ट्रांजिट कैम्प के अपहरण काण्ड का चार घंटे के भीतर खुलासा,तीन बदमाश दबोचे
रूद्रपुर। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए एक अपहृत व्यक्ति को चार घंटे के भीतर बरामद कर मामले में तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। जबकि दो बदमाश अभी फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश कर रही है। मामला ट्रांजिट कैम्प थाना क्षेत्र का है। वार्ड नं. 18 सिरौली कला किच्छा निवासी इस्लामउद्दीन की तीन पानी डाम के पास वर्कशाॅप है। उसकी वर्कशाॅप में काम करने वाले दया किशन नाम के व्यक्ति को बीती शाम पांच लोग मारपीट करते हुए जबरन वाहन में डालकर ले गये। बताया जाता है कि उक्त लोग पूर्व में भी लेन देन को लेकर दयाकिशन से मारपीट कर हाथ पैर तोड़ने की धमकी दे चुके थे। बीती शाम अपहरण के बाद वर्कशाॅप स्वामी इस्लामुद्दीन ने तुरंत घटना की जानकारी पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस ने टीमों का गठन करते हुए अपहृत व्यक्ति की तलाश शुरू कर दी। छानबीन में जुटी पुलिस टीमों ने संभावित स्थानों पर दबिश दी। सर्विलांस की मदद से पुलिस को अभियुक्तों की लोकेशन पुलभट्टा के पास मिली। जिस पर पुलिस टीम ने पुलभट्टा के पास बरेली की सीमा पर अपहरण काण्ड को अंजाम देने वाले शरीफनगर इटोवा थाना दौरनियां बरेली निवासी नेपाल सिंह पुत्र भीम सिंह, सतोईया थाना पुलभट्टा निवासी धर्मपाल पुत्र छेदा लाल और ग्राम हरदासपुर कोठरा थाना अजीमनगर जिला रामनगर निवासी सुनील कुमार पुत्र विजय पाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया। जबकि इनके दो साथी ट्रांजिट कैम्प कृष्णा कालोनी निवासी कुलदीप चतुर्वेदी पुत्र राम निवास और गांधी नगर ट्रांजिट कैम्प निवासी हिमांशु शर्मा पुत्र अनिल कुमार मौके से फरार हो गये। कुछ ही दूरी पर पुलिस ने अपहृत दया किशन को भी सकुशल बरामद कर लिया। अपहर्ताओं ने दयाकिशन के साथ मारपीट भी की थी जिसमें उसे चोटें आयी। जिस पर पुलिस ने उसका अस्पताल में उपचार कराया। खुलासा करते हुए एसपी सिटी देवेंद्र पिंचा ने बताया कि 75 हजार के लेन देन को लेकर दयाकिशन का अपहरण किया गया था। अपहरण के बाद बदमाशों ने दयाकिशन के साथ मारपीट भी की। पूछताछ में नेपाल सिंह ने बताया कि कुछ समय पहले वह दयाकिशन के साथ फाइनेंस की गाड़िया खींचने का काम करता था। इसी दौरान दया किशन से उसने पैसे लेने थे वह कई दिनों से दयाकिशन से पैसे की मांग कर रहा था, लेकिन दयाकिशन टाल मटोल कर रहा था। इसी लिए उसने अपने मामा धर्मपाल के अलावा सुनील, हिमांशु, कुलदीप के सााथ मिलकर दयाकिशन को अगवा कर लिया और उसको अपने गांव शरीफ नगर बहेड़ी ले जा रहे थे लेकिन रास्ते में गाड़ी खराब हो गयी। खुलासा करने वाली टीम में थानाध्यक्ष पुलभट्टा विनोद जोशी, एसओजी प्रभारी कमाल हसन, प्रभारी थानाध्यक्ष ट्रांजिट कैम्प अर्जुन गिरी, उपनिरीक्षक मनोजज कुमार, विजय सिंह, प्रदीप शर्मा, कांस्टेबल सुरेंद्र सिंह, मुकेश, देवेंद्र धाामी, योगेंद्र पटववाल, इमरान अंसारी, विपेंद्र सिंह, कल्याण सिंह, देवेंद्र सिंह, और भूपेंद्र आदि शामिल रहे।