विधायक शुक्ला ने बेहड़ पर लगाये गंभीर आरोप,बोले जमातियों की तरह कर रहे काम
रुद्रपुर(उद संवाददाता)। विधायक राजेश शुक्ला ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदेश एवं अन्य कांग्रेसी नेताओं द्वारा आज किए जा रहे सत्याग्रह को नौटंकी करार देते हुए कहा कि जिस मलसा कांड के आरोपियों को गिरफ्रतार करने एवं पूर्व मंत्री बेहड़ पर मुकदमा कायम होने के विरुद्ध यह सत्याग्रह हो रहा है। उस गोली कांड का मुख्य आरोपी मोनू खान कांग्रेस का कार्यकर्ता है जिसे अभी तक कांग्रेस ने अपनी पार्टी से निकाला तक नहीं। अपने आवास पर पत्रकार वार्ता में विधायक शुक्ला ने कहा कि प्रदेश सरकार कोरोना वायरस से लड़ रही है जबकि कांग्रेसी नेता तबलीगी जमातीयों की तरह लॉकडाउन तोड़कर सरकार से लड़ रहे हैं। सितारगंज में पूर्व विधायक, किच्छा में कांग्रेस के नगर अध्यक्ष व सभासद तथा रुद्रपुर में पूर्व विधायक लॉक डाउन तोड़ने के आरोप में मुकदमे में पंजीकृत हुए हैं, इस पर राजनीति दुर्भाग्यपूर्ण है। विधायक राजेश शुक्ला ने कहा कि दिल्ली से आने पर जब सत्ता पक्ष के विधायक सौरभ बहुगुणा तक को क्षेत्र में घूमने की अनुमति न देकर उन्हें घर में होम कोरोनटाइन कराया जा रहा है तो इसमें भेदभाव कहां से आ गया। विधायक राजेश शुक्ला ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत समेत तमाम कांग्रेसियों से सवाल करते हुए कहा कि तथाकथित सत्याग्रह करने वाले यह बताएं कि मलसा में गोली चलाने लालपुर से पहुंचे कांग्रेसी कार्यकर्ता मोनू खान क्या महात्मा गांधी जी के अहिंसा परमो धर्मा के सिद्धांत का प्रतिपादन करने गए थे। विधायक शुक्ला ने कहा कि इस मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए कि मलसा में मजदूरों व ग्रामवासियों के बीच मामूली विवाद में तीसरे दिन लालपुर से कांग्रेसी कार्यकर्ता मोनू खान अपने साथियों के साथ मलसा में रात्रि को फायरिंग करने किसके इशारे पर पहुंचा और जब अपर पुलिस अधीक्षक स्वयं उसी रात्रि वहां जांच कर रहे थे तो जांच में बाधा पहुंचाने की नीयत से पूर्व मंत्री लॉक डाउन तोड़कर मीटिंग क्यों करने लगे जबकि 3 दिन से वहां के विवाद को सुलझाने की उन्हें याद नहीं आई जबकि एक तरफ वो कहते हैं कि उनका गांव है। विधायक शुक्ला ने कहा कि मलसा कांड के आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा तथा मुख्य आरोपी व उसके साथी पकड़े जाएंगे लेकिन इस पर राजनीति उचित नहीं है तथा कोरोना महामारी के विरुद्ध विश्व की इस जंग में अन्य भारतवासियों की तरह कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भी लॉक डाउन का पालन करना चाहिए, क्योंकि कोई भी कानून से ऊपर नहीं है। शुक्ला ने प्रेस वार्ता के दौरान कांग्रेसी नेताओं के साथ मोनू खान की तस्वीरें तथा उसके होल्डिंग जिसमें उसने अपने को कांग्रेस कार्यकर्ता बताया है वह भी दिखाई।