एसटीएच में एंबुलेंस बनी काल,ब्रेक की जगह दबा दिया एक्सीलेटर,श्रमिक को एंबुलेंस ने रौंदा
हल्द्वानी/रूद्रपुर। एसटीएच परिसर में तेज रफ्तार एंबुलेंस ने एक व्यक्ति को रौंद दिया। उसकी दर्दनाक मौत हो गयी। मृतक कोरोना संक्रमित पत्नी को अस्पताल में खाना देने के लिए रूद्रपुर से एसटीएच आया था। उसकी मौत से परिजनों में कोहराम मचा है। रुद्रपुर के वार्ड छह जगतपुरा निवासी 52 वर्षीय उत्तम सरकार की पत्नी रेनू सरकार कुछ दिन पहले जांच में कोरोना संक्रमित पाई गई थी। उसे एसटीएच में भर्ती किया गया है। रविवार देर शाम उत्तम दिनेशपुर निवासी दामाद हरेंद्र के साथ बाइक से पत्नी को खाने का सामान देने आया था। इस बीच उत्तम सरकार को इमरजेंसी गेट के सामने बैठाकर हरेंद्र बाहर सड़क की तरफ चला गया। तभी काशीपुर से मरीज को लेकर आई एक तेज रफ्तार एंबुलेंस ने उत्तम को रौंद दिया। पेड़ के आगे खड़ा उत्तम एंबुलेंस व पेड़ के बीच में फंस गया। गंभीर हालत में उसे अस्पताल के अंदर लाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। पेशे से मजदूर उत्तम पत्नी के संक्रमित निकलने के बाद से परेशान था। पहले व इमरजेंसी गेट के पास खड़ा था। मगर भीड़ होने पर अस्पताल स्टाफ ने उसे दूसरी तरफ बैठने को कहा। जिसके बाद वह सामान से भरा थैला लेकर इंदिरा अम्मा कैंटीन जिसे अब अस्थायी ओपीडी बनाया गया है। उसके आगे पेड़ के नीचे बैठ गया। मृतक के दामाद हरेंद्र ने बताया कि जेब में पैसे नहीं होने से डर था कि वापसी में फंस न जाए। जिस वजह से उसने हल्द्वानी में रहने वाले अपने एक परिचित को फोन कर मदद मांगी। वह उसे पैसे देने के लिए अस्पताल गेट के पास आया। उससे मिलने के लिए हरेंद्र बाहर गया। करीब 25 मिनट बाद जब वह लौटा तो ससुर की लाश पड़ी हुई थी। जिस एंबुलेंस ने उत्तम को टक्कर मारी वह काशीपुर से एक गर्भवती को लेकर एसटीएच आई थी। चालक महिला को लेकर अंदर पहुंचा। जिस पर परिजनों ने उसे पर्ची कटवाने भेज दिया। एंबुलेंस में अस्पताल के नर्सिंग डिपार्टमेंट में काम करने वाला कर्मचारी बैठा था। इस बीच किसी ने गाड़ी आगे बढ़ाने को कहा। कर्मचारी ने चालक को बुलाने की बजाय खुद ही स्टेयरिंग थाम लिया। बताया जा रहा है कि उसे ठीक से गाड़ी चलानी भी नहीं आती। ब्रेक की जगह गलती से उससे एक्सीलेटर दब गया। और चंद कदमों की दूरी पर खड़ा उत्तम चपेट में आ गया। स्पीड इतनी तेज थी कि एंबुलेंस का एयरबैग तक खुल गया था।