लाॅकडाउन को लेकर व्यापारियों में असमंजस
रामनगर। प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के कुछ जिलों में किए गए 2 दिन के लाॅकडाउन को लेकर रामनगर में प्रशासनिक अधिकारियों की आपसी तालमेल की कमी के कारण बाजार खोलने को लेकर असमंजस की स्थिति बनी रही हालांकि कुछ व्यापारियों ने लाॅक डाउन की अवधि में खुल रही शराब की दुकानों को लेकर भी सरकार पर कई तरह के आरोप लगाए हैं। प्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस मरीजो की संख्या को लेकर शासन व प्रशासन पूरी तरह अलर्ट के मूड में है जिसको लेकर शुक्रवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेश के कुछ जिलों में शनिवार व रविवार को लाॅक डाउन की घोषणा की थी साथ ही उन्होंने इस लाॅक डाउन की अवधि में आवश्यक वस्तु की दुकानों को पूरी तरह मुक्त रखा था लेकिन शुक्रवार की शाम तक भी 2 दिन के लाॅकडाउन को लेकर स्थानीय प्रशासन उच्चाधिकारियों के आदेश ना आने का हवाला देते रहे जिसको लेकर व्यापारियों में अपनी दुकानें खोलने को लेकर काफी असमंजस की स्थिति बनी रही शनिवार को लाकडाउन को लेकर प्रशासनिक टीम नगर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बाजार में भ्रमण के लिए निकली इस बीच व्यापारियों का आरोप था कि अधिकारियों के स्पष्ट आदेश के ना मिलने के कारण उन्होंने अपनी दुकान खोली थी जिस पर प्रशासनिक टीम ने किराने की दुकान है बंद कराने की कार्रवाई ली जिसको लेकर मामूली रूप से झड़प भी हुई मामले में देवभूमि व्यापार मंडल के संरक्षक मनमोहन अग्रवाल ने बताया कि अधिकारियों के आपसी तालमेल की कमी के कारण शनिवार की सुबह व्यापारियों को कुछ असमंजस स्थिति का सामना करना पड़ा था मामले में एसडीएम विजय नाथ शुक्ल से वार्ता के बाद स्थिति सामान्य होने पर सरकार द्वारा निर्धारित दुकानों को खोलने की कार्रवाई की गई उन्होंने बताया कि एसडीएम द्वारा बताया गया कि लाॅकडाउन के दौरान मेडिकल स्टोर ,पेट्रोल पंप, किराने की दुकान, दूध की डेरी, सब्जी आदि की दुकानें खुलेगी शेष दुकाने इस अवधि में बंद रहेंगी। वही लाक डाउन को लेकर खुल रही देसी व अंग्रेजी शराब की दुकानों को लेकर भी लोगों का कहना था कि सरकार को लाॅक डाउन की अवधि में इन्हें भी बंद रखना चाहिए था। इसके साथ ही लाॅकडाउन को लेकर एसडीएम विजय नाथ शुक्ल, सीओ पंकज गैरोला ,कोतवाल रवि सैनी भी सुरक्षा व शांति व्यवस्था का जायजा लेते हुए दिखाई दिए।