लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर 21 नामजद
रूद्रपुर,(उद संवाददाता)। रामपुर से जमात से वापस लौट रहे 13 लोगों समेत पुलिस ने अलग-अलग स्थानों पर लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर 21 लोगों पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। दर्ज रिपोेर्ट मेें पुलिस ने बताया कि वनभूलपुरा हल्द्वानी निवासी गुफरान पुत्र शरीफ, अरशद पुत्र मो- युसुफ, फरमान पुत्र रईश, फरदीप पुत्र मोे- नईम, मो- नसीम पुत्र मो- यासीन, ओसामा पुत्र मो- अतीक, मो- उमेर पुत्र अब्दुल, मो- सरताज पुत्र युनुस, मो- फुरकान पुत्र मो- असफाक, सानू, नदीम पुत्र हनीफ, आजाद नगर निवासी बिलाल पुत्र अब्दुल मोेहित तथा लुकमान पुत्र मो- बाबू के खिलाफ लॉकडाउन का उल्लंघन करने और खुद को जमात वाला बताते हुए रेलवे स्टेशन पटरियों पर जा रहे थे। जिस पर पुलिस ने सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया। इसके अलावा लम्बाखेड़ा निवासी चरण सिंह पुत्र स्व- रामदयाल, शेेर सिंह पुत्र रामदयाल, हरपाल पुत्र स्व- जयराम, रवि कुमार पुत्र रामपाल, रामेश्वरपुर निवासी तेजपाल पुत्र नत्थूलाल, राजकुमार पुत्र चंद्रिका प्रसाद, वार्ड 17 खेड़ा निवासी माहिर अली पुत्र शकील अहमद, बगवाड़ा निवासी कृपाल सिंह उर्फ लालू पुत्र तेजा सिंह,जोगेन्द्र सिंह पुत्र रिशीपाल के खिलाफ लॉकडाउन का उल्लंघन करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर दिया है।
अलग-अलग मामलों में तीन नामजद
रूद्रपुर,(उद संवाददाता)। लॉकडाउन के दौेरान अलग-अलग मामलों में पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है। पुलिस ने बताया कि जगतपुरा निवासी निहार सरकार पुत्र सुरेन्द्र सरकार लॉकडाउन के दौरान काली मंदिर के पास जगतपुरा में बर्तन की दुकान खोल कर बैठा था जिसके चलते वहां भीड़ जमा थी और सोशल डिस्टेन्सी का पालन नहीं हो रहा था। पुलिस ने उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया। वहीं जवाहरगंज हाजीपुर खजूरियां बरेली निवासी देवेन्द्र सिंह पुत्र हीरालाल ने दर्ज रिपोर्ट में बताया कि वह गोल मढ्या गली नम्बर 2 ट्रांजिट कैम्प निवासी दुर्गा प्रसाद पुत्र रामदयाल के यहां किराये पर रहता था और लॉकडाउन के दौरान उसने किराया मांगना शुरू कर दिया। जब उसने किराया नहीं दिया तो उसने उसे घर से बाहर निकाल दिया। पुलिस ने दुर्गा प्रसाद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है। वहीं अल्मोड़ा व हाल शिमला बहादुर निवासी कुन्दन सिंह पुत्र भवान सिंह ने दर्ज रिपोर्ट में बताया कि वह बीसीएच कम्पनी के ठेकेदार रंजीत सिंह बिष्ट के यहां काम करता था जिसने उसे 20 दिन का वेतन दिया और 10 दिन का वेतन नहीं दिया। पुलिस ने ठेकेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है।