विकास भवन में धारने पर बैठे कांग्रेसी
विकास भवन में धारने पर बैठे कांग्रेसी
उत्तरांचल दर्पण ब्यूरो
रुद्रपुर। बाजपुर की 5838 एकड़ जमीन की खरीद फरोक्त पर लगी रोक को हटाने की मांग को लेकर आज पूर्व मंत्री तिलकराज बेहड़ सहित तमाम कांग्रेसियों ने विकास भवन पहुंचकर धरना दिया। बाजपुर के कांगे्रसी नेता स. जगतार सिंह बाजवा के नेतृत्व में किसानों की जमीन को वापस करने की मांग को लेकर शुरु किये गये आंदोलन के तहत बाजपुर के तमाम कांग्रेसी विकास भवन पहुंचे। यहां पर बाजपुर के कांगे्रसियों के समर्थन में पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तिलक राज बेहड़ ने भी धरना स्थल पर पहुंचकर आंदोलन का समर्थन किया। इस दौरान बेहड़ का कहना था कि बाजपुर में 5838 एकड़ भूमि पर सरकार ने खरीद फरोख्त पर रोक लगा दी है। इसके विरोध में जगतार सिंह बाजवा के नेतृत्व में जबाव दे सरकार मांग को लेकर आंदोलन शुरु किया है। इसीके तहत आज यहां पर धरना दिया गया है। उन्होंने प्रदेश सरकार पर किसानों के साथ हठधर्मिता कारवैया अपनाने का आरोप लगाते हुये जमकर हमला बोला। कहा कि सरकार बाजपुर के लोगो की आवाज दबाने का प्रयास कर रही है। जिसे कांगे्रस किसी भी हाल में बर्दास्त नहीं करेगी। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे सरदार जगतार सिंह का कहना था कि उनका आंदोलन सरकार के खिलाफ जारी रहेगा और किसानों की जमीन को वापस लेकर ही दम लेंगे। बताया कि सरकार ने डीएम के आदेश के बाद खरीद फरोख्त पर रोक लगा दी है। उन्होंने कहा कि जिले के दो-दो कैबिनेट मंत्रियों के आश्वासन के बाद भी उपरोक्त मामले में कुछ भी होता नजर नही आ रहा है, जिससे बाजपुर के निवासी चिंतित हैं। इस क्षेत्र के किसानो पर बैंक के कर्ज के साथ साथ कई लोगो द्वारा अपनी जमीनों को बेच दिया गया है, जिसकी रजिस्ट्री पर अभी रोक लग गयी है, उससे किसान मानसिक रूप से बहुत ही ज्यादा प्रताड़ित हो रहा है। श्री बेहड़ ने कहा कि उक्त भूमि पर एक लाख से ज्यादा जन आबादी है, जिसमें किसान, व्यापारी, आवासीय कालोनियां, स्कूल व विभिन्न उद्योग सम्मलित हैं। अपनी अपनी भूमि पर किसान व उद्योगों को बैंको द्वारा करोड़ों रूपये का लोन आवंटित है, जिलाधिकारी के आदेश पर जमीनों की खरीद फरोक्त पर लगायी गयी रोक से पूरे इलाके में भय का माहोल है। साथ ही बैंक प्रणाली भी अस्त व्यस्त हो गयी है। किसानों को बैंक द्वारा नोटिस जारी किये जा रहे हैं, किसानों पर बहुत बड़ा आर्थिक संकट पैदा हो चुका है। यदि इस मामले में कोई रास्ता नहीं निकाला गया तो बाजपुर वासियों के जीवन मरण का सवाल बन जायेगा। इस दौरान जगातर सिंह बाजवा, जिलाध्यक्ष जितेन्द्र शर्मा,पूर्व पालिका अध्यक्षा मीना शर्मा,अनिल शर्मा,सुशील गाबा,शिशुपाल सिंह,नंद लाल,बबलू, अशोक परूथी, सतीश जल्होत्रा, सुमित्तर भुल्लर, राजेन्द्र बेदी, अनिल, दर्शन लाल गोयल,जोरावर सिंह भुल्लर, वरूण कपूर आदि शामिल रहे।