पंजाबी महासभा के दोनों अध्यक्षों को देना चाहिए इस्तीफाःअरोरा

वैचारिक मतभेद खत्म होने तक किसी तीसरे के हाथ में देनी चाहिए समाज के नेतृत्व की कमान

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वैचारिक मतभेद खत्म होने तक किसी तीसरे के हाथ में देनी चाहिए समाज के नेतृत्व की कमान
जसपुर। उत्तरांचल पंजाबी महासभा के पूर्व जिला महामंत्री त्रिलोक अरोरा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि जैसा कि पूर्व में कुछ समय से पंजाबी महासभा का दो भागों में विघटन हुआ है उससे पंजाबी समाज का प्रदेश में उपहास हो रहा है। त्रिलोक अरोरा ने कहा कि जसपुर पंजाबी महासभा के सभी कार्यकारी सदस्यों ने एकमत होकर यह प्रस्ताव पास किया है कि जब तक पंजाबी महासभा एक बैनर तले नहीं आ जाती तब तक जसपुर पंजाबी महासभा दोनों गुटों से अपने आपको दूर रखेगी। उन्होंने दोनों पंजाबी महासभा का नेतृत्व कर रहे अध्यक्षों से अपील की कि उनको अपना व्यक्तिगत हित त्याग कर पंजाबी समाज की प्रगति के लिए एक मंच पर आना चाहिए। त्रिलोक अरोड़ा ने कहा कि जसपुर पंजाबी महासभा जसपुर विधानसभा में पंजाबी समाज को दो भागों में नहीं बंटने देगी। सभी ने एकमत से यह फैसला लिया है। जसपुर पंजाबी महासभा किसी भी नेतृत्व के संरक्षण में कार्य नहीं करेगी। पंजाबी समाज के उत्थान के लिए वह स्वयं जसपुर विधानसभा के अंतर्गत कार्य करेगी। त्रिलोक अरोरा ने कहा कि प्रदेश में दो भागों में बांटने से पंजाबी महासभा का उपहास हो रहा है। इसलिए पंजाबी महासभा को राजनीतिकरण से जब तक दूर नहीं किया जाएगा तब तक इसकी प्रगति असंभव है। कहा कि पंजाबी समाज के उत्थान के लिए दोनों गुटों को एक मंच पर आना होगा। अरोरा ने कहा कि पंजाबी समाज के हित में फिलहाल दोनों गुटों के अध्यक्षों को इस्तीफा देते हुए समाज की कमान किसी तीसरे के हाथ में देनी चाहिए ताकि वैचारिक मतभेद खत्म हो सके।

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