बदल गया इतिहास और परंपराएं!,गाड़ी से रवाना हुई बाबा केदारनाथ की पंचमुखी चल-विग्रह उत्सव डोली
देहरादून/रुद्रप्रयाग(उद ब्यूरो)। देवभूमि उत्तराखंड में गंगोत्री-यमुनोत्री के कपाट खुलने के साथ आज चारधाम यात्र का आगाज हो जाएगा। कोरोना महामारी के कारण इस बार की यात्र में कई परंपराएं और इतिहास बदले गए। इस बार की चारधाम यात्र तीर्थ यात्रियों की संख्या के लिए नहीं। बल्कि यात्र को लेकर बदले गए इतिहास के लिए याद रखी जाएगी। बाबा केदारनाथ की चल विग्रह पंचमुखी उत्सव डोली आज शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से धाम के लिए रवाना हो गई। लाकडाउन के चलते बाबा की डोली पहली बार गाडी से रवाना हुई। बेहद सादगी में बाबा केदार की पंचमुऽी चल विग्रह डोली आज गौरीकुंड पहुंचेगी। इसके बाद द्वितीय रात्रि प्रवास 27 अप्रैल को भीमबली मे करेगी। 28 अप्रैल को उत्सव डोली केदारनाथ धाम पहुंचेगी। ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग केदारनाथ के कपाट आगामी 29 अप्रैल को सुबह 6-10 मिनट पर खुलगे। वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के चलते देशभर में बीते 25 मार्च से लॉकडाउन जारी है। जिसके चलते सामाजिक दूरी के पालन पर विशेष जोर दिया जा रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष केदारनाथ यात्र का संचालन सूक्ष्म रूप से किया जा रहा है। बाबा की डोली के धाम प्रस्थान के समय सीमित लोग ही शामिल हुए। वहीं कपाट खुलने के दौरान भी कुछ गिनती के लोग ही शामिल हो सकेंगे।विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट गंगा पूजन,गंगा सहस्त्रनाम पाठ एवं विशेष पूजा अर्चना के बाद वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ रोहिणी अमृत योग की शुभ बेला पर आज दोपहर 12:35 बजे कपाट खोल दिए गए है। कपाटोद्घाटन के दौरान सोशल डिस्टेंस का पूर्ण रूप से अनुपालन किया गया तथा सभी के द्वारा मास्क अनिवार्य रूप से पहने गये। 25 अप्रैल को माँ गंगा जी की डोली उनके मायके व शीतकालीन प्रवास मुखबा से भैरोंघाटी के लिए रवाना हुई थी। भैरव मंदिर में रात्रि विश्राम के बाद मां गंगा की डोली आज प्रातः 7 बजे गंगोत्री के लिए रवाना हुई। जहां गंगा पूजन,गंगा सहस्त्रनाम पाठ एवं विशेष पूजा अर्चना के बाद विधि विधान के साथ गंगा जी की भोग मूर्ति को मंदिर के भीतर विराजमान किया गया।यमुनोत्री धाम के कपाट भी सादगीपूर्ण ढंग से खोले दिये गए है। मां यमुना की डोली आज प्रातः 8.15 बजे खरसाली से यमुनोत्री धाम के लिए विदा हुई। यमुनोत्री धाम पहुँचने के बाद विशेष पूजा-अर्चना व वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ तय मुहूर्त 12 बजकर 41 मिनट पर मंदिर के कपाट सादगीपूर्ण ढंग से दर्शनार्थ के लिए खोले दिये गए है। इस अवसर पर देश के माननीय यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी जी के द्वारा तृतीया महापर्व की शुभ बेला पर श्रीपाँच मंदिर समिति गंगोत्री को 1100 रुपये मात्र दान स्वरूप दिए तथा पहली पूजा माननीय प्रधानमंत्री जी के नाम से हुई। जिलाधिकारी डॉ.आशीष चौहान ने कहा कि कोरोना वायरस व देशव्यापी लॉक डाउन के चलते भारत सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन के अनुरूप समस्त नियमों को लागू करते हुए दोनों धाम श्री यमुनोत्री एवं गंगोत्री धाम के कपाट आज सादगीपूर्ण ढंग से खोले गए है। कोविड-19 और लॉकडाउन के चलते दोनों धामों में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.डीपी जोशी के नेतृत्व में मेडिकल टीम द्वारा कपाटोद्घाटन में शामिल सभी तीर्थ पुरोहितों का मेडिकल परीक्षण किया गया। साथ ही मौके पर सैनिटाइजर, मास्क आदि की भी पर्याप्त व्यवस्था की गई ।