कचरे से बनायी जायेगी बायो गैस, प्लांट लगाने का काम शुरू
फाजलपुर महरौला में कम्प्रैस्ड बायोगैस प्लांट वरदान साबित होगा : मेयर रामपाल
रूद्रपुर। मेयर रामपाल सिंह की सार्थक सार्थक पहल की बदौलत अब आने वाले दिनों में कचरा रूद्रपुर के लिए समस्या नहीं बल्कि वरदान साबित होगा। कचरा भविष्य में नगर निगम के लिए आय का स्रोत बनने जा रहा है। शहर में निकलने वाले कचरे को रिसाइकिल करके नगर निगम सीएनजी गैस तैयार करेगा। इस गैस से नगर निगम के वाहनों को गैस की आपूर्ति करने के साथ इसे बेचकर आय अर्जित की जायेगी। कचरे से बायोगैस बनाने के लिए लगने वाला उत्तराखण्ड में यह पहला प्लांट है। नगर निगम की इस महत्वाकांक्षी परियोजना का बीते दिवस मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत और शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने शिलान्यास कर दिया है। डीएफबीओटी यानि डिजाईन फाईनेंस बिल्ड ऑपरेट एण्ड ट्रांसफर मॉडल पर आधारित इस प्लांट को नगर निगम क्षेत्रंतर्गत वार्ड नं- 25 फाजलपुर महरौला स्थित नगर निगम की 6 एकड़ भूमि पर लगाया जा रहा है। इस प्लान्ट में जैविक ठोस अपशिष्ट यानि गीले और सूखे कूड़े को रिसाईकिल कर गीले कूड़े से बायो गैस बनायी जायेगी और सूखे कूड़े की ब्रिक बनाकर इसे ईधन के रूप में प्रयोग किया जायेगा। मेयर रामपाल सिंह ने कम्प्रैस्ड बायोगैस प्लांट का शिलान्यास करने पर सीएम त्रिवेन्द्र रावत और शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कम्प्रैस्ड बायोगैस प्लांट रूद्रपुर के लिए वरदान साबित होगा। अब तक शहर में कचरा एक समस्या बना हुआ है आने वाले समय में यही कचरा नगर निगम के लिए वरदान साबित होगा। मेयर ने बताया कि छह एकड़ भूमि पर कचरे के निस्तारण के इस प्लांट को लगाने का काम पुणे महाराष्ट्र की कम्पनी मैलहेम इकोस एनवायरनमेंट प्रा0 लि0 को दिया गया है। करीब एक साल के अंदर कम्पनी इस प्लांट को लगाकर काम शुरू कर देगी। इस प्लांट में नगर निगम की कोई लागत नहीं लगेगी। बल्कि यह प्लांट लगने से नगर निगम को आय का स्रोत मिल जायेगा। मेयर ने बताया कि कम्पनी से नगर निगम ने 25 साल का करार दिया हैं। 50 मीट्रिक टन कचरा रोजना निस्तारित करने की क्षमता वाले इस प्लांट को लगाने वाली कम्पनी 25 वर्ष तक छह एकड़ भूमि का प्रति स्क्वायर फिट के हिसाब से किराया भी देगी इसके अलावा नगर निगम द्वारा प्लांट में पहुंचाये जाने वाले कचरे का भी कम्पनी द्वारा नगर निगम को भुगतान किया जायेगा। कम्पनी कचरे से सीएनजी गैस बनाने के बाद इसे खुद बेचेगी। इस गैस को नगर निगम के सीएनजी वाहनों के लिए भी प्रयोग किया जायेगा। मेयर ने कहा कि प्लांट करीब एक वर्ष में स्थापित हो जायेगाा इसके बाद कचरे की रिसाइकिलंग शुरू हो जायेगी। उन्होंने कहा कि कचरा निस्तारण का प्लांट शहर के लिए बड़ी उपलब्धि होगा। अब तक जो कचरा शहर में समस्या बना हुआ है वहीं आने वाले दिनों में शहर के लिए वरदान साबित होगा।