संक्रमण रोकने के लिए डीएम ने धार्मगुरूओं को दिये दिशा निर्दे
संक्रमण रोकने के लिए डीएम ने धार्मगुरूओं को दिये दिशा निर्देश
रूद्रपुर। जिलाधिकारी डा0 नीरज खैरवाल द्वारा आज कोरोना संक्रमण के बचाव हेतु एपीजे अब्दुल कलाम सभागार मे जनपद के सभी धर्मगुरूओ की बैठक ली व आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने कहा राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण ने केन्द्र के दिशा-निर्देशो के अनुसार धार्मिक स्थलो, पूजा घरो को खोलने की गाईडलाइन जारी की है। उन्होने कहा सभी धर्मगुरू मंदिर, मस्जिद, गुरूद्वारा व चर्च मे इन गाईडलाइन का पालन कराये ताकि कोरोना संकमण को फैलने से रोका जा सके। उन्होने कहा सभी धार्मिक स्थल व पूजाघरो का सैनेटाईजेशन अवश्य रूप से किया जाए साथ ही एक-दूसरे के बीच 02 गज की दूरी बनाते हुए सभी लोग मास्क अनिवार्य रूप से पहनेंगे। उन्होने कहा दर्शन हेतु जहां लाईन लगती है, वहां निर्धारित दूरी पर खडे होने हेतु गोले बनाये जाए साथ ही आने वाले श्रद्धालुओ के जूते, चप्पल अलग-अलग रखे जाए। उन्होने कहा धार्मिक स्थलो पर प्रसाद वितरण की व्यवस्था न रखे। उन्होने कहा गुरूद्वारो मे जहां लंगर की व्यवस्था की जा रही है, उचित दूरी बनाते हुए यह कार्य करे। उन्होने कहा धार्मिक स्थलो पर यदि कोई बुखार से पीडित आता है उसकी जांच कराते हुए मेडिकल टीम को भी इसकी जानकारी उपलब्ध कराई जाए। उन्होने कहा सभी धर्मगुरू नियमो का पालन करते हुए कोरोना संक्रमण के बचाव हेतु लोगो को जागरूक करे। जिलाधिकारी ने कहा आप लोगो के सहयोग से इस जनपद की स्थिति बेहतर है, हमे अपने को सुरक्षित रखने के साथ ही दूसरो को भी सुरक्षित रखना होगा। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बरिन्दरजीत सिंह ने कहा आप सभी लोग लोगो को कोरोना संक्रमण के सम्बन्ध मे बेहतर ढंग से समझाये ताकि सभी लोग नियमो का पालन कर सके। उन्होने कहा सरकार ने माना है आप जिम्मेदार नागरिक है इसीलिए धार्मिक स्थलो को खोलने की अनुमति दी गई है। जिला प्रशासन बिना भेदभाव के कार्य कर रहा है आप हमे सहयोग दे। उन्होने कहा अपनी सुविधा के लिए धार्मिक स्थल पर एक रजिस्टर भी रखे ताकि जो लोग वहां आ रहे है, उनकी जानकारी हो सके। बैठक मे मुख्य विकास अधिकारी मयूर दीक्षित, अपर जिलाधिकारी जगदीश चन्द्र काण्डपाल, उत्तम सिंह चैहान, सीएमओ डा0 शैलजा भट्ट, प्रशिक्षु आईएएस विशाल मिश्र, जयकिशन, पं0 शिव कुमार, अशोक जाॅन, मौलाना इमामुद्दीन, मौलाना इरफान कादरी सहित विभिन्न समुदायो के धर्मगुरू उपस्थित थे।