लाॅकडाउन में मजदूरों की मौत के आंकड़े नहीं,प्रश्नकाल को हटाकर लोकतंत्र का गला घोटने की कोशिशः विपक्ष
कोेराना महामारी के बीच मानसून सत्र शुरू,80 करोड़ गरीबों को नवम्बर तक सरकारी राशन
नई दिल्ली। संसद का माॅनसून सत्र शुरू हो गया है, विपक्ष की ओर से इस बार लिखित तरीके से सवाल पूछे जा रहे हैं। कोरोना संकट काल और लाॅकडाउन के बीच प्रवासी मजदूरों पर काफी संकट आया था, सरकार से इसी मसले पर सवाल पूछा गया। विपक्ष के कुछ सांसदों ने इस बीच हुई प्रवासी मजदूरों की मौत के आंकड़े की जानकारी मांगी, जिसपर सरकार ने कहा कि उनके पास ऐसा डाटा नहीं है। इससे पूर्व लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि ऐसा पहली बार हो रहा है कि लोकसभा के सांसद राज्यसभा और राज्यसभा के सांसद लोकसभा में बैठेंगे। हम अभूतपूर्व स्थिति में बैठे हैं। हम इस सत्र को कोविड प्रोटोकाॅल के तहत चला रहे हैं। आॅनलाइन सवाल के लिए एक एक ऐप विकसित किया है। ओम बिरला ने कहा कि असाधारण परिस्थितियों में यह सत्र हो रहा है, इसकी वजह से कुछ असुविधा भी हो सकती है। यह सब असुविधा आप लोगों की सुरक्षा के लिए है। पक्ष-विपक्ष दोनों ही जनता से जुड़े मुद्दों पर चर्चा कर आगे बढ़ेंगे। स्पीकर ने कहा कि इस बार हमने सांसदों को सदन में बैठकर बोलने की इजाजत दी है।लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की ओर से एक चिट्टी और डीआरडीओ की किट सभी सांसदों को भेजी गई है, जिसमें मास्क, सैनिटाइज और इम्युनिटी बढ़ाने वाली चाय और कोरोना से बचाव के मैनुअल हैं। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को श्र(ांजलि देने के बाद लोकसभा की कार्यवाही एक घंटे के लिए स्थगित कर दी गई है। इससे पूर्व लाॅकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों के मसले पर सवाल थे कि क्या सरकार प्रवासी मजदूरों के आंकड़े को पहचानने में गलती कर गई, क्या सरकार के पास ऐसा आंकड़ा है कि लाॅकडाउन के दौरान कितने मजदूरों की मौत हुई है क्योंकि हजारों मजदूरों के मरने की बात सामने आई है। इसके अलावा सवाल पूछा गया कि क्या सरकार ने सभी राशनकार्ड धारकों को मुफ्त में राशन दिया है, अगर हां तो उसकी जानकारी दें। इसके अलावा लिखित सवाल में कोरोना संकट के दौरान सरकार द्वारा उठाए गए अन्य कदमों की जानकारी मांगी गई। केंद्र सरकार की ओर से मंत्री संतोष कुमार गंगवार ने लिखित जवाब दिया, जिसमें कहा गया है कि भारत ने एक देश के रूप में केंद्र-राज्य सरकार, लोकल बाॅडी ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ी है। मौत के आंकड़ों को लेकर सरकार का कहना है कि उनके पास ऐसा कोई डाटा नहीं है। वहीं, राशन के मसले पर मंत्रालय की ओर से राज्यवार आंकड़ा उपलब्ध ना होने की बात कही है। लेकिन 80 करोड़ लोगों को पांच किलो अतिरित्तफ चावल या गेहूं, एक किलो दाल नवंबर 2020 तक देने की बात कही गई है। इससे अलग सरकार की ओर से लाॅकडाउन के वत्तफ गरीब कल्याण योजना, आत्मनिर्भर भारत पैकेज,ईपीएफ स्कीम जैसे लिए गए फैसलों की जानकारी दी गई है। गौरतलब है कि लाॅकडाउन लगने के तुरंत बाद लाखों की संख्या में प्रवासी मजदूर सड़कों पर आ गए थे और पैदल ही घर जाने लगे थे। इस दौरान कई मजदूरों की एक्सीडेंट, भूख-प्यास और तबीयत खराब होने के कारण मरने की खबर भी आई थी, जिसपर विपक्ष ने सरकार को घेरा