रुद्रपुर से भी हजारों श्रमिक करने लगे पलायन

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रूद्रपुर,(उद संवाददाता)। कोेरोना वायरस के खतरे को देखते हुए देश भर मंे 21 दिन का लाॅकडाउन घोषित कर दिया गया है। ऐसे में अब लाॅकडाउन का चैथा दिन चल रहा है। रूद्रपुर में सैकड़ांे -हजारों की संख्या में श्रमिक उत्तर प्रदेश व अन्य राज्यों से आकर सिडकुल में नौकरी करते हैं। लाॅकडाउन के चलते सिडकुल की सभी फैक्ट्रियां बंद पड़ी हैं। ऐसे में उनके सामने रोजी-रोटी का संकट गहरा गया है। लाॅकडाउन के तीन-चार दिन तो उन्होंने किसी प्रकार से रूद्रपुर में व्यतीत कर लिए गये हैं लेकिन अब न तो उनके पास रोजगार है और न ही पैसे बचे हैं। जिससे वह भोजन खरीदकर खा सके। जिसको लेकर अब सैकड़ों-हजारों श्रमिकों ने रूद्रपुर से पलायन कर दिया है। गत रात्रि सिडकुल में काम करने वाले सैकड़ों श्रमिक जो शहर की विभिन्न मलिन बस्तियों में रहते हैं उन्होंने और आज प्रातः भी यूपी के अलग-अलग स्थानों पर रह रहे श्रमिकों ने रूद्रपुर से पलायन कर दिया है। आदमपुर थाना सिंगौली शांहजानपुर उत्तर प्रदेश के रहने वाले राजकुमार ने बताया कि उनका 8-10 लोगों का परिवार है। जिसमें तीन महिलाएं, तीन छोटे-छोटे बच्चे शामिल हैं। लाॅक डाउन के चलते सिडकुलकी फैक्ट्रियां बंद हो चुकी हैं। वह होली के बाद सिडकुल में रोजगार करने आये थे लेकिन अब कोरोना वायरस के चलते लाॅक डाउन हो चुका है और अब उनके सामने रोजी रोटी का संकट गहरा गया है। घर में रखा राशन खत्म हो गया है और उनके पास अपने गांव जाने के अलावा कोई और रास्ता बचा नहीं है। राजकुमार अपने परिवार के साथ बस की तलाश में रोेडवेज पर खड़े थे लेकिन बसों के चालने के कारण वह अपनी परिवार की महिलाओं और तीन छोटे-छोटे बच्चों के साथ पैदल ही शाहजानपुर रवाना हो गये। वहीं पीलीभीत निवासी रामचन्द्र की भी कमोवेश यही कहानी है वह अपने 6 अन्य साथियों के साथ तीन माह पूर्व सिडकुल में नौकरी करने आया था लेकिन लाॅकडाउन ने सब कुछ बंद कर दिया। उसके पास भी अपने घर जाने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा। इसके अलावा सैकड़ों अन्य श्रमिक भी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में रहते हैं। वह भी अब पैदल ही पलायन करने को मजबूर हो गये हैं।

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