गरीबी का मजाक उड़ाया तो होगी कानूनी कार्रवाई
जरूरतमंदों की भावनायें आहत न हो इसके लिए उठाया कदम, पुलिस प्रशासन ऐसे मामलों की करेगा निगरानी़
गरीबी का मजाक उड़ाया तो होगी कानूनी कार्रवाई
रूद्रपुर(उद संवाददाता)। लाॅकडाउन के दौरान किसी जरूरतमंद की मदद करके उसका फोटो सोशल मीडिया पर डालना अब भारी पड़ सकता हैं। जिला प्रशासन ने इस पर प्रतिबंध लगा दिया है। अब ऐसे मामलों में सम्बंधित व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी। कोरोना संक्रमण के चलते घोषित लाॅकडाउन में तमाम जरूरतमंदों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। पिछले एक माह से चल रहे लाॅकडाउन के दौरान ऐसे जरूरतमंदों को मदद पहुंचाने की कोशिश शासन प्रशासन के साथ ही तमाम सामाजिक संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के माध्यम से लगातार की जा रही है। परंतु हर अच्छाई की आड़ में जिस तरह से नकारात्मकता का भी कोई न कोई पहलू अपनी जगह बना लेता है उसी तरह इस संकट के दौर में भी अनेक लोग अपनी नकारात्मक सोच नहीं छोड़ पा रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में ऐसे कई मामले सामने आये हैं कि कुछ लोग अपनी युक्ति और छल कपट के बल पर असहाय लोगों के लिए बांटे जाने वाले राशन और रोजमर्रा की जरूरतों के समान का भंडारण कर रहे हैं। ऐसे लोगों की वजह से कई जरूरतमंदों मदद नहीं मिल पाती। इसी तरह कई समाजसेवी ऐसे भी हैं जिन्हें जरूरतमंदों की मदद का शौक तो है लेकिन वह यह भी चाहते हैं लोगों को उनके दानी होने का पता जरूर चले। इसी सोच के चलते वह दूसरे के स्वाभिमान को ठेस पहुंचाने से भी नहीं चूकते। दो चार लोगों को भोजन या राशन देकर सोशल मीडिया पर फोटो के माध्यम से प्रचार प्रसार करने का प्रचलन पिछले कुछ दिनों में तेजी से बढ़ा है। ऐसे लोग यह भूल जाते है कि संकट के समय में मदद लेने के लिए मजबूर हुआ व्यक्ति अपनी इस मजबूरी के कारण शर्मिंदगी महसूस करता है। लेकिन तथाकथित दानी सज्जन किसी गरीब मजदूर को सहायता पहुंचाते वक्त इस तरह फोटो सोशन करवाते है और वीडियो बनवाते हैं जैसे वह उसकी मदद नहीं कर रहे बल्कि उसे कोई अवार्ड दे रहे हों। कुछ समाजसेवियों की इस सोच के चलते कई जरूरतमंदों की भावनायें आहत होती हैं ऐसे में कई लोग चाहकर भी मदद को स्वीकार करने से परहेज करते हैं। इसी स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने अब राहत वितरण के कार्य को सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचारित प्रसारित किये जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है।इसका उल्लंघन करने वालों पर अब कानूनी कार्रवाई का प्र्रावधान किया गया है।