राशन वितरण में धांधली की शिकायतें,कोटेदार बेलगाम
बिलबिलाते परिवारों पर गहराये संकट के बादल
मनोज श्रीवास्तव
काशीपुर(उद संवाददाता)। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के तहत मुफ्त चावल वितरण में लगातार धांधली की शिकायतें आ रही है। कोटेदारों पर आरोप है कि आरोप है कि वह सांठगांठ कर गरीबों के हिस्से के हिस्से की राशन की कालाबाजारी कर रहे हंै। ज्ञातव्य है कि कोरोना वायरस संक्रमण की भयावहता को देखते हुए लाॅक डाउन काल काल में प्रदेश सरकार ने राशन की किल्लत से निजात दिलाने को लेकर राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के तहत कार्ड धारक को प्रति सदस्य 3 माह पांच 5 किलो किलो चावल मुफ्त में देने के फरमान जारी किए। सदस्य के हिसाब से तीन माह तक मुफ्त में पांच-पांच किलो अतिरिक्त चावल दिया जाएगा। बुधवार को शासन ने इस संबंध में सभी जिलों को आदेश जारी कर दिया है। यानी अप्रैल मई-जून तक का पांच-पांच किलो प्रति सदस्य के हिसाब से चावल मुफ्त दिया जायेगा। वहीं सरकार की ओर से सार्वज निक वितरण प्रणाली के तहत राशन कार्ड धारकों को प्रतिमाह मिलने वाला सस्ता राशन एडवांस में देने की बात कही गई लेकिन सरकार की इस मंशा को कुछ भ्रष्ट कोटेदार इसमें पलीता लगाने में जुटे हुए हैं। कोटेदारों पर शिकंजा कसने में प्रशासन फेल होता नजर आ रहा है। राशन कार्ड धारकों की शिकायत है कि कोटेदार लगातार मनमानी करते हुए उन्हें कम राशन देकर देकर दूर व्यवहार कर रहे हैं। गरीबी रेखा से नीचे बसर करने वाले परिवारों के साथ भी कमोवेश कोटेदारों का बर्ताव कुछ ऐसा ही है।
कई लोगों को नहीं मिल पा रहा है योजना का लाभ
काशीपुर। काशीपुर क्षेत्र में हजारों की तादात में परिवार किराएदरी की जिंदगी बसर कर रहे हैं इनमें तमाम ऐसे हैं जिनके पास राशन कार्ड नहीं है ऐसे परिवारों के समक्ष महामारी के वक्त भुखमरी का संकट खड़ा है लेकिन ऐसी मुश्किल घड़ी में भी इंसानियत को दृष्टिगत करने की बजाय अपने पराए की नीति अपनाई जा रही है इससे लोगों में खासा आक्रोश है। किराए की जिंदगी बसर करने वाले परिवारों का पक्ष है कि सरकार बनाने में उनका भी महत्व पूर्ण योगदान होता है लेकिन जब किसी प्रकार की कोई कल्याणकारी योजना धरातल तक लाई जाती है तो जाती है तो संबंधित विभाग उनके साथ भेदभाव की नीति अपनाता है।