पूर्व विधायक कृष्ण चंद्र पुनेठा का निधन,पिथौरागढ़ क्षेत्र से वह दो बार विधायक रहे
चम्पावत। लोहाघाट निवासी वरिष्ठ भाजपा नेता कृष्ण चंद्र पुनेठा का कल रात निधन हो गया है। उन्होंने अंतिम सांस लोहाघाट के फोर्ती स्थित निवास पर ली। वह लंबे समय से बीमार थे। अविभाजित उत्तर प्रदेश के दौरान पिथौरागढ़ क्षेत्र से वह दो बार विधायक रहे। पूर्व विधायक के निधन की सूचना से राजनीतिक जगत में शोक की लहर दौड़ गई। लोगों का उनके घर पर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। एक सितंबर को उनके पुराने साथी व महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने उन्हें उपचार के लिए उन्हें मुंबई बुलवाया था। उत्तराखंड सरकार की ओर से भेजे गए हेलीकाप्टर से पुनेठा को पहले देहरादून ले जाया गया। उसके बाद मुंबई भेजा गया। बताया जा रहा है कि करीब एक सप्ताह पहले वह मुंबई से लौट आए थे। कृष्ण चंद्र पुनेठा के ही फेसबुक अकाउंट से उनके पुत्र ने रात करीब एक बजे उनके निधन की जानकारी दी है। आज सुबह जैसे ही लोगों को पुनेठा के निधन की सूचना मिली उनमें शोक की लहर दौड़ गई। सोशल मीडिया पर उन्हें श्र(ांजलि देने वालों का तांता लगा हुआ है। कृष्ण चंद्र पुनेठा वर्ष 1971 में जनसंघ से जुड़े।वर्ष 1990 में वे पिथौरागढ़ जिले में भाजपा के जिलाध्यक्ष बने। 1991 में वह उत्तर प्रदेश विधानसभा के लिए पिथौरागढ़ सीट से सदस्य चुने गए। इसके बाद वह 1996 में भी विधायक चुने गए। उत्तराखंड राज्य अलग होने के बाद वह हिल्ट्रान के अध्यक्ष बने। वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शोक व्यक्त करते हुए कहा ,पूर्व विधायक पिथौरागढ़ एवं भारतीय जनता पार्टी उत्तराखंड के वरिष्ठ नेता श्री कृष्ण चंद्र पुनेठा जी के निधन का समाचार सुनकर अत्यंत दुख हुआ। स्व0 पुनेठा जी समाज और पार्टी के लिए समर्पित नेता थे। वे कुमाऊं में पार्टी के एक मजबूत स्तंभ थे। उनका जाना प्रदेश व पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति है। ईश्वर पुण्यात्मा को शांति एवं शोक संतप्त परिवार जनों को धैर्य प्रदान करें। वहीं बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत, कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडे ,पिथौरागढ़ विधायक चंद्रा प्रकाश पंत ,नैनीताल से बीजेपी सांसद अजट भट्टð समेत भाजपा विधायकों व समर्थकों ने उनके निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करते हुए दिवंगत पुनेठा को पार्टी के लिये अपूर्णीय क्षति बताया है।