सीएम और तीन मंत्री सेल्फ क्वारंटीन
सीएम और तीन मंत्री सेल्फ क्वारंटीन
देहरादून(उद संवाददाता)। कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज की एक चूक सरकार पर भारी पड़ गई। सतपाल महाराज 29 को कैबिनेट में शामिल हुए थे। इसके चलते अब मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और तीन मंत्री मदन कौशिक, हरक सिंह रावत और सुबोध उनियाल को सेल्फ क्वारंटीन होना पड़ा है। महाराज का कोरोना पाॅजिटिव निकलना पूरी सरकार के लिए मुसीबत बन गया है। मुख्यमंत्री और तीन मंत्रियों के क्वारंटाइन रहने से कैबिनेट बैठकों से लेकर विभिन्न विभागों के स्तरों पर होने वाले फैसलों पर असर दिखाई दे सकता है। तीनों ही मंत्री कोरोना संकट काल में उद्योगों, श्रम, कृषि सेक्टर, प्रवासियों के आजीविका के मसलों को लेकर विभिन्न मंत्रिमंडलीय उपसमितियों का हिस्सा हैं। इनकी अध्यक्षता में महकमों समेत विभिन्न स्तरों पर होने वाली बैठकों पर भी खतरा मंडरा गया है। यही नहीं क्वारंटाइन की जद में शासन के अधिकारी भी आए तो सरकार का कामकाज ज्यादा प्रभावित होना तय है। चूंकि बैठक में शासन के तमाम आला अधिकारी मौजूद रहे। इन्हें क्वारंटाइन किए जाने पर फैसला मंत्रियों खासतौर पर कोरोना पाॅजिटिव मंत्री सतपाल महाराज के संपर्क में आने और रिस्क फैक्टर देखते हुए लिया जाएगा। सतपाल महाराज समेत चारों मंत्रियों के लिए फिलहाल विभागीय बैठकें लेना मुमकिन नहीं होगा। उधर, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने कहा कि कैबिनेट बैठकें वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हो सकती हैं। कैबिनेट बैठक में मंत्रियों व अधिकारियों के होम क्वारंटाइन को लेकर फैसला हाई रिस्क और लो रिस्क के आधार पर होगा। हाई रिस्क में कोरोना पाॅजिटिव व्यक्ति से नजदीकी संपर्क खासतौर पर शरीर को छूने, एक मीटर से कम दूरी, घर में साथ रहने और एक वाहन में लगातार छह घंटा साथ रहना शामिल है। माना ये जा रहा है कि कैबिनेट में मौजूद रहे अधिकारियों के मामले में ज्यादातर लो रिस्क के दायरे में आ सकते हैं।