जानलेवा साबित हो रही है पतंगबाजी.महिला पुलिस कर्मियों ने घायल कबूतर की बचाई जान
गदरपुर(उद संवाददाता)। लाॅक डाउन के दौरान पतंग बाजों की शौकीन मिजाजी बेजुबान पक्षियों के लिए जानलेवा साबित हो रही है। ऐसा ही एक मामला बीते मंगलवार को सांय करीब 4बजे थाना गेट के सामने देखने को मिला जब थाना गेट के पास मांजे की चपेट में आने से एक कबूतर गंभीर रूप से घायल होकर फड़फड़ाते हुए जमीन पर आ गिरा। घायल कबूतर को देखकर थाना गेट पर ड्यूटी पर तैनात महिला पुलिसकर्मी कृष्णा देवी, आशा कौशल एवं रेखा सती ने घायल कबूतर को उठाया। कबूतर के पैर और पंख पतंग उड़ाने में प्रयुक्त किए जाने वाले मांजे से जकड़े हुए थे। संभवत पतंगबाजी द्वारा उड़ाई जाने वाली पतंग के मांजे ने कबूतर के पंजे से लिपटने पर उसको मांजे से अपने आप को आजाद कराने की कशमकश में बुरी तरह घायल कर दिया था, जब कबूतर उड़ ना पाने की स्थिति में पहुंच गया तो वह फड़फड़ा कर जमीन पर आ गिरा। घायल कबूतर के लिए महिला सिपाही किसी फरिश्ते से कम नहीं निकली। उन्होंने पूरी सहृदयता के साथ घायल कबूतर के पैरों से लिपटे मांजे को अलग किया और थाने की मैस से हल्दी मंगाकर उसका उबटन घायल कबूतर के जख्मों पर लगाकर उसे नया जीवनदान दिया। कोरोना वायरस जैसी महामारी के संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए लाॅक डाउन के दौरान अपनी ड्यूटी का जिम्मेदारी और कर्तव्य निष्ठा के साथ निर्वहन कर रही महिला सिपाहियों की इस सहृदयता को मौके पर मौजूद कई लोगों ने देखा और उनके द्वारा किए गए इस पुनीत कार्य की सराहना की। बताया जाता है कि महिला सिपाही घायल कबूतर को बेहतर देखभाल के उद्देश्य से अपने साथ ही ले गई।