल्द्वानी में इलाज चल रहा है।