मजदूरों की मदद के लिये मची सियासी होड़!
सोनिया गांधी ऐलान गरीब मजदूरों की यात्रा का खर्च उठाएंगी
रेलवे के लेटर में किराया वसूलने का आदेश
नई दिल्ली।मजदूरों के लिये श्रमिक ट्रेन के नाम से स्पेशल ट्रेनें चलाई गई हैं जिसके किराये पर घमासान छिड़ा हुआ है। इस मामले में केंद्र सरकार का आधिकारिक रूप से कोई बयान नहीं आया है। राजनीतिक बयानबाजी के बीच रेलवे का वो लेटर सामने आया है जिसमें राज्य सरकारों से कहा गया है कि वो यात्रियों से टिकट का पैसा लें और वो पैसा रेलवे को दें।कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल केंद्र सरकार पर मजदूरों से किराया लेने की आलोचना कर रहे हैं। जबकि कांग्रेस प्रमुख सेानिया गांधाी ने एकपत्र जारी करते हुए बड़ा ऐलान किया जिसमें उन्होंने सभी मजदूरों का रेल भाड़े का खर्च खुद उठाने की बात कही है। लॉकडाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के लिए ट्रेनें चलीं तो उसके किराये को लेकर सियासी घमासान भी शुरू हो गया है. कांग्रेस व अन्य विपक्षी दल सवाल उठा रहे हैं कि जब मोदी सरकार विदेश में फंसे भारतीयों को सरकारी खर्चे पर वतन वापस ला सकती है तो गरीब मजदूरों से ट्रेन के टिकट के पैसे क्यों लिए जा रहे हैं? इस बीच रेलवे का वो लेटर भी सामने आया है जिसमें राज्य सरकारों से कहा गया है कि वो श्रमिक ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों को टिकट देकर उनसे पैसा लें और ये पैसा रेलवे को दें.इस विवाद ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के फैसले से नया मोड़ ले लिया है. उन्होंने ऐलान किया है कि कांग्रेस की इकाइयां गरीब मजदूरों की यात्रा का खर्च उठाएंगी. इसके जवाब में बीजेपी ने 85 फीसदी खर्च रेलवे द्वारा उठाने की बात दोहराई है.