बड़ी खबर-मुफ्त राशन किट को लेकर बखेड़ा
कोटा धारक लापता, सभासद पर अपनी मर्जी से राशन बंटवाने का आरोप
बड़ी खबर-मुफ्त राशन किट को लेकर बखेड़ा
रुद्रपुर(उद संवाददाता)। किच्छा के गांव सिसई में मुफ्त सरकारी राशन किट बंटवाने को लेकर अच्छा खासा बखेड़ा हो गया यहां सरकारी राशन वितरण के दौरान कोटा धारक मौके से फरार था। आरोप था कि क्षेत्रीय सभासद अपनी जगह पर सरकारी राशन बटवा रहे हैं जिससे नाराज होकर तमाम ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर अच्छा खासा हंगामा काट दिया। बताया जा रहा है कि नौबत मारपीट तक आ गई थी शिकायत मिलने के बाद तहसीलदार महेंद्र सिंह बिष्ट तुरंत मौके पर पहुंच गए और उन्होंने देखा कि कोटा धारक मौके पर मौजूद ही नहीं है।
उन्होंने कोटा धारक को तुरंत मौके पर पहुंचने को कहा। साथ ही विवादित जगह पर बट रहे सरकारी राशन के वाहन को वहां से हटा दिया। यहां बता दें कि वह मजदूर किराएदार जिनके पास राशन कार्ड नहीं है और जिन्हें अनाज की सख्त जरूरत है इसको लेकर सरकार ने मुफ्त राशन देने की योजना चला रखी है। वर्तमान समय में जिलेभर में यह सरकारी राशन बांटा जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार किच्छा के गांव सिसई बंडिया में भी सरकारी राशन बांटा जा रहा था, तभी वहां कुछ लोग आ गए और उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया।
आरोप था कि सभासद मौके पर बैठकर सरकारी अनाज बंटवा रहे हैं। यही नहीं आरोप यह भी लगाया गया कि सभासद अपनी मर्जी से अपनी जगह पर बैठकर राशन बटवा रहे हैं जो नियम विरुद्ध है । यहां बता दें कि जिलाधिकारी का सख्त आदेश है कि सरकारी राशन किट में किसी भी प्रकार की नेतागिरी नहीं होगी। साथ ही सख्त हिदायत दी गई है कि कोई भी जनप्रतिनिधि या सत्ता पक्ष या विपक्ष का नेता सरकारी राशन किट के दौरान नेतागिरी नहीं करेगा। बावजूद इसके कई जगह देखने को मिला कि कुछ जनप्रतिनिधि मौके पर बैठकर सरकारी राशन बंटवा रहे हैं। इसी बात को लेकर किच्छा के सिसई बंडिया में भी हंगामा खड़ा हो गया। बताया जा रहा है कि नौबत मारपीट तक आ गई थी। इसी दौरान सूचना मिलने पर किच्छा तहसीलदार महेंद्र सिंह बिष्ट मौके पर आ गए। उन्होंने देखा कि कोटा धारक मौके से लापता है कोटा धारक का राशन वितरण के दौरान मौजूद रहना अनिवार्य है तहसीलदार महेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि उन्होंने तत्काल कोटा धारक को मौके पर बुलाया और विवादित जगह से सरकारी राशन वितरण की गाड़ी को हटा दिया। वहीं क्षेत्र के सभासद लियाकत अंसारी ने बताया कि उनकी जगह पर कोई सरकारी राशन नहीं बांटा जा रहा था। धूप से बचने के लिए घर के नजदीक पेड़ के नीचे खाली मैदान पर सरकारी राशन नियम के तहत वितरण किया जा रहा था ।वह वहां पर अपने द्वारा भेजी गई जरूरतमंदों की सूची का मिलान करने गए थे। कुछ लोगों ने हंगामा खड़ा कर दिया जो बिल्कुल गलत है।