चेहरा देखकर चहेतों को दिया जा रहा राशन
गदरपुर( उद संवाददाता)। कोरोनावायरस जैसी महामारी से आम जनता को बचाने के लिए शासन प्रशासन द्वारा सभी जरूरी सुरक्षात्मक उपाय लागू किए गए हैं और लॉक डाउन के दौरान जनता से अपने घरों में रहने और सामाजिक दूरी बनाने की अपील की जा रही है वहीं, दूसरी तरफ लॉक डाउन के दौरान ग्रामीण क्षेत्रें में होम डिलीवरी के कार्य में लगे वाहन स्वामियों एवं निर्धन एवं गरीब वर्ग के लोगों को खाद्यान्न वितरण कराने में सहयोग प्रदान करने वाले लोगों द्वारा घोर लापरवाही बरती जा रही है जिससे लॉक डाउन की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। बीते रविवार को कुछ ग्रामों में निर्धन एवं गरीब परिवारों के लिए किए गए खाद्यान्न वितरण में जरूरतमंदों को नहीं अपितु चहेतों का चेहरा देखकर चहेतों को खाद्यान का वितरण किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। खाद्यान्न वितरण के दौरान तहसील राजस्व विभाग के कर्मचारियों के अलावा कुछ स्वयं सहायता समूह के सदस्यों ने जहां खाद्यान्न वितरण के दौरान अपनी मनमर्जी से कुछ परिवारों को खाद्यान्न का वितरण किया तो वही राशन वितरण की सूचना पर मौके पर पहुंचे लोगों ने जमकर हंगामा किया जिससे खाद्यान्न वितरण के दौरान तमाम लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी जिसका कई जागरूक लोगों द्वारा वीडियो भी बना कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया और ग्रामीण क्षेत्रें में ब्लॉक डाउन के नियमों का पालन ना करने वालों के िखलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग की। बता दें कि ग्रामीण क्षेत्रें में पर्याप्त पुलिस फोर्स ना होने की वजह से लॉक डाउन का पालन करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है लोग अक्सर घरों से बाहर निकलकर सार्वजनिक स्थानों में घूम रहे हैं। पुलिस और राजस्व विभाग के वहां जब सायरन बजाते हुए लिंक मार्गो से होकर गुजरते हैं तो लोग अपने घरों में चले जाते हैं और वाहनों के निकलने के बाद फिर अपने पुराने ढर्रे पर लौट आते हैं। हालांकि पुलिस प्रशासन द्वारा ग्राम चैकीदारों साथियों सीएलजी सदस्यों एवं निर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों को ग्रामीण क्षेत्रें में संदेश लोगों की आवाजाही और लाभ डाउन के चलते नियमों का अनुपालन करने के लिए जरूरी दिशा निर्देश दिए गए हैं परंतु ग्रामीण जनता पर इसका कोई भी प्रभाव पड़ता हुआ दिखाई नहीं दे रहा है। ग्रामीण क्षेत्रें में खेती में लगे किसानों और श्रमिकों को छोड़ दिया जाए तो विभिन्न ग्रामों में तमाम ऐसे युवक, बुजुर्ग एवं महिलाएं हैं जो अक्सर घरों से बाहर घूमते फिरते दिखाई देते हैं जिनको रोकने टोकने वाला कोई नहीं है अगर इनको कोरोनावायरस जैसी बीमारी से बचाव के लिए सुरक्षात्मक उपाय करने के लिए कहा जाता है तो वह उनसे लड़ने झगड़ने पर आमादा हो जाते हैं।