केदारनाथ धाम के रावल पहुंचे ऊखीमठ
रुद्रप्रयाग(उद सहयोगी)। केदारनाथ धाम के रावल श्री 1008 भीमा शंकर लिंग रविवार सुबह ऊखीमठ पहुंचे। प्रशासन की मौजूदगी में वह एकान्तवास में रहेंगे। वहीं, बदरीनाथ के रावल, नायब रावल के रविवार रात तक मथुरा (यूपी) पहुंचने की सूचना है। बता दें कि केदारनाथ धाम के कपाट 29 अप्रैल को खोले जाने हैं। कपाट खुलने के मौके पर रावल की मौजूदगी में ही समस्त धार्मिक परंपराओं का निर्वहन होता है। शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से पंचमुखी उत्सव डोली के साथ रावल केदारनाथ पहुंचते हैं। कोरोना महामारी के बीच ऊखीमठ से भगवान केदारनाथ की डोली यात्रा के दौरान शारीरिक दूरी का पूरी तरह पालन कराया जाएगा। इसके लिए तहसीलदार ऊखीमठ जयराम बधानी के नेतृत्व में प्रशासन की टीम ने केदारघाटी के विभिन्न कस्बों में व्यापारियों से मुलाकात की और उनसे शारीरिक दूरी बनाए रखने में सहयोग की अपील की। टीम ने गौरीकुंड, सोनप्रयाग, रामपुर व फाटा में व्यापारियों व ग्रामीणों से भेंट की और इन स्थानों पर बाबा की डोली के आगमन के दौरान शारीरिक दूरी के नियम का शत-प्रतिशत अनुपालन करने की अपील की। भगवान केदारनाथ की उत्सव डोली अपने शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से प्रस्थान कर 26 अप्रैल को फाटा, 27 को गौरीकुंड और 28 अप्रैल की शाम केदारनाथ पहुंचेगी। 29 अप्रैल को सुबह 6.15 बजे पारंपरिक रीति-रिवाजों के अनुसार केदारनाथ मंदिर के कपाट खोल दिए जाएंगे। तहसीलदार बधानी ने बताया कि शुरुआत में किसी भी यात्री को केदारनाथ जाने की अनुमति नहीं होगी। गौरीकुंड व केदारनाथ के मध्य यात्रकालीन दुकानों को खोलने के बारे में भी अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है। अलबत्ता, केदारनाथ तक पैदल मार्ग के साथ ही बिजली-पानी की लाइनों की मरम्मत का कार्य भी पूरा हो चुका है। यात्रा के सफल संचालन के लिए 22 अप्रैल से गौरीकुंड से केदारनाथ के बीच स्थापित चैकियों पर पुलिस की तैनाती की जाएगी। पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह ने बताया कि गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर जंगलचट्टी, भीमबली व लिनचोली में स्थापित चैकियों पर पुलिस दल 22 अप्रैल को पहुंच जाएगा। इन पड़ावों पर पुलिस की ओर से यात्रियों की मदद के साथ सुरक्षा की व्यवस्था भी की जाएगी।