जिले भर में धुंधली हो चुकी है एसपीओ कर्मियों की तस्वीरें
हाथों में डंडे व गले में पहचान पत्र टांगकर वाहन चालकों पर गांठते हैं रौब
हाथों में डंडे व गले में पहचान पत्र टांगकर वाहन चालकों पर गांठते हैं रौब
काशीपुर(उत्तरांचल दर्पण संवाददाता)। टांडा उज्जैन चैकी क्षेत्र में शाम 7 बजे के बाद एसपीओ कर्मी हाथों में मोटे मोटे डंडे लेकर गुंडागर्दी पर उतारू देखे जा रहे हैं। समय रहते यदि पुलिस के उच्चाधिकारियों ने ऐसे एसपीओ कर्मियों को चिन्हित कर बाहर का रास्ता नहीं दिखाया तो भविष्य के परिणाम गंभीर हो सकते हैं। वैश्विक महामारी कोरोना के संकट काल में पुलिस के सहयोग के लिए जिला प्रशासन की पहल पर एसपीओ की नियुक्ति की गई। लेकिन इनकी नियुक्ति करते हुए मानकों को नजरअंदाज कर दिया। सूत्रों का कहना है कि एसपीओ कर्मियों में से तमाम राजनैतिक दलों से जुड़े हुए हैं तो वही कई ऐसे हैं जिनका रिकाॅर्ड अच्छा नहीं है। चैराहेबाजों मोहल्लेबाजों को भी एसपीओ का तमगा दे दिया गया है। गले में पहचान पत्र टांगकर मोहल्ले में अथवा मार्ग से होकर गुजर रहे वाहन चालकों पर ऐसे एसपीओ कर्मी रौब गांठते देखे जा रहे हैं। लोगों की सेवा सुरक्षा के नाम पर एसपीओ कर्मियों की तस्वीर शहर ही नहीं वरन पूरे जिले में धुंधली हो चुकी है। एसपीओ कर्मियों की हरकतों से आम तबका भी आजिज है। इनकी गतिविधियों पर अब उंगलियां उठने लगी हैं। लोगों का मानना है कि इन्हें स्पेशल पुलिस आॅफिसर की बजाय सेवादार का तमगा देना चाहिए था। एसपीओ नाम पर तमाम कर्मचारी इसका नाजायज फायदा उठाते बताए जा रहे हैं जो आम समाज के लिए खतरे की घंटी है।