मोहल्लों मै जलभराव ने बढ़ाई लोगों की मुश्किलें
काशीपुर(उत्तरांचल दर्पण संवाददाता)। मानसून की बारिश ने यहां एक बार फिर से लोगों के समक्ष जलभराव की मुश्किलें पैदा कर दी। आबादी वाले मोहल्लों में जल जमाव के कारण लोगों को संक्रामक बीमारियों का खतरा भी सताने लगा है। दो दिन से रुक-रुक कर हो रही तेज बरसात के कारण आबादी वाले मोहल्ले जलजमाव की चपेट में है। कटोराताल काली बाग लक्ष्मीपुर पट्टðी गौतम नगर टांडा उज्जैन वैशाली कॉलोनी आदि दर्जनों आबादी वाले मोहल्लों मैं जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। नालियों का मल मूत्र युत्तफ़ पानी सड़कों पर बहने के कारण लोगों को गंदे पानी के बीच से होकर गुजरना पड़ रहा है। कटोरा ताल से पीएम हाउस की ओर जाने वाले मार्ग की हालत सर्वाधिक खराब है। इस रोड पर आज भी जमा बरसात का पानी दर्जनों घरों व दुकानों में घुस गया। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि समय पर चौक नाले नालियों की सफाई ना होने के कारण उन्हें प्रतिवर्ष जलभराव का दंश झेलना पड़ता है। यही नहीं बल्कि काशीपुर में प्रतिवर्ष बरसात के दिनों में मेन मार्केट रतन रोड समेत राष्ट्रीय राजमार्ग 74 स्टेशन रोड पूरी तरह ताल तलैया में तब्दील रहती है। जलभराव के कारण जहां क्षेत्र में एक और संक्रमण बीमारियों को फैलने का खतरा बरकरार होता है वहीं दूसरी ओर दुर्घटनाओं में इजाफा भी है। हालांकि काशीपुर में जलभराव की समस्या यहां की प्रमुख समस्याओं में से एक है जो लगभग दशकों से चली आ रही है निगम प्रशासन द्वारा जलभराव से निपटने के आज तक कोई सार्थक प्रयास नहीं किए गए।