गेंहू के खेत में मिला नवजात शिशु
काशीपुर(उद संवाददाता)। गेहूं के खेत में सुबह नवजात को लावारिस पड़ा देख तमाशबीनों की भीड़ जमा हो गई। इस दौरान एक दंपत्ति ने स्थानीय लोगों की मदद से नवजात को उठाकर राजकीय चिकित्सालय पहुंचाया। लेबर रूम में मौजूद नर्सों ने जब नवजात का परीक्षण किया तो वह पूरी तरह स्वस्थ पाया गया । ज्ञातव्य है कि आज सुबह मोहल्ला श्याम पुरम स्थित हरी शंकर मंदिर के समीप एक गेहूं के खेत में नवजात बच्चा लावारिस पड़ा देखा गया। बच्चा जीवित था उसकी सांसे चल रही थी। यह खबर जैसे ही जंगल में आग की तरह फैली मौके पर भीड़ जमा हो गई। इस दौरान श्याम पुरम निवासी प्रदीप तथा उसकी पत्नी दीपा ने स्थानीय लोगों की मदद से नवजात को गोद में उठाकर तत्काल ई रिक्शे से राजकीय चिकित्सालय पहुंचाया। देखने से प्रतीत होता है कि प्रसव कुछ देर पहले हुआ होगा। बच्चे की नाल भी नहीं कटी थी। उसकी नाभि के आसपास खून लगा था। खबर लिखने तक खेत में लावारिस मिली नवजात को गवर्नमेंट हाॅस्पिटल की लेबर रूम में रखा गया है। कयास लगाया जा रहा है कि नवजात मिला कदाचित नाजायज संबंधों की देन है अथवा गरीबी लाचारी बेबसी के कारण मजबूरी में किसी मां ने उसे लावारिस फेंक दिया। यहां यह कहावत पूरी तरह चरितार्थ होती है कि जाको राखे साइयां मार सके ना कोई तभी तो तड़के से गेहूं के खेत में पड़े बच्चे पर किसी जानवर अथवा आवारा कुत्तों की निगाह नहीं पड़ी अन्यथा अनर्थ हो जाता।