जैविक कचरा निस्तारण प्लांट के लिए पुणे की कम्पनी से हुआ करार
रूद्रपुर। शहर में कचरा निस्तारण के लिए जैविक कचरा उपचार संयंत्र लगाने हेतु नगर निगम ने पुणे महाराष्ट्र की कम्पनी मैलहेम इकोस एनवायरनमेंट प्रा0 लि0 के साथ करार कर लिया है। बीते दिवस एमओयू पर कम्पनी के अधिकारियों और मेयर रामपाल सिंह और मुख्य नगर आयुक्त जयभारत सिंह ने हस्ताक्षर करके रूद्रपुर में कचरे की समस्या के निस्तारण के लिए ऐतिहासिक कदम उठाया। आज नगर निगम सभागार में मेयर रामपाल सिंह एवं मुख्य नगर आयुक्त जयभारत सिंह ने पत्रकार वार्ता में कम्प्रैस्ड बायोगैस प्लांट के बारे में विस्तार से जानकारी दी। मेयर ने कहा कि आने वाले दिनों में कचरा रूद्रपुर के लिए समस्या नहीं बल्कि वरदान साबित होगा। कचरा भविष्य में नगर निगम के लिए आय का स्रोत बनने जा रहा है। शहर में निकलने वाले कचरे को रिसाइकिल करके नगर निगम सीबीजी ;कम्प्रैस्ड बायोगैसद्ध प्लांट में सीएनजी गैस तैयार करेगा। यह बायो गैस का प्लांट उत्तर भारत एवं उत्तराखंड का पहला बड़ा प्रोजेक्ट है जीरो इन्वेस्टमेंट में रेवेनुएल आॅफ द गवर्नमेंट के आधार पर इस प्रकार का यह पहला प्रोजेक्ट है जोकि 3 रूपए प्रति मैट्रिक टन की दर से गीले कूड़े का भुगतान एवं 1 रूपए प्रति वर्ग मीटर की दर से 24000 रूपए प्रति माह के हिसाब से नगर निगम को कंपनी द्वारा भुगतान किया जायेगा। मेयर रामपाल ने बताया कि कम्पनी विश्व के कई देशों सहित भारत के पुणे इंदौर नासिक पटना बैंगलोर चेन्नई आदि महानगरों में भी अब तक 360 स्थानों पर विद्युत उत्पादन और कम्प्रैस्ड बायोगैस प्लांट संचालित कर रही है । इस बायोगैस प्लांट के जरिये नगर निगम रुद्रपुर के वाहनों को गैस की आपूर्ति करने के साथ इसे बेचकर आय अर्जित की जायेगी। मेयर रामपाल ने बताया कि कचरे से बायोगैस बनाने के लिए लगने वाला उत्तराखण्ड में यह पहला प्लांट है। नगर निगम की इस महत्वाकांक्षी परियोजना का बीते दिवस मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत और शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक पिछले दिनों शिलान्यास कर चुके हैं। अब इसके लिए कम्पनी के साथ एमओयू भी साईन हो चुका है। मेयर ने कहा कि डीएफबीओटी यानि डिजाईन फाईनेंस बिल्ड आॅपरेट एण्ड ट्रांसफर माॅडल पर आधारित इस प्लांट को नगर निगम क्षेत्रंतर्गत वार्ड नं- 25 फाजलपुर महरौला स्थित नगर निगम की 6 एकड़ भूमि पर लगाया जा रहा है। इस प्लान्ट में जैविक ठोस अपशिष्ट यानि गीले और सूखे कूड़े को रिसाईकिल कर गीले कूड़े से बायो गैस बनायी जायेगी और सूखे कूड़े की ब्रिक बनाकर इसे ईधन के रूप में प्रयोग किया जायेगा। छह एकड़ भूमि पर कचरे के निस्तारण के इस प्लांट को लगाने की तैयारी पुणे महाराष्ट्र की कम्पनी मैलहेम इकोस एनवायरनमेंट प्रा0 लि0 ने शुरू कर दी है। जून 2021 तक कम्पनी इस प्लांट को लगाकर कचरा निस्तारण का काम शुरू कर देगी। इस प्लांट में रोजाना 50 टन कचरे का निस्तारण करके बायोगैस तैयार की जायेगी। इस प्लांट में नगर निगम की कोई लागत नहीं लगेगी। बल्कि यह प्लांट लगने से नगर निगम को आय का स्रोत मिल जायेगा। मेयर ने बताया कि कम्पनी से नगर निगम ने 25 साल का करार दिया हैं। इस दौरान सेनेट्री इंस्पेक्टर संजय शर्मा,मैलहेम इकोस एनवायरनमेंट प्रा0 लि0 के डीजीएम प्रोजेक्ट नवीन ए आर, सहायक प्रबंधक हर्षल जाधवर भी मौजूद थे।