बाजार खोलने व बंद करने को लेकर असमंजस की स्थिति
काशीपुर(उद संवाददाता)। महामारी के बढ़ते प्रभाव पर अंकुश पाने को लेकर जहां एक और प्रधानमंत्री देशवासियों से 21 दिनों के लॉक डाउन में घरों के बाहर लक्ष्मण रेखा खींचने की अपील कर रहे हैं वहीं सरकार बाजार खोलने अथवा बंद करने को लेकर कोई ठोस निर्णय लेने की स्थिति में नहीं है। यही कारण है कि आम तबका पूरी तरह से आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी को लेकर असमंजस की स्थिति में है। गुरुवार की रात आपात बैठक के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आज शुक्रवार को सुबह 7ः00 बजे से दोपहर 1ः00 बजे तक आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी के लिए बाजार खोलने के निर्देश जारी किए लेकिन सुबह सरकारी फरमान खोखला साबित हुआ। सब्जी मंडी से लेकर किराने की दुकानें बंद रहीं। हालांकि गली मोहल्लों में फेरी करने वालों ने आज सुबह सब्जियां बेची और आबादी वाले मोहल्लों में चोरी-छिपे किराने की दुकानों पर भी लोगों ने खरीदारी की। निगम प्रशासन अपनी किसी भी कार्यवाही को सार्वजनिक नहीं कर पा रहा है। यही कारण है कि आम जनमानस अघोषित कफ्र्यू में आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी के लिए बेहद असमंजस की स्थिति पर है। खाद्यान्न सामग्री की लिस्ट तैयार कर ली गई लेकिन निगम की अधिकृत गाड़ियां अभी मोहल्लों में लोगों को जरूरत की सामग्रियां उपलब्ध नहीं करा पा रही है। सब्जियों तथा किराने के सामानों को मनमाने रेट पर बेचे जाने की सूचना है। निगम की कार्यवाही फिलहाल फाइलों तक सीमित है। उधर मुस्लिम संगठनों ने कोविद-19 के संक्रमण से बचाव को लेकर नमाज मस्जिदों की बजाय घरों में अता किए जाने के फरमान जारी किए हैं। शहर इमाम ने मुस्लिम समाज के लोगों से अपील किया है कि वह सार्वजनिक स्थानों पर अथवा मस्जिदों में नमाज ना पढ़कर अपने अपने घरों में नमाज अता करें ताकि सोशल डिस्टेंस बना रहे।