फैक्ट्री कर्मी को पीटा, लाॅक डाउन की धज्जियां भी उड़ाई
देर रात तक खुली रहती है किराने की दुकान, अराजकतत्व व नशेड़ी करते हैं मटरगश्ती
काशीपुर(उद संवाददाता)। टाण्डा उज्जैन चैकी क्षेत्र में पुलिस लाॅक डाउन का सख्ती से पालन नहीं करा पा रही है। सुबह शाम दर्जनों की तादात में लोग सड़कों पर घूमते देखे जा रहे हैं। आबादी के बीच निर्धारित समय के बाद दुकानें खुली होने के कारण अराजक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। चैकी पुलिस सब कुछ जानकर अनजान बनी है। ढकिया गुलाबो रोड स्थित छीना फार्म से छोटे गुरुद्वारे की ओर जाने वाले मार्ग पर शनिवार की शाम अराजकतत्वों ने मटरगश्ती का विरोध करने पर फैक्ट्री कर्मी की बुरी तरह पिटाई कर द ी। बताया जा रहा है कि आवारा किस्म के लड़के बाइक पर सवार होकर मोहल्ले की सड़कों पर फर्राटा भर रहे थे। फैक्ट्री कर्मी ने जब इसका विरोध किया तो लड़कों ने अचानक फैक्ट्री कर्मी पर हमला बोलकर उसकी बुरी तरह पिटाई की। घटनास्थल के समीप रहने वाले जुगल किशोर उपाध्याय नामक पुलिसकर्मी ने जब यह देखा देखा तो उसने मौके पर पहुंचकर आरोपियों में से दो को दबोच लिया जिन्हें बाद में चैकी से छोड़ दिया गया। सूत्रों का कहना है कि उक्त मोहल्ले में फ्लैटों के बीच खुलने वाली एक किराने की दुकान के संचालक ने वैश्विक महामारी के खतरे को पूरी तरह नजरअंदाज करते हुए लाॅकडाउन की धज्जियां उड़ा रखी हैं। कानून की आंख में धूल झोंक कर वह हर दिन रात 10 बजे तक दुकान खोल कर मनमाने दाम पर सामान बेच रहा है। इस बारे में चैकी पुलिस को बाकायदा फोन पर इत्तला किया गया लेकिन पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेने की बजाय उसे दरकिनार कर दिया। सूत्रों की माने तो इस क्षेत्र में शराब की तस्करी भी चोरी-छिपे की जा रही है। यही नहीं पाॅश काॅलोनी के खाली पड़े प्लाटों में वाॅलीबाॅल क्रिकेट भी खेला जा रहा है। यही नहीं खेतों के किनारे पगडंडियों की ओर मटरगश्ती कर रहे लोग झुंड बनाकर ताश खेलते भी देखे जाते हैं। छीना फार्म के समीप चल रही दूध की डेरी पर सुबह शाम दर्जनों लोगों का आवागमन जारी है। यानी सरकार के निर्देश पर जहां प्रशासन सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन कराए जाने को लेकर गंभीर है वहीं कतिपय लोग पुलिस की गैर मुस्तैदी का लाभ उठाकर खतरनाक संक्रमण को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं।