..तो 10 वर्ष तक प्रदेश में कांग्रेस ही राज करेगी
कांग्रेस महासचिव हरीश रावत ने विरोधियों का पढ़ाया सद्भावना का पाठ
देहरादून। हरीश रावत व इंदिरा हृदयेश के बीच वर्षो पुरानी तल्खियां मंगलवार को भी चुहलबाजी के रूप में सामने आयीं। अब तक दोनों दिग्गज नेता मीडिया के जरिये ही एक दूसरे पर भड़ास निकालते थे, लेकिन मंगलवार को पार्टी कार्यकर्ताओं की एक बैठक में दोनों का आमना-सामना हुआ तो भला यहां भी मौका कैसे छूट जाता।कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक में बोलने की बारी पहले इंदिरा हृदयेश की आई तो उन्होंने अपने भाषण को राज्य की बिगड़ रही आर्थिक स्थिति से शुरू किया। उन्होंने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे देश और राज्य से भाजपा सरकार को हटाने के लिए आगे आयें। भाषण के दौरान उन्हें सामने बैठे हरीश रावत दिखे तो यह कहने में नहीं चूकी कि ‘‘हरीश जी सिर्फ आप अब असम के प्रभारी बन गये हैं। सिर्फ असम में कांग्रेस को जिताकर काम नहीं चलेगा। आपको उत्तराखंड में भी कांग्रेस को जिताना होगा।’ इंदिरा की बात सुनकर हाल में ठहाके भी लगे।इसके बाद थी हरीश की बारी। उन्होंने कांग्रेस के इतिहास का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि उन्होंने अब तक कांग्रेसियों की तीन पीढ़ी के साथ काम किया है। इंदिरा को निशाना बनाते हुए उन्होंने कहा कि ‘‘मुझे बड़ा मानते हो तो ये समझो कि बड़ा बर्तन छोटे बर्तनों से अक्सर टकराता है और आवाज भी ज्यादा करता है। फिर भी बड़े बर्तन को अलग नहीं किया जाता।’ उन्होंने कहा कि मेरी सरकार में इतने काम हुए हैं कि अगर आप लोग उनको ही ठीक से लोगों के बीच ले जाकर प्रचारित कर पाओ तो अगले 10 वर्ष तक प्रदेश में कांग्रेस ही राज करेगी। रावत ने गंभीर लहजे में कहा कि उन्होंने सार्वभौम पेंशन योजना में विभिन्न वगरे को पेंशन दी। इस पेंशन के दायरे में 1.25 लाख से बढ़ाकर 7.32 लाख लोगों को लाया गया। केदारनाथ में कितने काम किये, कुछ लोग हमारे काम के रजिस्टर ही लेकर भाग गये। मुख्यमंत्री रहते जो काम किये, उसे अगर ठीक से प्रचारित किया जाए तो सत्ता में वापसी हो जाएगी और अगले दस वर्ष कांग्रेस को सत्ता से कोई नहीं हटा पाएगा।