था। कोरोना को लेकर स्वास्थ्य मंत्री डाॅ हर्षवर्धन ने लोकसभा में बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अधिकतम मामले और मौतें मुख्य रूप से महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, यूपी, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, बिहार, तेलंगाना, ओडिशा, असम, केरल और गुजरात में हुई हैं। उन्होंने कहा कि हमारे प्रयासों से देश में कोरोना पर रोकथाम लगी। प्रति 10 लाख भारत में 3,328 केस हैं और 55 मौतें हुई हैं। दुनिया के अन्य देशों की तुलना में भारत में ये कम है। फिल्म इंडस्ट्री में ड्रग्स मामले को उठाते हुए बीजेपी सांसद रवि किशन ने कहा कि इसकी तह तक जाना चाहिए। युवा पीढ़ी को बर्बाद किया जा रहा है। सरकार को इसमें कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चैधरी ने चीन का मुद्दा उठाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि कई महीनों से हमारे देश के लोग तनाव में हैं। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने अधीर रंजन को रोकते हुए कहा कि संवेदनशील मुद्दे पर संवेदनशील तरीके से बात रखी जाएगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रश्नकाल के मुद्दे पर सरकार का बचाव किया। उन्होंने कहा कि बहुत से नेताओं से मैंने भी बातचीत की है। असाधारण परिस्थितियों में संसद की कार्यवाही हमको करनी पड़ रही है। इसमें सबका का सहयोग चाहिए। 4 घंटे के लिए सदन चलेगा और मैंने अनुरोध किया था कि उसमें प्रश्नकाल न हो। आधे घंटे का एक जीरो आवर हो। राजनाथ सिंह ने कहा कि कोई भी प्रश्न पूछना है तो उस आधे घंटे में कर सकते हैं। अधिकांश राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने इस पर सहमति दी थी थी। उसके बाद यह फैसला किया गया था कि संसद की कार्रवाई चलेगी, उसमें प्रश्नकाल नहीं होगा। रक्षा मंत्री ने कहा कि मैं सभी सम्मानित सदस्यों से अनुरोध करना चाहता हूं कि असाधारण समय में संसद का सत्र हो रहा है। इसमें आप सभी का सहयोग चाहिए। इस बात की भी जानकारी देना चाहता है लिखित प्रश्न के माध्यम से जो भी जानकारी चाहिए उसकी जानकारी मंत्री देंगे। शून्य काल के दौरान भी प्रश्न पूछ जा सकते हैं। कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चैधरी ने कहा कि प्रश्नकाल संसद प्रणाली में होना बहुत जरूरी है। यह सदन की आत्मा है। अधीर रंजन चैधरी ने कहा कि प्रश्नकाल को हटाकर लोकतंत्र का गला घोटने की कोशिश की जा रही है।विपक्ष के अन्य सदस्यों ने भी कहा कि प्रश्नकाल और प्राइवेट मेंबर बिजनेस होना जरूरी है। असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि प्रश्नकाल और प्राइवेट मेंबर बिजनेस होना बहुत जरूरी है। तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी ने भी कहा कि प्रश्नकाल संसदीय प्रणाली के मूलभूत ढांचे से जुड़ा है। इसका प्रमुख अंग है। वहीं, कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चैधरी ने लद्दाख को लेकर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया है। लोकसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित हो गई है। माॅनसून सत्र के पहले दिन लोकसभा में दो बिल पास हुए। होम्योपैथी के लिए राष्ट्रीय आयोग 2020 और भारत में चिकित्सा प(ति के लिए राष्ट्रीय आयोग बनाने के लिए बिल पास हुए।