दुष्कर्म की शिकायत के बाद राज्य महिला आयोग ने मांगी सुरक्षा रिपोर्ट
देहरादून। उत्तराखंड राज्य महिला आयोग ने डीआइजी को पत्र भेजकर विधायक पर सनसनीखेज आरोप लगाने वाली महिला की सुरक्षा संबंधी रिपोर्ट 29 अगस्त तक देने को कहा है। आयोग की अध्यक्ष विजय बड़थ्वाल के अनुसार महिला का प्रार्थना पत्र प्राप्त हुआ है, जिसमें उसने जानमाल का खतरा होने की आशंका जताई है। वहीं दुष्कर्म के आरोपों से घिरे भाजपा विधायक महेश नेगी की पत्नी रीता नेगी ने अब खुद उसी महिला की सुरक्षा की मांग उठाई है जो इस प्रकरण को लेकर अपनी जान को खतरा होने की आशंका जाहिर कर सुरक्षा प्रदान करने मांग कर चुकी हैं। डीआइजी अरुण मोहन जोशी के अनुसार इस प्रकरण में अभी तक चार शिकायती पत्र पुलिस को मिले हैं, इन सभी की जांच कराई जा रही है। इसी के अनुरूप आगे की कार्रवाई की जाएगी। जहां तक महिला व उसके बच्चे की सुरक्षा देने की बात है, इसे थाने के स्तर पर देखा जा रहा है। गौरतलब है कि अल्मोड़ा जिले की द्वाराहाट सीट से भाजपा विधायक महेश नेगी पर सोशल मीडिया में वीडियो डालकर एक महिला ने कई बार दुष्कर्म का आरोप लगाया था। इतना ही नहीं महिला ने अपने बेटी का अदालत के माध्यम से डीएनए टेस्ट कराने की मांग की। हालांकि, अभी तक महिला की रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई है। जबकि विधायक की पत्नी रीता नेगी इस महिला के खिलाफ ब्लैकमेलिंग का मुकदमा दर्ज करा चुकी हैं। उस पर पांच करोड़ रुपये की मांग करने और न देने पर विधायक को दुष्कर्म के झूठे मामले में फंसाने का आरोप है। बताया जा रहा है कि सोमवार को विधायक की पत्नी ने डीआइजी को एक और पत्र लिखा। इसमें उल्लेख किया गया कि आरोपित महिला इन दिनों कई राजनीतिक व्यत्तिफयों के संपर्क में है। भाजपा विधायक होने की वजह से विपक्षी दलों के नेता उनसे राजनीतिक द्वेष रखते हैं। ये लोग आरोपित महिला के साथ कुछ भी गलत कर इसका आरोप भी विधायक पर लगा सकते हैं।