पुलिस के चेकिंग अभियान से लोगों की फजीहत
हल्द्वानी (उत्तरांचल दर्पण संवाददाता)। पुलिस द्वारा हेलमेट पहनने के बाद भी लोगों की चेकिंग करना आम जनमानस के गले से नीचे नहीं उतर रहा है। लोगों का कहना है कि चेकिंग तो ठीक है लेकिन जब लोग नियमों के तहत हेलमेट पहनकर चल रहे हैं तो उन्हें रोकना और जांच के नाम पर परेशान करना क्या उचित है। वह भी ऐसे समय में जब कि कोरोना के कारण लोगों को संक्रमण का भय बना हुआ है और संक्रमण पुलिस से भी फैल सकता है लेकिन पुलिस हेलमेट और मास्क पहनने के बावजूद लोगों को क्यों रोक रही है। यह लोग नहीं समझ पा रहे हैं। इसी प्रकार का एक वाक्या आज देखने को मिला। मेडिकल चैकी इंचार्ज मातवर सिंह ने गांधी स्कूल पर यातायात का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ और बगैर मास्क पहने लोगों के खिलाफ अभियान चलाया। जिसमें 7250 रुपये का संयोजन शुल्क वसूला गया। 18 चालान बगैर मास्क पहने लोगों के किये। एक चालान कोर्ट का किया गया। इस दौरान वहां पर पुलिस से कई लोग गुहार लगाते देखे गए कि साहब हमने हेलमेट और मास्क दोनों पहने हुए हैं। हमें फिर क्यों रोक लिया गया। गाड़ी के पेपर हम मोबाइल में दिखा देते हैं, हमारे पास चालान कटाने को पैसे नहीं हैं। पुलिस को मानवीय संवेदना का भी ध्यान चेकिंग के दौरान रखना चाहिए।