खनन माफियाओं से हमसाज अधिकारियों की हो उच्च स्तरीय जांचःआदेश
संवेदनहीनता की सभी सीमाएं लांघ चुकी है प्रदेश की भाजपा सरकार
उत्तरांचल दर्पण संवाददाता
काशीपुर। आदेश चैहान ने अपने कार्यालय पर प्रेस वार्ता में भाजपा सरकार को संवेदनहीन करार दिया। उन्होंने केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कई सवाल खड़े किए। पत्रकारों से बातचीत में विधायक ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार संवेदनहीनता की सभी सीमाएं पार कर चुकी है। उच्चाधिकारी या राजनीतिक नेताओं का खनन माफियाओं से अगर कोई संबंध है तो उनकी तत्काल जांच होनी चाहिए। विधायक ने कहा कि 27 मई की रात को अवैध खनन कर ले जा रहे डंपर चालकों का नायब तहसीलदार सुरेश कुमार व उनके साथ कार में बैठे सिपाही जब पीछा कर रहे थे तो डंपर चालक ने कई बार उनकी कार को टक्कर मारकर उन को कुचलने का प्रयास किया था जिसकी तहरीर नायब तहसीलदार ने अपने उच्च अधिकारियों को दी थी लेकिन घटना के 13 दिन बाद रिपोर्ट दर्ज की गई वहीं विधायक ने बताया कि 3 जून की शाम को जब उनको जानकारी मिली कि फीक नदी में अवैध खनन हो रहा है उन्होंने घटनास्थल पर पहुंचकर इसकी सूचना स्थानीय अधिकारियों को दी लेकिन काफी देर भी जाने पर कोई अधिकारी वहां पर नहीं पहुंचा तो उन्होंने इसकी सूचना मुख्य सचिव और मुख्यमंत्री के विशेष सचिव को दी। तीन घंटे बाद स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी वहां पहुंचे लेकिन तब तक खनन माफिया वहां से भाग चुके थे। विधायक आदेश चैहान ने कहा कि नायब तहसीलदार की रिपोर्ट 13 दिन बाद दर्ज हुई उनकी सूचना पर अधिकारी 3 घंटे बाद पहुंचे इससे यह साफ प्रतीत होता है की प्रशासनिक अधिकारी कहीं ना कहीं किसी दबाव में कार्य कर रहे हैं। विधायक ने कहा कि किसानों की ओलावृष्टि से फसले बर्बाद हो चुकी हैं किसान परेशान हैं किसान के गन्ने का मूल्य का भुगतान नहीं मिल रहा चीनी मिल ने किसानों को 31 जनवरी को गन्ने का भुगतान किया था चीनी मिल पर करोड़ों का बकाया है जबकि सरकार ने किसानों को उनके गन्ने के मूल्य का 15 दिन में भुगतान अदा करने का वादा किया था। 4 महीने से अधिक समय बीतने पर भी अभी तक क्षेत्र के किसानों को गन्ने का भुगतान प्राप्त नहीं हुआ। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार संवेदनहीनता की सभी सीमाएं पार कर चुकी है उच्च अधिकारियों को सत्ता में बैठे कुछ राजनीतिक व्यक्तियों का संरक्षण प्राप्त है। विधायक ने मुख्यमंत्री से अधिवक्ताओं और मीडिया कर्मियों को आर्थिक सहायता देने की मांग की । इस मौके पर गजेंद्र चैहान, दिग्विजय सिंह प्रमुख रूप से मौजूद रहे।